सोशल मीडिया पर शीतल पेय रूह अफजा के दो बोतलों की तस्वीर काफी वायरल है. इसमें दावा किया जा रहा है कि रूह अफजा बनाने वाली कंपनी 'हमदर्द' भारत और सऊदी अरब में इसकी बोतलों पर अलग-अलग लेबल लगाकर बेचती है. यूजर्स का कहना है कि भारत में बिकने वाली बोतल में फलों की तस्वीर है जबकि सऊदी अरब और दुबई में बिकने वाली बोतल में फल की तस्वीर नहीं है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. बूम को रूह अफजा बनाने वाली भारतीय कंपनी के एग्जिक्यूटिव ने बताया कि कंपनी भारत सहित दुनिया के दूसरे देशों में रूह अफजा के बोतल पर एक ही तस्वीर लगाकर बेचती है. दूसरी वायरल तस्वीर से उनका कोई लेना देना नहीं है.
वायरल फोटो को फेसबुक पर शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'यह दोनों रूह अफजा की बोतल है. पहली बोतल भारत में बिकती है जिसमें विभिन्न प्रकार के फलों की तस्वीर है. दूसरी बोतल सऊदी अरब में बिकती है और उसमें फलों की तस्वीर नहीं है, क्योंकि वहां के नियम के अनुसार किसी भी खाने-पीने के प्रोडक्ट की पैकिंग में वो फोटो नहीं लगा सकते जो उस प्रोडक्ट में प्रयोग नहीं किया गया हो, लेकिन ये भारत है यहां किसी को भी कंपनियां मूर्ख बना देती हैं.'
यही दावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भी वायरल (आर्काइव लिंक) है.
दावे की सत्यता की जांच के लिए बूम की टिपलाइन (+917700906588) पर हमें यह तस्वीर प्राप्त हुआ.
फैक्ट चेक
बूम की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी पाया गया. बूम ने भारत में रूह अफजा बनाने वाली कंपनी 'हमदर्द' के एग्जिक्यूटिव से बात की तो उन्होंने वायरल दावे को गलत बताया. उन्होंने कहा, "हम भारत और दुनिया के किसी भी देश में बिकने वाले प्रोडक्ट के लिए एक ही तरह की तस्वीर बोतल पर छापते हैं. वायरल तस्वीर हमारे प्रोडक्ट की नहीं है. यह पूरी तरह से गलत है."
जब वायरल इमेज को हमने गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया तो पता चला कि यह भारतीय कंपनी 'हमदर्द' द्वारा नहीं, बल्कि पाकिस्तानी कंपनी 'हमदर्द' द्वारा बनाया गया रूह अफजा है. दरअसल पाकिस्तानी कंपनी 'हमदर्द' भी इसी नाम से रूह अफजा का उत्पादन करती है. वायरल तस्वीर पर लगा कंपनी का लोगो भी पाकिस्तानी कंपनी 'हमदर्द' का ही है.
1947 में कंपनी का भी हो गया था बंटवारा
1907 में पुरानी दिल्ली में हकीम हाफिज अब्दुल मजीद ने पहली बार शीतल पेय रूह अफजा तैयार किया था. फिर साल 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ तो अब्दुल मजीद के छोटे बेटे हकीम मोहम्मद सईद पाकिस्तान चले गए और वहां उन्होंने 'हमदर्द' कंपनी के बैनर तले ही कराची में इसका उत्पादन शुरू किया. हकीम हाफिज अब्दुल मजीद के बड़े बेटे अब्दुल हमीद भारत में ही रहे और उन्होंने यहां पुराने 'हमदर्द' ट्रस्ट के नाम वाले ब्रांड के साथ उत्पादन जारी रखा. वर्तमान समय में दोनों देशों में एक ही नाम की अलग-अलग कंपनी रूह अफजा बनाती हैं.
अमेजन को पाकिस्तानी कंपनी का प्रोडक्ट हटाने को कहा गया था
साल 2022 में दिल्ली हाईकोर्ट ने अमेजन इंडिया से भारतीय ग्राहकों के लिए पाकिस्तानी 'हमदर्द' कंपनी द्वारा बनाए गए रूह अफजा को अपने प्लेटफार्म से हटाने का आदेश भी दिया था. तब भारतीय 'हमदर्द' कंपनी ने ई-कॉमर्स के माध्यम से बेचे जाने के खिलाफ मामला दायर किया था.