कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मुंबई रेलवे स्टेशन पर एक भीड़ भरी ट्रेन का इंतजार कर रही भारी भीड़ का एक पुराना वीडियो इस झूठे दावे के साथ शेयर किया है कि इस ट्रेन में उत्तर प्रदेश में आयोजित हो रही प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) में भाग लेने के लिए जा रहे छात्र हैं.
राहुल गांधी ने यह वीडियो उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए शेयर किया कि परीक्षा देने वाले छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने के लिए प्रावधान नहीं किया गया है. वीडियो को फेक बताये जाने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट को डिलीट कर दिया.
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हालांकि, यह वीडियो कम से कम छह साल पुराना है और पिछले साल बूम द्वारा इसका फ़ैक्ट चेक किया गया था जब यह 1 फरवरी, 2021 को मुंबई के बोरीवली स्टेशन पर भारी भीड़ दिखाने के झूठे दावे के साथ वायरल हुआ था. यह उस समय की बात है जब महाराष्ट्र सरकार ने महामारी ख़त्म होने के बाद लोकल ट्रेनों को फिर से शुरू किया था.
15 अक्टूबर, 2022 को यूपी पीईटी (PET) परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें छात्रों द्वारा अपने संबंधित परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के दौरान सार्वजनिक परिवहन में भारी अव्यवस्था की ख़बरें आयी हैं जिसके सन्दर्भ में राहुल गांधी ने ये वीडियो शेयर किया.
बूम के एक रिपोर्टर ने ट्वीटडेक पर ट्वीट को देखा और एक स्क्रीनशॉट लिया लेकिन तब तक उन्होंने इसे डिलीट कर दिया.
हालांकि हम ट्वीट को आर्काइव नहीं कर सके लेकिन इसे ट्विटर एनालिटिक्स टूल ट्रेंडमैप पर ढूंढने में सफल हुए.
राहुल गांधी ने वीडियो के साथ कैप्शन लिखा,"फॉर्म - 37 लाख खाली पद - गिनती के! इन युवाओं को सालाना 2 करोड़ रोज़गार का झांसा दिया गया था, लेकिन इन तस्वीरों में बस देश के शिक्षित बेरोज़गार युवाओं की बेबसी दिख रही है। ये साफ़ है कि प्रधानमंत्री आंखें मूंद कर बैठे हैं और नौजवान ठोकरें खाने पर मजबूर हैं."
पुराने वीडियो वाला ट्वीट डिलीट करने के बाद राहुल गांधी ने ठीक उसी कैप्शन के साथ एक और ट्वीट किया लेकिन एक नई तस्वीर के साथ जिसमें एक भीड़-भाड़ वाली ट्रेन के अंदर का दृश्य दिखाया गया था.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने ट्वीट के स्क्रीनशॉट से थंबनेल देखा और मुंबई की एक लोकल ट्रेन के रूप में इसकी पहचान की.
हमने यह भी देखा कि यह उसी ट्रेन का वीडियो है जो पिछली साल फरवरी 2021 में लॉकडाउन खत्म होने के बाद मुम्बई के बोरीवली स्टेशन पर भीड़ भरी ट्रेन के दावे से वायरल हुई थी. तब हमनें इसका फ़ैक्ट चेक कर पता लगाया था कि असल में ये भीड़ भरी ट्रेन की वीडियो इंटरनेट पर 2016 से मौजूद है.
वीडियो को बिना स्टेशन का नाम बताए 21 मार्च 2016 को अपलोड किया गया. हालांकि इसके डिस्क्रिप्शन में लिखा था 'मुम्बई की भीड़ भरी लोकल ट्रेन'.
जब 2021 में हमनें पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता से संपर्क किया था तो उन्होंने बूम को बताया कि "वीडियो पुराना है और वर्तमान में स्थिति ऐसी नहीं है. यहां तक कि 1 फरवरी 2021 को और महामारी के दौरान भी भीड़ को हमारे कर्मचारियों ने नियंत्रित किया था और रेलवे पुलिस ने यह सुनिश्चित किया था कि कहीं अधिक भीड़ न हो. हमें किसी भी रेलवे स्टेशन पर इस तरह की भीड़ की सूचना नहीं मिली है."
हालांकि हम इस बात की पुष्टि नहीं कर सके कि वीडियो वास्तव में कब और कहां रिकॉर्ड किया गया था. हमारी जांच से पता चलता है कि यह कम से कम छह साल पुराना है और शनिवार को यूपी पीईटी (UP-PET) परीक्षा के दौरान सार्वजनिक परिवहन की भीड़ से संबंधित नहीं है.
ट्रेन के गेट से लटके यात्रियों की पुरानी वीडियो UP-PET 2022 से जोड़कर वायरल