बीते 18 अगस्त को विदेशी अख़बार द न्यूयार्क टाइम्स के अंतर्राष्ट्रीय संस्करण में दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले सरकारी स्कूलों को लेकर ख़बर छपी. इस ख़बर को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने ट्वीट किया. अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की तारीफ़ भी की. न्यूयार्क टाइम्स की इस ख़बर को खलीज टाइम्स ने भी छापा है.
वहीं दिल्ली बीजेपी के नेताओं ने न्यूयार्क टाइम्स में छपी इस ख़बर को विज्ञापन बता दिया. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर इस ख़बर को लेकर एक दावा काफ़ी वायरल होने लगा, जिसमें कहा गया कि "विदेशी अख़बारों में जो फ़ोटो छपी है वह दिल्ली के सरकारी स्कूल नहीं बल्कि प्राइवेट स्कूल की तस्वीर है".
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा पूरी तरह से फ़र्ज़ी है, न्यूयार्क टाइम्स में मौजूद फ़ोटो में दिख रहे विद्यार्थी सर्वोदय विद्यालय ककरोला के स्टूडेंट्स है, जो दिल्ली के द्वारका के सेक्टर 16 में स्थित है.
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने भी वायरल दावे को ट्वीट करते हुए लिखा "न्यूयॉर्क टाइम्स और ख़लीज़ टाइम्स में पैसे देकर ख़बर तो छपवा ली, पर झूठ और चोरी की आदत नहीं गयी, ये फ़ोटो दिल्ली के सरकारी स्कूल की नहीं बल्कि मयूर विहार के मदर मैरी स्कूल के बच्चों की हैं, केजरीवाल और सिसोदिया देश में भी झूठ बेच रहे हैं और विदेश में भी". ट्वीट में खलीज टाइम्स की ख़बर वाली फ़ोटो और मदर मैरी स्कूल के कुछ छात्राओं की तस्वीर भी मौजूद है.
कपिल मिश्रा के अलावा दिल्ली के सांसद प्रवेश सिंह वर्मा समेत कई अन्य भाजपा नेताओं ने भी वायरल दावे को अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया.
इतना ही नहीं वायरल दावे वाले कई पोस्ट्स फ़ेसबुक पर भी मौजूद हैं, जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि द न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित तस्वीरें प्राइवेट स्कूल मदर मैरी स्कूल की हैं वाला दावा फ़र्ज़ी है.
अपनी जांच के दौरान हम दिल्ली के ककरोला में स्थित सर्वोदय विद्यालय भी गए और यह पाया कि द न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित क्लासरूम की तस्वीर वास्तविक में एक सरकारी स्कूल की है.
हमने पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार में स्थित मदर मैरी स्कूल की वेबसाइट को चेक करने पर पाया कि वेबसाइट में इसे सिर्फ़ लड़कियों का स्कूल बताया गया है.
जबकि न्यूयार्क टाइम्स में मौजूद फ़ोटो में क्लासरूम में लड़के और लड़कियों दोनों को बैठे हुए देखा जा सकता है, जबकि केवल लड़कियों वाले स्कूल के ऐसे दृश्य नहीं होते हैं.
इससे पता चलता है कि कपिल मिश्रा द्वारा ट्वीट की गई दोनों तस्वीरें एक ही स्कूल की नहीं हैं. इसके अलावा हमने दोनों तस्वीरों में दिख रही छात्राओं के यूनिफार्म की तुलना करने पर भी पाया कि दोनों यूनिफार्म एक जैसी नहीं है.
न्यूयार्क टाइम्स में मौजूद फ़ोटो में लड़कियों के यूनिफ़ार्म के ऊपर "सर्वोदय" लिखा हुआ एक लोगो भी नज़र आ रहा है, जिससे साफ़ जाहिर होता है कि यह फ़ोटो मदर मैरी स्कूल की नहीं है जैसा दावा सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट्स में किया जा रहा है.
इसके अलावा द न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित आर्टिकल में कहा गया है कि क्लासरूम की ये तस्वीरें फोटो जर्नलिस्ट सौम्या खंडेलवाल द्वारा क्लिक की गई थीं. फ़ोटो के नीचे अंग्रेज़ी में लिखा एक कैप्शन भी मौजूद है, जिसका हिंदी अनुवाद है, "नई दिल्ली में सर्वोदय विद्यालय का एक क्लासरूम, दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में हुए परिवर्तन ने सरकारी स्कूलों को अधिक सफल और आकर्षक बना दिया है."
बूम अपनी जांच के दौरान ककरोला के सेक्टर 16 में स्थित सर्वोदय विद्यालय में भी पहुंचा और इसकी पुष्टि करने में सक्षम रहा कि यह वही स्कूल है जो द न्यूयार्क टाइम्स के फ़ोटो में मौजूद है.
सर्वोदय विद्यालय ककरोला के स्कूल प्रबंधन समिति में मटियाला विधानसभा क्षेत्र के आप विधायक गुलाब सिंह का प्रतिनिधित्व करने वाले दिलीप यादव ने पुष्टि करते हुए बताया कि न्यूयार्क टाइम्स में छपी फोटो इसी स्कूल में ली गई थी. इस दौरान उन्होंने फ़ोटो में दिख कई विद्यार्थियों की भी पहचान की. दिलीप यादव ने बूम को यह भी बताया कि न्यूयार्क टाइम्स में मौजूद फ़ोटो में दिख रहे यूनिफ़ार्म सर्वोदय विद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा पहने जाते हैं और फ़ोटो में दिख रहे विद्यार्थी क्लास 9A के हैं.
उन्होंने हमें न्यूयार्क टाइम्स के फ़ोटो में दिख रहे तीन छात्र छात्राओं के नाम भी बताए. हालांकि हम यहां विद्यार्थियों के पहचान को उजागर नहीं कर रहे हैं.
इसके अलावा दिलीप यादव ने हमारे साथ दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर मौजूद स्कूल के सभी डिटेल्स को भी हमारे साथ साझा किया, जहां सर्वोदय विद्यालय ककरोला को सरकारी विद्यालय बताया गया है और एक कोड भी दिया गया है. उन्होंने हमें इस डिटेल्स का एक भी प्रिंट आउट भी दिया.
प्रिंट आउट में स्कूल का कोड 1618009 अंकित है जो दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर मौजूद डिटेल्स से मेल खाता है.
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