फैक्ट चेक

मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने वाले नेता पीसी जॉर्ज केरल कांग्रेस के साथ नहीं हैं

बूम ने पाया कि पीसी जॉर्ज का यह वीडियो 2022 का है, तब वह खुद की पार्टी केरल जनपक्षम (सेक्युलर) में थे, जिसका विलय इसी साल जनवरी में भाजपा में हो गया.

By - Jagriti Trisha | 3 May 2024 9:18 PM IST

मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने वाले नेता पीसी जॉर्ज केरल कांग्रेस के साथ नहीं हैं

सोशल मीडिया पर केरल के वरिष्ठ नेता पीसी जॉर्ज का लगभग दो साल पुराना एक हेट स्पीच वायरल है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह केरल कांग्रेस नेता पीसी जॉर्ज हैं और यह केरल सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. 

बूम ने पाया कि पीसी जॉर्ज केरल कांग्रेस का हिस्सा नहीं हैं. यह साल 2022 का वीडियो है, तब वह अपनी पार्टी केरल जनपक्षम (सेक्युलर) पार्टी का हिस्सा थे, जिसका विलय इसी साल जनवरी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में हो गया. 

केरल की पूंजर सीट से 7 बार विधायक रह चुके केरल के वरिष्ठ नेता पीसी जॉर्ज का यह पुराना वीडियो गलत दावे से वायरल है. हमने पाया कि लगभग 2 मिनट के इस वीडियो में जॉर्ज समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काऊ बातें बोल रहे हैं.

वीडियो को एक्स पर भाजपा समर्थक यूजर Jitendra pratap singh ने शेयर करते हुए लिखा, 'केरल कांग्रेस के नेता पीसी जॉर्ज ने कहा कि सभी ईसाईयों और हिंदुओं को मुसलमानों के रेस्टोरेंट और होटल में कभी भी खाना खाने नहीं जाना चाहिए क्योंकि मुसलमान व्यवसायी खानों में कई तरह की दवाएं मिलाकर हिंदुओं और ईसाइयों को नपुंसक बनाकर इस देश की सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं. उन्होंने अपने बात के उदाहरण में श्रीलंका के डॉक्टर का भी नाम लिया. उन्होंने जो कहा इस बहस में ना जाते हुए आप यह सोचिए यह व्यक्ति कोई मामूली व्यक्ति नहीं है यह केरल सरकार में पूर्व मंत्री रह चुका है.'


पोस्ट का आर्काइव लिंक.


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साल 2022 का है वायरल वीडियो 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के की फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. इसके जरिए हमें मलयाली न्यूज वेबसाइट मध्यामं (Madhyamam) की एक रिपोर्ट मिली. 30 अप्रैल 2022 की इस रिपोर्ट में बताया गया कि अनंतपुरी हिंदू महासम्मेलन के एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक पीसी जॉर्ज ने मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो से मिलती-जुलती तस्वीर देखी जा सकती है. वीडियो के पीछे पोस्टर में भी साल 2022 लिखा देखा जा सकता है.



फिर हमने दावे से संबंधित कीवर्ड्स के जरिए कुछ और मीडिया रिपोर्ट्स की तलाश की. 1 मई 2022 को नवभारत टाइम्स और आजतक में पब्लिश रिपोर्ट्स में भी यही बताया गया कि उन्होंने अनंतपुरी में एक हिंदू महासम्मेलन में मुस्लिमों के खिलाफ इस तरह के भड़काऊ भाषण दिए थे. रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि उस समय इस घटना पर कांग्रेस ने राज्य सरकार से पीसी जॉर्ज के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी.

आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद तिरुवनंतपुरम फोर्ट पुलिस ने जॉर्ज को हिरासत में ले लिया था. हालांकि उसी दिन उन्हें जमानत भी मिल गई थी.

केरल कांग्रेस के साथ नहीं हैं पीसी जॉर्ज

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, पीसी जॉर्ज का राजनीतिक सफर देखें तो वह केरल के कोट्टायम जिले स्थित पूंजर सीट से सात बार विधायक रह चुके हैं. इस बीच जॉर्ज केरल कांग्रेस, केरल कांग्रेस (जोसेफ), केरल कांग्रेस (मणि), और केरल कांग्रेस (सेक्युलर) जैसी विभिन्न पार्टियों का हिस्सा रहे हैं.

कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ सरकार के कार्यकाल में 2011 से 2015 तक पीसी जॉर्ज केरल विधानसभा के चीफ व्हिप भी रहे. पर वह कभी भी केरल सरकार में मंत्री नहीं रहे, जैसा कि दावा किया गया है. साल 2017 में उन्होंने अपनी पार्टी केरल जनपक्षम (सेक्युलर) पार्टी बनाई. 2021 में केरल विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें एलडीएफ के उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा था और यह दूसरे स्थान पर रहे थे.

वर्तमान परिदृश्य पर नजर डालें तो फिलहाल पीसी जॉर्ज भाजपा के साथ हैं. इसी साल जनवरी में उनकी पार्टी केरल जनपक्षम (सेक्युलर) का भाजपा में विलय हो गया. 

न्यूज एजेंसी एएनआई के आधिकारिक एक्स हैंडल पर भी पीसी जॉर्ज के विलय से संबंधित 31 जनवरी 2024 की एक पोस्ट देखी जा सकती है.

पोस्ट का आर्काइव लिंक.

केरल के वरिष्ठ नेता केएम जॉर्ज ने 1964 में कांग्रेस से अलग होकर केरल कांग्रेस का गठन किया था. इसके बाद से अलग-अलग मौके पर केरल कांग्रेस के भी कई घटक बन चुके हैं जिनमें केरल कांग्रेस (बी), केरल कांग्रेस (एम), केरल कांग्रेस (जैकब) और केरल कांग्रेस (जोसेफ) वगैरह शामिल हैं.

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