सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि उन्होंने एक मंच से भगवान विट्ठल की मूर्ति लेने से इनकार कर दिया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो क्रॉप्ड है. पूरे वीडियो में राहुल एक शख्स के हाथ से मूर्ति लेते और पोज देते देखे जा सकते हैं. असल में यह वीडियो राहुल गांधी के 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के नासिक में हुई सभा का दौरान का है, जहां एक कार्यकर्ता ने उन्हें भगवान विट्ठल की प्रतिमा भेंट की थी.
गौरतलब है कि आगामी लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होने हैं, जिसके नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे. चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियां पूरे जोर-शोर से तैयारी में लगी हुई हैं. इस क्रम में पक्ष-विपक्ष पर आरोप-प्रत्यारोप का भी सिलसिला शुरू हो गया है. सोशल मीडिया पर पार्टी विशेष के समर्थक विरोधी दलों को घेरते हुए वीडियोज और तस्वीरें भी खूब शेयर कर रहे हैं, उनमें कुछ सही तो कुछ फर्जी भी हैं. इसी कड़ी में राहुल गांधी का यह वीडियो भी वायरल है.
आपको बताते चलें कि मणिपुर से शुरू हुई 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' 17 मार्च को मुंबई में समाप्त हुई. इससे पहले बीती 15 मार्च को यह यात्रा महाराष्ट्र के नासिक पहुंची थी, जहां राहुल गांधी ने एक जनसभा संबोधित की. इस मौके पर शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत भी मौजूद रहे. वायरल वीडियो को नासिक में हुई इस जनसभा को जोड़कर शेयर किया जा रहा है कि राहुल ने यहां मंच से भगवान विट्ठल की मूर्ति लेने से मना कर दिया.
राहुल गांधी के इस क्रॉप्ड वीडियो को बीजेपी महाराष्ट्र और बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय के हैंडल से भी शेयर किया गया है. इस वायरल वीडियो में मंच पर कार्यकर्ता राहुल गांधी को पगड़ी बांधते और फोटो खिंचवाते देखे जा सकते हैं. वीडियो में एक शख्स गांधी को भगवान विट्ठल की मूर्ति देते हुए भी देखा जा सकता है, जिसे कथित तौर पर राहुल गांधी नहीं ले रहे हैं.
एक्स पर अमित मालवीय ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'राहुल गांधी ने मंच पर भगवान विट्ठल की मूर्ति लेने से इनकार कर दिया. यह सिर्फ वारकरियों का ही नहीं बल्कि भगवान का सम्मान करने वाले लाखों हिंदू भक्तों का अपमान है. डीएमके से लेकर कांग्रेस तक, हिंदू नफरत ही इंडिया गठबंधन को बांधती है. राहुल गांधी हिंदूमिसिया (हिंदुओं के प्रति घृणा) से पीड़ित हैं.' (अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद)
वारकरी, महाराष्ट्र का वह समुदाय है जो भगवान विट्ठल की पूजा करता है.
बूम ने इससे पहले भी एक्स पर अमित मालवीय द्वारा फैलाए गए फर्जी दावों का फैक्ट चेक किया है. रिपोर्ट्स यहां पढ़ें.
बीजेपी महाराष्ट्र के आधिकारिक एक्स हैंडल से भी वीडियो को शेयर करते हुए मराठी कैप्शन के साथ यही दावा किया गया कि राहुल गांधी मूर्ति लेने से इनकार कर रहे हैं.
इसके अतिरिक्त फेसबुक पर भी राहुल गांधी के इस वीडियो को कई यूजर्स ने इसी दावे से शेयर किया है. यहां देखें.
फैक्ट चेक
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने यूट्यूब पर राहुल गांधी के नासिक में हुई इस सभा से संबंधित कीवर्ड्स सर्च किए. इसके जरिए हमें राहुल गांधी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर लगभग एक घंटे 17 मिनट का पूरा वीडियो मिला. 14 मार्च को अपलोड किए गए इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया था कि यह महाराष्ट्र के नासिक में हुए राहुल गांधी की किसानों के साथ मीटिंग का वीडियो है.
वीडियो के 16 मिनट से लेकर 17 मिनट 31 सेकेंड के बीच वाले हिस्से में वायरल वीडियो वाला पूरा प्रकरण देखा जा सकता है. इस वीडियो में पूरा वाकया देखने पर पता चलता है कि राहुल गांधी ने भगवान विट्ठल की मूर्ति स्वीकार की है.
वीडियो में 16 मिनट 30 सेकेंड पर एक कांग्रेस कार्यकर्ता मंच पर खड़े राहुल गांधी को पगड़ी बांध रहा है, वहीं किनारे में एक दूसरा कार्यकर्ता भगवान विट्ठल की मूर्ति लिए खड़ा है. जैसे ही वह पहली बार मूर्ति राहुल की ओर बढ़ाता है, एक शख्स उसे इंतजार करने के लिए कहता नजर आ रहा है.
आगे 17 मिनट 27 सेकेंड पर राहुल गांधी को मूर्ति स्वीकार करते हुए देखा जा सकता है. इससे साफ है कि वीडियो में मूर्ति स्वीकार करने वाले हिस्से को हटाकर अधूरे वीडियो को गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने भगवान विट्ठल की मूर्ति लेने से इनकार कर दिया है.
इसके अतिरिक्त हमें एक्स पर बीजेपी महाराष्ट्र के पोस्ट के कमेंट सेक्शन में भी ऐसे कई रिप्लाई मिले, जिसमें वायरल दावे का खंडन करते हुए वायरल वीडियो के बाद वाले हिस्से को पोस्ट किया गया था.
महाराष्ट्र कांग्रेस ने भी इसपर रिप्लाई करते हुए मराठी कैप्शन के साथ इसका खंडन किया और महाराष्ट्र बीजेपी पर निशाना साधा.
हमें देशबंधु अखबार के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी वायरल वीडियो से संबंधित लगभग पांच मिनट का एक वीडियो मिला, इसमें भी वायरल वीडियो के बाद वाला हिस्सा देखा जा सकता है. वीडियो में साफ तौर पर राहुल गांधी भगवान विट्ठल की मूर्ति को स्वीकार करते हुए नजर आ रहे हैं.
कौन हैं भगवान विट्ठल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भगवान विट्ठल महराष्ट्र के सबसे लोकप्रिय देवताओं में से एक माने जाते हैं. वे ईंट पर विराजमान हैं, चूंकि मराठी में ईंट को वीट कहते हैं इसलिए उनका नाम विट्ठल पड़ा. यह एक हिंदू देवता हैं, जिनकी पूजा मुख्यतः महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, तेलंगाना, और आंध्रप्रदेश में की जाती है. भगवान विट्ठल को आम तौर पर भगवान विष्णु या उनके अवतार, कृष्ण का रूप माना जाता है. मुख्य तौर पर वारकरी समुदाय के लोग इनके भक्त हैं.