सोशल मीडिया पर भारत द्वारा पाकिस्तान के किराना हिल्स पर हमले के दावे से एक वीडियो वायरल है. वीडियो में एक पहाड़ी के निकट धमाके होते हुए देखे जा सकते हैं.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2015 में यमन में नुकुम पर्वत के समीप हुए एक धमाके का है.
भारत-पाकिस्तान विवाद के बीच बीते दिनों कई न्यूज चैनल्स ने पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने किराना हिल्स पर भारत द्वारा हमला किये जाने के अनुमान से संबंधित कार्यक्रमों का प्रसारण किया था. भारतीय सेना ने 12 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किराना हिल्स को निशाना बनाने संबंधी अफवाह से इंकार किया था. वैश्विक परमाणु निगरानी संस्था अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने इंडियन एक्सप्रेस से पाकिस्तान में किसी भी परमाणु संयंत्र से कोई विकिरण रिसाव या उत्सर्जन न होने की पुष्टि की है.
फेसबुक यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, "किराना हिल्स...पाकिस्तान.. IAF strike अब आप अपने हिसाब से समझें और निष्कर्ष निकालें, ये क्या फटा है ?"
इंस्टाग्राम पर भी यह वीडियो इसी तरह के दावे से वायरल है.
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने वीडियो के की-फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. सर्च के दौरान हमें News Of Yemini Revolution फेसबुक पेज से 11 मई 2015 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. वीडियो के कैप्शन में बताया गया है कि वायरल वीडियो नुकूम पर्वत पर हुए विस्फोट की घटना का है.
वीडियो के की-फ्रेम को संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो के विजुअल वाली रिपोर्ट मिली. मीडिया आउटलेट की 11 मई 2015 की रिपोर्ट के अनुसार, यमन की राजधानी सना के पूर्व में स्थित नुकुम पर्वत पर एक बड़ा विस्फोट हुआ था जिसमें बड़ी संख्या में जनहानि हुई थी.
Alarabia की 12 मई 2015 की रिपोर्ट में बताया गया है कि यमन की राजधानी सना के पूर्व में स्थित नुकुम पर्वत पर सालेह और हूती मिलेशिया के हथियार डिपो में धमाके की यह घटना हुई थी.
2015 में हूतियों को यमन से उखाड़ फेंकने के लिए सऊदी अरब के नेतृत्व में खाड़ी देशों के गठबंधन ने हूतियों के खिलाफ एक युद्ध अभियान चलाया था. हूती विद्रोहियों का 2014 से राजधानी सना समेत यमन के एक बड़े हिस्से पर नियंत्रण है.
अल जजीरा की 21 अप्रैल 2015 की रिपोर्ट के अनुसार, 'यमन में हूतियों को पीछे धकेलने के लिए सऊदी अरब ने 26 मार्च 2015 को अपना सैन्य हवाई अभियान शुरू किया था. इस अभियान के अंतर्गत उन्होंने हूतियों के सैन्य एवं हथियारों के ठिकानों पर हमला किया था.