फैक्ट चेक

महाकुंभ भगदड़ पर धीरेंद्र शास्त्री की भविष्यवाणी वाला लेटर फर्जी है

बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर AI जनरेटेड है. डीपफेक डिटेक्टर टूल के मुताबिक, इसके AI जनरेटेड होने की संभावना 95 प्रतिशत से अधिक है.

By -  Rohit Kumar |

30 Jan 2025 3:06 PM IST

handwritten note ai generated image Pandit Dhirendra Krishna Shastri

महाकुंभ में मची भगदड़ के कारण हुए हादसे में प्रशासन की ओर से 30 मौतों की पुष्टि की गई है जबकि घायलों का इलाज जारी है. इस बीच एक लेटर की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. इसको लेकर दावा किया जा रहा है कि धीरेंद्र शास्त्री ने इस घटना के बारे में पहले ही लिख दिया था.

बूम ने जांच में पाया कि यह तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा बनाई गई है. एआई डिटेक्टर टूल के मुताबिक, इस तस्वीर के एआई जनरेटेड होने की संभावना 95 प्रतिशत से अधिक है.

गौरतलब है कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने अनुयायियों के बीच बिना कुछ पूछे एक पर्चे पर उनकी समस्याओं के बारे में लिख देने के लिए जाने जाते हैं. उनके आलोचक उन्हें महज माइंड रीडर कहते हैं, जो लोगों का दिमाग पढ़ लेते हैं.

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 28 जनवरी 2024 को महाकुंभ मेले में पहुंचकर डुबकी लगाई थी और इसके बाद सभी देशवासियों से भी महाकुंभ में आने और पवित्र स्नान करने की अपील की थी. सोशल मीडिया पर लोग धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से सवाल कर रहे हैं कि जब वह पहले ही भविष्य बता देते हैं तो इस हादसे के बारे में क्यों नहीं बताया.

एक्स पर एक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, ‘मुझे यह पेज घाट से मिला है, जिसमें कल शाम को ही पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने अपने त्रिनेत्र से देख कर रात में हुई घटना के बारे में पहले से लिख लिया था. लेकिन स्नान करते समय वह गीला हो गया था इसलिए वो प्रशासन को दे नहीं पाये थे.’

(आर्काइव लिंक)

फेसबुक पर एक इसी दावे से यह तस्वीर वायरल है.


(आर्काइव लिंक)

फैक्ट चेक

वायरल तस्वीर एआई जनरेटेड है

बूम ने दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सोशल मीडिया अकाउंट (फेसबुक, इंस्टाग्रामएक्स और यूट्यूब चैनल) को चेक किया लेकिन यहां हमें ऐसा कोई भी अपडेट नहीं मिला.

हमें कोई भी ऐसी विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट भी नहीं मिली, जिसमें ऐसा दावा किया गया हो कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महाकुंभ की घटना के बारे में पहले ही बता दिया हो.

हमें वायरल तस्वीर के एआई जनरेटेड होने का संदेह हुआ. हमने एआई डिटेक्टर टूल Hive Moderation पर इसे चेक किया. इसके मुताबिक तस्वीर के 99 प्रतिशत तक AI जनरेटेड होने की संभावना है.



हमने एक अन्य एआई डिटेक्टेर टूल SightEngine पर भी इसे चेक किया, इसके अनुसार 95 प्रतिशत तक तस्वीर के एआई जनरेटेड होने की संभावना है.



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