कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल है जिसमें वह एक्स-रे मतलब जाति जनगणना बता रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर्स यह अधूरा वीडियो राहुल का मजाक उड़ाते हुए इस कैप्शन के साथ शेयर कर रहे हैं कि कांग्रेस नेता ने एक्स-रे का नाम बदल दिया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो क्रॉप्ड है और इस पर किया जा रहा दावा भ्रामक है. दरअसल राहुल गांधी ने जाति जनगणना को देश का एक्स-रे बताया था. साथ ही वह पिछले साल पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के समय से यह बयान दे रहे हैं.
वायरल क्लिप भारत जोड़ो न्याय यात्रा की है. मालूम हो कि राहुल गांधी इस बार मणिपुर से महाराष्ट्र तक न्याय यात्रा निकाल रहे हैं. यह यात्रा उनकी भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा संस्करण है. 16 फरवरी को यात्रा का उत्तर प्रदेश के चंदौली में प्रवेश हुआ. 150 दिन तक चलने वाली इस यात्रा का आज 39वां दिन है. इस दौरान यात्रा उत्तर प्रदेश के कानपुर में है.
राहुल गांधी अपनी इस यात्रा के दौरान जाति जनगणना का मुद्दा जोर-शोर से उठा रहे हैं. इसे लेकर उनके कुछ भ्रामक वीडियो क्लिप वायरल हो रहे हैं.
वायरल वीडियो क्लिप 13 सेकंड की है जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने एक्स-रे का नाम बदल दिया. एक एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'आज सिक्योरिटी वाले का पैर गाड़ी के नीचे आ गया, हमने कहा X-Ray करवाओ, X-Ray मतलब जाति जनगणना.'
इसका आर्काइव लिंक यहां देखें
एक्स पर ऐसे ही कैप्शन के साथ कई पोस्ट वायरल हैं. इन्हें यहां और यहां पढ़ा जा सकता है.
इसी तरह फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी राहुल गांधी की अधूरी क्लिप वायरल है.
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने संबंधित कीवर्ड्स के साथ गूगल पर सर्च किया. हमें 19 फरवरी की एक मीडिया रिपोर्ट मिली. इसमें न्यूज एजेंसी भाषा के हवाले से बताया गया कि राहुल गांधी ने प्रयागराज में यात्रा के दौरान कहा था कि जाति जनगणना देश का एक्स-रे है, इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
इससे मदद लेकर हमने कांग्रेस के यूट्यूब चैनल पर भी सर्च किया. वहां हमें अमेठी में दिए गए राहुल गांधी के भाषण का पूरा वीडियो प्राप्त हुआ. 19 फरवरी को पोस्ट हुए वीडियो के 16वें मिनट से राहुल को जाति जनगणना पर बोलते हुए सुना जा सकता है.
इसमें राहुल कहते हैं, 'मैंने कहा कि सबकी गिनती करनी है. इस देश में गरीब जनरल कास्ट के कितने लोग हैं. उनके हाथों में कितना दम है, इस देश में पिछड़े लोग कितने हैं. कौन सी जातियां हैं, उनके पास कितना धन है, आदिवासियों और दलितों के पास कितना धन है. मतलब जाति जनगणना जैसे किसी को चोट लगती है तो सबसे पहला काम, आज हमारे एक सिक्यॉरिटी का पैर गाड़ी के नीचे आ गया. हमने पहला काम कहा कि भइया जाकर एक्स-रे कराओ. एक्स-रे का मतलब जाति जनगणना.' वायरल वीडियो इसी भाषण का एक छोटा सा हिस्सा है.
यूपी से पहले बिहार में यात्रा के दौरान भी राहुल गांधी ने जाति जनगणना को देश का एक्स-रे कहा था. 15 फरवरी को प्रकाशित हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, औरंगाबाद में यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में जाति जनगणना एक सामाजिक एक्स-रे है जिससे यह पता चल जाएगा कि इस देश में कौन सी जाति के पास कितना धन है.
हमने इसी पर राहुल गांधी के और बयानों के बारे में ढूंढा तो पिछले साल की मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. पिछले साल मध्य प्रदेश और तेलंगाना विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी राहुल गांधी ने जाति जनगणना पर जोर दिया था और इसे देश का एक्स-रे करार दिया था.
10 अक्टूबर 2023 को इंडिया टुडे में पब्लिश रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश के शहडोल में चुनावी जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने अल्पसंख्यकों का सच पता लगाने के लिए जाति जनगणना को एक्स-रे बताया था. राहुल ने कहा था कि चाहे कुछ भी हो जाए, वह केंद्र को जाति जनगणना कराने के लिए मजबूर कर देंगे. उन्होंने कहा था कि जाति जनगणना पिछड़े वर्ग, दलित और आदिवासियों की समस्या पता लगाने का एक एक्स-रे है.
गौरतलब है कि पिछले साल 2 अक्टूबर को तत्कालीन बिहार सरकार ने जातिगत जनगणना के आंकड़ों की पहली रिपोर्ट जारी की थी. इसके बाद कांग्रेस ने भी जातिगत जनगणना को समर्थन देते हुए 9 अक्टूबर को कार्य समिति की बैठक में प्रस्ताव पारित किया. इसके बाद पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान जातिगत जनगणना कराने की बात कही थी और इसे अपने घोषणापत्र में भी शामिल किया था. तभी से कांग्रेस और राहुल गांधी इस मुद्दे पर मुखर हैं.