सोशल मीडिया पर सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग वाला एक वीडियो वायरल है, जिसमें घर के आंगन में कुछ लोग एक दूसरे के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं. यूजर्स दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के कौशांबी में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्त्ताओं ने बीजेपी को वोट न करने पर दलित समाज के लोगों के घर में घुसकर मारपीट की है.
बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो प्रतापगढ़ के मानिकपुर में दो पड़ोसियों के बीच पेड़ काटने को लेकर हुए विवाद का है. इसका चुनाव से कोई लेना नहीं है.
गौरतलब है कि कौशाम्बी लोकसभा सीट पर 20 मई 2024 को पांचवे चरण के दौरान मतदान हुआ था, जबकि प्रतापगढ़ लोकसभा सीट के लिए छठवें चरण के दौरान 25 मई 2024 को मतदान होना है.
टीवी न्यूज चैनल भारत समाचार ने अपने एक्स हैंडल पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'कौशाम्बी - दलित समाज के लोगों पर हमला, BJP को वोट न करने पर मारपीट, भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने घर में घुसकर पीटा, मारपीट का वीडियो CCTV कैमरे में कैद, सपा प्रत्याशी ने चुनाव आयोग से शिकायत की, कौशाम्बी के मानिकपुर मीरगढ़वा का मामला.'
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अपने एक्स हैंडल से वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'कौशाम्बी के मानिकपुर मीरगढ़वा में BJP को वोट न देने पर बौखलाए भाजपा कार्यकर्ताओं ने दलित समाज के लोगों की बेरहमी से पिटाई कर दी.'
फैक्ट चेक
बूम ने फैक्ट चेक के लिए वायरल वीडियो की पड़ताल की. हमने देखा कि भारत समाचार के वीडियो पोस्ट के रिप्लाई में प्रतापगढ़ पुलिस के एक्स हैंडल से बताया गया कि यह दावा गलत और भ्रामक है.
प्रतापगढ़ पुलिस की 20 मई 2024 की पोस्ट में बताया गया कि यह घटना प्रतापगढ़ जिले के थाना मानिकपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम रम्मा का पुरवा की है. यह मामला पेड़ की डाल का बिजली के खम्भे पर गिरने से बिजली का तार टूट जाने के कारण दो पक्षों के बीच हुए विवाद का है.
— PRATAPGARH POLICE (@pratapgarhpol) May 20, 2024
घटना की अधिक जानकारी के लिए बूम ने लोकल रिपोर्टर सुनील यादव से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि यह घटना 18 मई 2024 की दो पड़ोसियों के बीच पेड़ काटने को लेकर हुए विवाद की है.
इस घटना के संंबंध में हमें हिंदुस्तान लाइव पर भी एक न्यूज रिपोर्ट मिली, जिसमें इंस्पेक्टर जयचंद भारती के हवाले से बताया गया, "यह मामला 18 मई को गूलर का पेड़ कटाते समय विद्युत पोल टूटने के कारण हुए विवाद का है. इस घटना में चुनाव की कहीं दूर तक कोई बात नहीं है इसे फर्जी तरीके से फैलाया जा रहा है. मामले की जांच कर रिपोर्ट अधिकारियों को देकर आगे की कार्रवाई की जा रही है."
बूम ने अधिक स्पष्टीकरण के लिए प्रतापगढ़ के एसपी से भी संपर्क किया. उन्होंने भी सोशल मीडिया पर वायरल इस दावे को गलत बताया है.