सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में महिलाओं के चेंजिंग रूम में हिडन कैमरा लगाने के दावे से साधुओं की पिटाई का असंबंधित वीडियो वायरल है.
बूम ने जांच में पाया कि साधुओं को पीटने की घटना का वायरल वीडियो बंगाल के पुरुलिया जिले के गौरांगडीह का है जहां 11 जनवरी 2024 को स्थानीय लोगों ने साधुओं को किडनैपर समझकर पीट दिया था.
क्या है वायरल दावा ?
फेसबुक यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, 'वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मुरादनगर गंगनहर पर मंदिर के बाहर चेंजिंग रूम का है, इसमें CCTV कैमरा लगा मिला है. सभी कैमरों की लाइव फीड महंत मुकेश गोस्वामी के मोबाइल पर थी. महंत के मोबाइल से पुलिस को महिलाओं के कपड़े बदलते हुए कई क्लिप मिली है. महंत पर FIR दर्ज, महंत हुआ फरार. लेकिन अन्य बाबाओं की धुलाई हो रही है आप वीडियो में देख सकते हैं'. आर्काइव लिंक
एक्स पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. आर्काइव लिंक
पड़ताल में क्या मिला :
पश्चिम बंगाल का है वीडियो
वायरल दावे की जांच के लिए हमने वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. सर्च के दौरान हमें एक्स पर 13 जनवरी 2024 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. जिसमें वायरल वीडियो को पश्चिम बंगाल का बताया गया है.
संबंधित कीवर्ड से सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो के विजुअल वाली न्यूज रिपोर्ट मिली. टाइम्स नाउ की 13 जनवरी 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में स्थानीय लोगों ने गंगा सागर मेले जा रहे साधुओं के एक समूह की पिटाई कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी.
गलतफहमी का शिकार बने थे साधु
जनसत्ता की रिपोर्ट के अनुसार, 11 जनवरी 2024 को साधुओं का एक समूह गंगासागर मकर संक्रांति मेले के आयोजन में शामिल होने जा रहा था. पुरुलिया में साधुओं ने गाड़ी रोककर मंदिर जा रही लड़कियों से रास्ता पूछा, लड़कियां चिल्लाकर भागने लगीं तो स्थानीय लोग इकट्ठे हो गए और साधुओं को अपहरणकर्ता समझकर पीट दिया. भीड़ ने साधुओं के कपड़े भी फाड़ दिए. पुलिस ने आरोपियों को छुड़ाया और काशीपुर थाने ले आई.
इस घटना पर पुरुलिया तत्कालीन एसपी अविजित बनर्जी ने मीडिया को घटना की जानकारी देते हुए बताया कि गौरांगडीह के पास तीन लड़कियां पूजा के लिए काली मंदिर जा रही थीं, एक कार उनके पास रुक गई, साधुओं ने उनसे कुछ पूछा, भाषा नहीं समझ पाने के चलते उनके बीच कुछ गलतफहमी हो गई, लड़कियों ने सोचा कि साधु उनका पीछा कर रहे हैं.
घटना के समय यह वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ भी वायरल हुआ था. उस समय पुरुलिया पुलिस ने अपने एक्स हैंडल पर वायरल दावे का खंडन किया था. काशीपुर के पास गंगासागर जा रहे साधुओं और 3 नाबालिग लड़कियों के बीच भाषा को समझने को लेकर गलतफहमी हो गई थी. इसके बाद स्थानीय लोगों ने साधुओं को पीट दिया था.
गाजियाबाद की घटना से नहीं वीडियो का संबंध
एबीपी न्यूज की 25 मई 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद के मुराद नगर में गंगनगर घाट पर शनि मंदर के चेंजिंग रूम में सीसीटीवी कैमरा लगे होने की घटना सामने आई थी. ये कैमरा महंत मुकेश गोस्वामी के मोबाइल फोन से कनेक्ट था. घटना के संबंध में पुलिस ने 23 मई 2024 को थाना मुराद नगर में मामला दर्ज किया था.


