सोशल मीडिया पर एक लड़के के स्ट्रीट लाइट के खंबे से छेड़छाड़ करने का वीडियो वायरल है. भारतीय सोशल मीडिया यूजर वीडियो को भारत से जोड़ते हुए सांप्रदायिक दावे के साथ इसे शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो पाकिस्तान का है. इसका भारत से कोई लेना-देना नहीं है.
एक्स पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'ये बिजली के खंभे को जैसे काट रहा है, वैसे ही देश की जड़ें भी ये जिहादी खोद रहे हैं. इसका कपड़ा देख कर इसके धर्म का अंदाजा लगा सकते हैं आप, ये पोल के नट को काट रहा है, पोल गिरेगी और उसमें कई लोग मारे जाएंगे, फिर खबर ये आएगी की पोल गिरने की वजह से कुछ लोग दुर्घटना में मारे गए.'
इसी वीडियो को फेसबुक पर एक यूजर ने लिखा, 'ये बिजली के खंभे को जैसे काट रहा है, वैसे ही देश की जड़ें भी ये खोद रहा है. ये पोल के नट को काट रहा है, पोल गिरेगी और उसमें कई लोग मारे जाएंगे, फिर खबर ये आएगी की पोल गिरने की वजह से कुछ लोग दुर्घटना में मारे गए. सचेत रहिए, अपने आसपास की गतिविधियों पर अपनी नजर रखिए.'
यूट्यूब पर भी इसी दावे से यह वीडियो वायरल है. दावे की सत्यता की जांच के लिए बूम की टिपलाइन (+917700906588) पर भी हमें यह वीडियो प्राप्त हुआ.
फैक्ट चेक : वायरल वीडियो पाकिस्तान का है
एक मुस्लिम लड़के द्वारा सड़क किनारे लगे स्ट्रीट लाइट के खंभे से छेड़छाड़ करने वाले वीडियो के भारत के होने का दावा गलत है. वीडियो पाकिस्तान के कराची का है.
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें फेसबुक और यूट्यूब पर जून 2023 में शेयर किया गया यह वीडियो मिला, जिसमें इसे पाकिस्तान के कराची का बताया गया.
फेसबुक पर 30 जून 2023 को Farhan Ali नाम के एक यूजर ने उर्दू कैप्शन के साथ इस वीडियो को शेयर किया. कैप्शन का हिंदी अनुवाद है, "दिन के समय स्ट्रीट लाइट के तार काटे जा रहे हैं. मंजूर कॉलोनी अवामी चौक, हिल टाउन, मारवत पार्क. कोई पूछने वाला नहीं है."
The Karachi Exposer नाम के एक स्थानीय फेसबुक पेज ने भी इसी कैप्शन के साथ यह वीडियो शेयर किया.
पाकिस्तानी पत्रकार ने की पुष्टि
हमने गूगल मैप पर मंजूर कॉलोनी, मारवत पार्क की पड़ताल की. मैप पर मंजूर कॉलोनी, आवामी चौक और मारवत पार्क के पास उस नाले को देखा जा सकता है.
वायरल वीडियो में दिख रहे नाले की मैप पर शेयर की गई एक मिलती जुलती तस्वीर को भी देखा जा सकता है.
अधिक स्पष्टिकरण के लिए हमने कराची के पत्रकार एडविन महेर से भी संपर्क किया. उन्होंने बताया, "वायरल वीडियो कराची का ही है." हालांकि बूम स्वतंत्र तौर पर यह पता लगाने में सक्षम नहीं है कि वीडियो कब रिकॉर्ड किया गया.