सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत का 8 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में वह कह रहे हैं, "संघ वाले बाहर से तो बातें अच्छी करेंगे, अंदर जाकर कहते हैं कि आरक्षण का हम विरोध करते हैं, लेकिन बाहर हम बोल नहीं सकते." यूजर्स वीडियो शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि मोहन भागवत आरक्षण विरोधी हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो बीच से क्रॉप्ड है. वह पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम के एक वायरल वीडियो के संदर्भ में कह रहे थे कि संघ को आरक्षण विरोधी बताया जाता है. अपने मूल भाषण में मोहन भागवत कहते हैं, "संघ संविधान सम्मत सभी आरक्षण को पूरा समर्थन देता है और जब तक सामाजिक भेदभाव है तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए."
एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'हम संघ वाले अंदर-अंदर से आरक्षण का विरोध करते हैं, लेकिन बाहर आकर बोल नहीं सकते- संघ प्रमुख (मोहन भागवत).'
एक अन्य यूजर ने लिखा, 'ये लो मोहन भागवत भी कह रहे हैं कि वो आरक्षण के विरोधी हैं.'
ये लो मोहन भागवत भी कह रहे है कि वो आरक्षण के विरोधी है!!pic.twitter.com/IRTdrAVS05
— Dr. Arunesh Kumar Yadav (डॉ अरुणेश यादव) (@YadavArunesh) May 14, 2024
फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए इनविड टूल की मदद से वायरल वीडियो के कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें न्यूज एजेंसी एएनआई के यूट्यूब चैनल पर 28 अप्रैल 2024 का एक वीडियो मिला. वीडियो के विवरण में लिखा गया कि आचार्य प्रमोद के 'जाति-आधारित आरक्षण खत्म करने' वाले वायरल वीडियो पर मोहन भागवत का बयान.
हमें एएनआई के एक्स अकाउंट पर भी मोहन भागवत के इस बयान का 43 सेकंड का ब्रीफ वर्जन वीडियो मिला. वायरल वीडियो इसी से क्रॉप्ड किया गया है. इस मूल वीडियो में मोहन भागवत कहते हैं,
'कल जब मैं यहां आया तो पता चला एक वीडियाे घूम रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि संघ वाले बाहर से बातें अच्छी करेंगे, अंदर जाकर कहते हैं कि आरक्षण का हम विराेध करते हैं, लेकिन बाहर हम बोल नहीं सकते. अब ये एकदम असत्य बात है, गलत बात है."
भागवत आगे कहते हैं, "जब से आरक्षण आया है, तब से संविधान सम्मत सभी आरक्षण को संघ पूर्ण समर्थन देता है और कहता है, आरक्षण जिनके लिए है, उनको जब तक आवश्यक लगेगा या जिन सामाजिक कारणों से दिया गया है, वो भेदभाव जब तक है तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए."
— ANI (@ANI) April 28, 2024
दैनिक जागरण ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हैदराबाद में एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने यह भाषण दिया था.
गौरतलब है कि सितंंबर 2023 का आचार्य प्रमोद कृष्णम का एक बयान जिसमें वह आरक्षण को खत्म करने की बात कह रहे थे, अप्रैल 2024 में भ्रामक दावे से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. तब बूम ने इसका फैक्ट चेक किया भी था. प्रमोद कृष्णम के इसी वायरल बयान के संदर्भ में मोहन भागवत ने यह बयान दिया था, जिसे क्रॉप्ड कर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.