एक एडिटेड वीडियो जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजघाट पर अन्य राष्ट्राध्यक्षों के साथ महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए चलते हुए नज़र आ रहे हैं और पृष्ठभूमि में 'रघुपति राघव' भजन बज रहा है, झूठे दावों के साथ शेयर किया जा रहा है कि भजन से 'अल्लाह' शब्द हटा दिया गया था.
बूम ने पाया कि वीडियो को एडिटेड किया गया है और इसे एक ऑडियो के साथ जोड़ा गया है. मूल वीडियो में, भजन 'रघुपति राघव राजा राम' की पंक्ति 'ईश्वर अल्लाह तेरो नाम' बजाई गई थी.
गौरतलब है कि कई देशों के प्रमुख, जो 9-10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए नई दिल्ली में मौजूद थे. ये सभी राष्ट्राध्यक्ष 10 सितंबर को नई दिल्ली के स्मारक परिसर राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने गये थे. इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, यूके के पीएम ऋषि सुनक, इतालवी पीएम जॉर्जिया मेलोनी, जापानी पीएम फुमियो किशिदा, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ-साथ अन्य वैश्विक नेता शामिल हुए. पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम की अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के साथ अपनी तस्वीरें भी ट्वीट कीं थी.
दक्षिणपंथी यूज़र्स ने कार्यक्रम का एक वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया कि कार्यक्रम के दौरान महात्मा गांधी के पसंदीदा भजनों में से एक 'रघुपति राघव राजाराम' को 'अल्लाह' शब्द के बिना बजाया गया. वीडियो को शेयर करते हुए यूज़र ने लिखा कि "वाह मोदी जी वाह, भारत के लोगों के लिए सही भजन बजाने के लिए हर हिंदू के दिल से धन्यवाद और वह भी राजघाट से। ध्यान से सुनें!!"
फ़ेसबुक पर इस दावे से कई लोगों ने यह वीडियो शेयर किया है जिसे यहां देखा जा सकता है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने यूट्यूब पर वायरल वीडियो से संबंधित कीवर्ड्स से खोज की तो इस कार्यक्रम का एक वीडियो मिला जिसे 10 सितंबर, 2023 को भारत के प्रधानमंत्री के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम किया गया था.
वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, "जी20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन की शुरुआत करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की समाधि 'राजघाट' पर वैश्विक नेताओं का स्वागत किया, जहां उन्होंने राष्ट्रपिता को पुष्पांजलि अर्पित की. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजघाट पर वैश्विक नेताओं को खादी का उपहार देते हुए स्वागत किया और वहां मौजूद साबरमती आश्रम की तस्वीर के साथ तस्वीर खिंचवाते हुए आश्रम के बारे में बताया."
हमने पूरा वीडियो देखा और पाया कि कार्यक्रम के दौरान 'रघुपति राघव राजा राम' भजन बजाया गया था.
वीडियो में 1 घंटा 20 मिनट 55 सेकंड पर 'रघुपति राघव राजा राम' भजन बजना शुरू होता है और इसी समय वैश्विक नेता श्रद्धांजलि देने के बाद स्मारक स्थल से प्रस्थान करते हैं. भजन की पंक्ति 'ईश्वर अल्लाह तेरो नाम, सबको सन्मति दे भगवान' को वीडियो में 1:22:04 टाइमस्टैम्प पर सुना जा सकता है.
दूसरी ओर, 'रघुपति राघव राजा राम लोफी' कीवर्ड से खोजने पर हमें वह गीत मिला, जिसेराजघाट का दौरा करने वाले वैश्विक नेताओं के वीडियो में अलग से जोड़ा गया है. वायरल क्लिप में इस्तेमाल किए गए गाने के सेगमेंट को 1:20 मिनट से 2:47 मिनट के टाइम मार्क पर सुना जा सकता है.
भजन - रघुपति राघव राजा राम
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, "रघुपति राघव राजा राम और वैष्णव जन तो महात्मा गांधी के दो पसंदीदा भजन थे. आगे चलकर ये भजन अंततः सत्याग्रह आंदोलन के मंत्र बन गए."
वेबसाइट पर दी गयी जानकारी के अनुसार, "रघुपति राघव राजा राम रामदास के 17वें भजन पर आधारित है. 20वीं सदी तक इस भजन के कई संस्करण थे. गांधीजी ने पंडित विष्णु दिगंबर पुलस्कर की धुन को प्राथमिकता दी थी. महात्मा गांधी ने भजन की तीसरी पंक्ति को संशोधित किया जब उन्होंने इसमें "ईश्वर अल्लाह तेरे नाम सबको सन्मति दे भगवान'' के रूप में मुस्लिम पहचान को भी शामिल किया गया.
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