अमेरिका में हालिया 'हिंदू विरोधी' प्रदर्शन के दावे से पुराना वीडियो वायरल
बूम ने जांच में पाया कि यह वीडियो 2022 के जून महीने में भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में अमेरिका के शिकागो में हुए प्रदर्शन का है.
सोशल मीडिया पर सड़कों पर किए जा रहे एक प्रदर्शन का वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि “अमेरिका में कट्टरपंथी मुस्लिमों ने रैली निकालकर हिन्दुओं का बहिष्कार करो जैसे नारे लगे आए”.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो जून 2022 का है, जब अमेरिका के शिकागो में मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ़ की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन किया था.
वायरल वीडियो क़रीब 25 सेकेंड का है. इस वीडियो में कुछ व्यक्ति लाउडस्पीकर के सहारे सड़क पर अंग्रेज़ी में नारे लगाते हुए दिख रहे हैं. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों के हाथ में प्लेकार्ड भी मौजूद हैं, जिनपर “STOP HINDUTVA USA” और “MUSLIM LIVES MATTER” जैसे नारे लिखे हुए हैं.
पत्रकार सुधीर मिश्रा ने अपने वेरिफ़ाईड ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर किया है और कैप्शन दिया है “अमरीका में “हिंदुओं का बहिष्कार करो” के नारे- 'कट्टरपंथी मुस्लिमों' ने बाकायदा “रैली” निकाली। यह लोग दलित, OBC, सवर्ण, को अलग-अलग 'बॉयकॉट' नहीं कर रहे, “boycott Hindu” कर रहे हैं ?? जातियों में बांटने वाले तुम्हारा "यही हाल" करेंगे”.
इसके अलावा Megh Updates नाम के ट्विटर हैंडल ने भी "अमेरिका में हिंदू विरोधी प्रदर्शनों" के दावे वाले कैप्शन के साथ वीडियो को शेयर किया है.
वहीं इस वीडियो को फ़ेसबुक पर भी वायरल दावों वाले कैप्शन के साथ ही शेयर किया गया है.
वायरल वीडियो से जुड़े अन्य फ़ेसबुक पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा तो हमें अंग्रेज़ी में लगाए जा रहे नारे "Why are we here - To save the prophet" सुनाई दिया. इस नारे का हिंदी अनुवाद है “हम यहां क्यों हैं - अपने नबी को बचाने के लिए”. जब हमने इस नारे और वीडियो में दिख रहे प्लेकार्ड पर लिखे नारों की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें यह वीडियो मिला.
गूगल सर्च में हमें इस वीडियो का स्क्रीनग्रैब कुछ न्यूज़ रिपोर्ट्स में मिला, जिसे जून 2022 में प्रकाशित किया गया था.
इस वीडियो से संबंधित न्यूज़ रिपोर्टों में 25 जून 2022 को किया गया एक ट्वीट भी संलग्न था. ट्वीट के साथ मौजूद कैप्शन में वीडियो को अमेरिका के शिकागो का बताया गया था.
जांच के दौरान हमें मुस्लिम मिरर की न्यूज़ वेबसाइट पर भी इससे जुड़ी रिपोर्ट मिली, जिसे 19 जून 2022 को प्रकाशित किया गया था. इस रिपोर्ट में मौजूद फ़ोटो उसी प्रदर्शन का था. फ़ोटो में मौजूद व्यक्ति के हाथ में वायरल वीडियो वाले प्लेकार्ड को ही देखा जा सकता है. आप नीचे मौजूद तस्वीरों के माध्यम से इसे आसानी से समझ सकते हैं.
न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार मुस्लिम समूहों ने भारत की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ़ की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के विरोध में शिकागो स्थित भारतीय दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि प्रदर्शनकारियों ने भारत में मुस्लिमों के ऊपर हमला करने वालों के खिलाफ़ भी कार्रवाई की मांग की थी.
माउंट फ़ूजी में आतिशबाजी के दावे से वायरल यह वीडियो सॉफ्टवेयर से बनाया गया है