प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह गृह मंत्री अमित शाह सहित तमाम आला अफ़सरों के साथ टीवी देखते हुए नज़र आ रहे हैं. वीडियो में दिखाया गया है कि पीएम मोदी टीवी पर बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री की रामकथा को सुनकर व देखकर आनंदित हो रहे हैं.
वीडियो में धीरेन्द्र शास्त्री सनातन धर्म की ख़ूबी बताते हुए हिन्दुओं को किसी अन्य धर्म की पूजा-पद्धितियों में शामिल होने पर बुरा-भला कहते हुए नज़र आ रहे हैं.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. असल वीडियो में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह बालासोर रेल दुर्घटना की जानकारी लेते हुए दिखाई देते हैं.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वायरल वीडियो पोस्ट करते हुए लिखे, 'प्रधानमंत्री मोदी जी ने बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का माता के प्रसंग वाले रामकथा का वीडियो देखा और सुना.'
इसी दावे से यह वीडियो अन्य यूज़र्स ने भी फ़ेसबुक पर शेयर की है जिसे यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल दावे से संबंधित कीवर्ड्स के साथ खोजबीन की तो हमें इससे जुड़ी कोई न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली. आमतौर पर पीएम मोदी से जुड़ी हर छोटी-बड़ी गतिविधि मीडिया में सुर्खी बनती है. अगर पीएम मोदी ने धीरेन्द्र शास्त्री की कथा सुनी या देखी होती तो ज़रूर मीडिया इसे कवर करता.
इसके बाद, बूम ने वायरल वीडियो से स्क्रीनग्रैब निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च पर चलाया तो न्यूज़ एजेंसी ANI का 03 जून 2023 का एक वीडियो मिला, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित कई अधिकारी बैठे हुए दिख रहे हैं. यह वीडियो ओडिशा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना की स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ली गई हाई लेवल मीटिंग के समय का है.
वीडियो में 21 सेकंड की समयावधि पर उसी दृश्य को देखा जा सकता है जो वायरल वीडियो में नज़र आता है. एक आयताकार टेबल पर बैठे सभी लोग सामने की तरफ़ लगे टीवी की ओर देख रहे हैं.
हमने पाया कि वायरल वीडियो में सिर्फ टीवी पर दृश्य बदलते हैं लेकिन पीएम मोदी सहित तमाम लोग लोग स्थिर मुद्रा में बैठे हैं, जबकि असल वीडियो में टीवी पर दृश्य स्थिर हैं और उसके पास एक महिला खड़ी होकर जानकारी दे रही है. नीचे हमने दोनों की तुलना की है.
बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी इस हाई लेवल मीटिंग का वीडियो शेयर किया गया था. उसमें भी वायरल वीडियो के समान दृश्य देख सकते हैं.
हमारी अब तक की जांच से साफ़ हो जाता है कि वायरल वीडियो एडिटेड है. पीएम मोदी 2 जून को ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे के सम्बन्ध में स्थिति का जायजा ले रहे थे, ना कि वह बागेश्वर धाम के पुजारी धीरेन्द्र शास्त्री की कथा सुन रहे हैं.
गौरतलब है कि इस रेल दुर्घटना में 288 लोगों की मौत और एक हज़ार से अधिक लोग घायल हो गए थे.
इसके बाद, हमने वायरल वीडियो में दिखाई जा रही धीरेन्द्र शास्त्री की कथा के बारे में खोज की तो बागेश्वर धाम सरकार के यूट्यूब चैनल पर हमें वही वीडियो 6 अगस्त 2022 को अपलोड हुआ मिला, जो वायरल वीडियो में टीवी की स्क्रीन पर दिखाई देता है.
बूम पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा धीरेन्द्र शास्त्री की कथा सुनने के दावे वायरल वीडियो को फैक्ट चेक कर चुका है, जिसे यहां देख सकते हैं.
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