फैक्ट चेक

पाकिस्तान में CAA लाने के दावे से वायरल पीएम शहबाज शरीफ का ट्वीट फेक है

सोशल मीडिया पर शहबाज शरीफ के अकाउंट से पाकिस्तान में सीएए लाने के दावे वाला ट्वीट वायरल है. बूम ने पाया कि शहबाज ने ऐसा कोई पोस्ट नहीं किया है.

By - Rohit Kumar | 13 March 2024 3:22 PM IST

पाकिस्तान में CAA लाने के दावे से वायरल पीएम शहबाज शरीफ का ट्वीट फेक है

सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के दावे से एक ट्वीट काफी वायरल हो रहा है. ट्वीट में लिखा है, ‘भारत सरकार के अलोकतांत्रिक और सांप्रदायिक सीएए के जवाब में सरकार ने पाकिस्तान में अपना नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA)  लागू करने का फैसला लिया है, जिसमें भारत में प्रताड़ित मुसलमानों को पाकिस्तान की नागरिकता दी जाएगी.' यूजर ट्वीट को सही मानते हुए इसे सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं. 

बूम ने अपनी जांच में पाया कि पाकिस्तान में सीएए लाए जाने का दावा झूठा है. वायरल ट्वीट पूरी तरह फर्जी है. शहबाज शरीफ के अकाउंट से ऐसा कोई ट्वीट नहीं हुआ है. 

गौरतलब है कि बीते 11 मार्च को भारत सरकार ने सीएए को एक अधिसूचना जारी देशभर में लागू कर दिया. इस कानून के तहत, तीन पड़ोसी देशों बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी. यह कानून 2019 में बन गया था. 

फेसबुक पर यूजर ने लिखा, 'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा हम ने भी पाकिस्तान में CAA कानून लागू कर दिया. भारत में जिन भी मुसलमानों को लगता है उन पर वहां अत्याचार हो रहा है, भारत रहने लायक नहीं है वो मुस्लमान पाकिस्तान आ जाओ हम तुरंत उन्हें पाकिस्तानी नागरिकता प्रदान कर देंगे.'



सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी इसी तरह के दावे के साथ यह ट्वीट वायरल है. 

आर्काइव पोस्ट यहां देखें.



फैक्ट चेक

वायरल दावे की पड़ताल के लिए बूम ने सबसे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के एक्स अकाउंट को चेक किया लेकिन उनकी टाइमलाइन पह हमें ऐसा कोई भी ट्वीट नहीं दिखा जैसा कि दावा किया जा रहा है. उनकी टाइमलाइन पर लास्ट ट्वीट 10 मार्च 2024 को मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को धन्यवाद देने का था. शहबाज शरीफ के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने उन्हें बधाई दी थी.

इसके बाद से उनके अकाउंट पर कोई अन्य ट्वीट नहीं किया गया था. जबकि वायरल ट्वीट में 11 मार्च 2024 की डेट दिख रही है.




हमने वेबपेज आर्काइव करने वाली वेबसाइट वेबैक मशीन और आर्काइवटुडे पर वायरल ट्वीट का आर्काइव वर्जन चेक किया. लेकिन वहां भी हमें ऐसा कोई ट्वीट नहीं मिला. 

हमने वायरल पोस्ट के रिप्लाई को देखने के लिए एक्स पर एडवांस सर्च किया, हमने पाया कि लेटेस्ट रिप्लाई उनके 10 मार्च की पोस्ट पर ही थे. हमें वायरल ट्वीट के हटाए जाने वाला लिंक भी नहीं मिला जबकि एक्स पर किसी पोस्ट के रिप्लाई तब भी देखे जा सकते हैं, जब मूल ट्वीट हटा दिया गया हो. हमने देखा कि वायरल ट्वीट में 53 कोट्स शेयर को भी दिखाया गया था लेकिन सोशल मीडिया पर हमें इसका कोई भी कोट ट्वीट नहीं मिला. 

वायरल दावा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और एक बड़ी खबर सीएए से जुड़ा है. इसलिए हमने पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स को भी चेक किया. लेकिन हमें कोई भी ऐसी विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली, जो इस दावे की पुष्टि करती हो. 

स्पष्ट है कि शहबाज शरीफ के नाम से वायरल ट्वीट फर्जी है. इसे एडिट कर बनाया गया है.



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