सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति हिन्दू समुदाय को मारने की खुली धमकी दे रहा है और मुस्लिम समुदाय को हिंसा के लिए उकसा रहा है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि वीडियो में नज़र आ रहा व्यक्ति का नाम 'एहसान मेवाती पाकिस्तानी' है और यह मेवात का एक यूट्यूबर है. इसके नाम में पाकिस्तानी है लेकिन यह भारत में रहता है. सोशल मीडिया यूज़र्स हरियाणा पुलिस और मुख्यमंत्री कार्यालय को टैग कर इस व्यक्ति की गिरफ़्तारी की मांग करते हुए वीडियो को शेयर कर रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हरियाणा के नूंह-मेवात इलाके 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक हिंसा में 6 लोगों की मौत हो चुकी है. हिंसा के विरोध में बजरंग दाल और विश्व हिन्दू परिषद ने देशव्यापी प्रदर्शन किया. हिंसा का कारण कथित तौर पर नूंह में हिंदूवादी संगठनों द्वारा निकाली गयी शोभायात्रा पर पथराव को बताया जा रहा है जिसके बाद दोनों और से हमले किये गए और कई गाड़ियों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया. प्रशासन को हरियाणा के 11 जिलों में इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाना पड़ा.
ट्विटर पर एक वेरीफ़ाइड यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "यह जेहादी मेवाती यूट्यूबर अहसान मेवाती पाकिस्तानी हैं। हाँ, उसके नाम में पाकिस्तानी है लेकिन वह भारत में रहता है। इसने यह वीडियो 3 दिन पहले पोस्ट किया था जिसमें वह साफ तौर पर मोनू मानेसर को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और हिंदू समुदाय को खुली धमकी दे रहे हैं...".
इसी दावे के साथ वीडियो को मेवात का बताते हुए कई लोगों ने ट्वीट किया है जिसे हम यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ेसबुक पर भी इस वीडियो में नज़र आ रहे व्यक्ति को भारतीय बताते हुए अनेक यूज़र्स ने शेयर किया है जिसे हम यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले 'एहसान मेवाती यूट्यूबर' के कीवर्ड्स से सर्च किया तो यूट्यूब पर इसी नाम से एक चैनल मिला. इस चैनल पर 31 जुलाई 2023 को अपलोड किया हुआ वह वीडियो मिला जो वायरल हो रहा है. चैनल के डिस्क्रिप्शन को देखने पर इसकी लोकेशन पाकिस्तान लिखी हुई थी.
इसी एहसान मेवाती पाकिस्तानी नामक यूट्यूब चैनल पर एक अन्य वीडियो में यह व्यक्ति खुद के घर की लोकेशन पाकिस्तान बताता है.
07 फरवरी 2022 को यह व्यक्ति पाकिस्तान के कराची शहर में ब्लॉग बनाते हुए एक वीडियो (आर्काइव लिंक) फेसबुक पर पोस्ट करता है. जिसमें यह खुद को कराची में बताता है और शहर की कुछ बड़ी इमारतों को वीडियो में दिखाते हुए उनके नाम लेता है. वीडियो में हबीब बैंक और पाकिस्तान नेशनल बैंक की ईमारत दिखती है. इसकी मदद से हमने जियोलोकेट करने की कोशिश की तो वीडियो में दिख रही इमारतों को हूबहू पाया. नीचे हमने तुलना की है.
वीडियो सम्भवता जिस लोकेशन से रिकॉर्ड की गई है उसे यहाँ देखें.
फेसबुक पर मौजूद एक अन्य शादी की वीडियो में दिख रही कार के नंबर प्लेट पर सिंध लिखा है. कार की नंबर प्लेट पर लिखा वाहन रजिस्ट्रेशन कोड भी इंटरनेट पर सर्च किया तो पाकिस्तान के सिंध प्रान्त का पाया.
एहसान मेवाती पाकिस्तानी की फेसबुक प्रोफाइल पर ऐसे कई तथ्य है जिनसे इसके पाकिस्तानी होने के प्रमाण मिलते हैं. इसने प्रोफाइल पर अपने भाई के पाकिस्तान के पुलिस विभाग में शामिल होने पर उसकी तस्वीर पोस्ट की है जिसमें वर्दी पर पाकिस्तानी झंडा स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. पड़ताल करने पर इसका मोबाइल नंबर भी मिला जो +92 से शुरू होता है. यह पाकिस्तान का टेलीफोन कोड है. हालांकि बाद में नंबर इसने हटा दिया.
हालांकि प्रोफाइल पर इस व्यक्ति ने अपना पता भारत के राजस्थान के अलवर का लिख रखा है. जिसका स्क्रीनशॉट लेकर कई यूज़र्स ने राजस्थान पुलिस को टैग किया.
इस सम्बन्ध में राजस्थान पुलिस हेल्प डेस्क का एक ट्वीट मिला जिसने अलवर पुलिस को इस मामले की जांच के लिए निर्देश दिया है. इसी ट्वीट के रिप्लाई में अलवर पुलिस ने ट्वीट किया कि इस व्यक्ति का अभी तक की जांच में अलवर, राजस्थान से कोई सम्बन्ध नहीं मिला है. आगे की जांच के लिए मामले को साइबर सेल को दिया गया है.
उपरोक्त पड़ताल से स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो में नज़र आ रहा व्यक्ति पाकिस्तान का निवासी है. बूम ने इस व्यक्ति से संपर्क करने की भी कोशिश की लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया.
गौरतलब है कि 1947 में देश के बंटबारे के समय मेवात के मुस्लिम समुदाय के लोग पाकिस्तान जा रहे थे लेकिन महात्मा गांधी की अपील पर लोग यहीं रुक गए थे. तब तक कुछ लोग पाकिस्तान जा चुके थे. वे लोग पाकिस्तान में अभी भी खुद को मेवाती कहते हैं और अपनी संस्कृति के संरक्षण करने का प्रयास कर रहे हैं. पूरी सम्भावना है कि वायरल वीडियो में नज़र आ रहा व्यक्ति इसी समुदाय से हो.
सहायक रिपोर्टिंग - Sujith A
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