एक युवक द्वारा दो युवतियों को चाक़ू दिखा कर डराने और उनपर वार करने की कोशिश का वीडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हो रहा है. इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर करते हुए यह कहा जा रहा है "देखो लव जिहादी हिंदू बच्चियों को कैसे डरा धमका कर अपने जाल में फंसाते में हैं".
वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि किसी कैफ़े के बाहर एक युवक अपने हाथ में चाक़ू लेकर दो युवतियों को धमका रहा है. इस दौरान युवक दोनों युवतियों पर वार करने के लिए चाक़ू आगे बढ़ाता हुआ भी दिख रहा है. युवक की हरकत से दोनों युवतियां काफ़ी सहमी हुई दिखाई दे रही है. हालांकि वहां कई लोग भी मौजूद हैं जो तमाशबीन बने हुए हैं. वीडियो में "उड़ता तीर" नाम का एक लोगो भी बना हुआ है और साथ ही इंदौर भी लिखा हुआ है.
वायरल वीडियो पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन किए गए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का नहीं है
सोशल मीडिया ख़ासकर ट्विटर और फ़ेसबुक पर यह वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ काफ़ी वायरल है.
एक ट्विटर यूज़र ने वायरल वीडियो को अपने अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा है "यह देखो लव जिहादी हिंदू बच्चियों को केसे डरा धमका कर अपने जाल में फंसाते है अगर किसी भी बच्ची को कोई भी इस प्रकार से धमकाए तो डरने की जरूरत नही है तुरंत अपने घर वालो को जानकारी देकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराए*तो यह लोग अपने मकसद में कामयाब नही हो पाएंगे".
वहीं फ़ेसबुक पर भी यह वीडियो इसी तरह के कैप्शन के साथ वायरल है. जिसे यहां, यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले वीडियो को ध्यान से देखा तो पाया कि वीडियो में बाईं ओर ऊपर और नीचे इंदौर लिखा हुआ है. इसके बाद हमने इंदौर और वीडियो में दिख रहे दृश्य से संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें न्यूज़ 18 पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के कवर इमेज में उसी युवक को देखा जा सकता है जिसने वायरल वीडियो में चाकू से युवतियों को धमकाने की कोशिश की थी.
27 जुलाई 2022 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के अनुसार यह मामला इंदौर के एम.आई.जी. थाना इलाके का है. न्यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक़ सोमवार शाम को एम.आई.जी. थाना इलाके के जगजीवन राम नगर स्थित सोनी मटेरियल के पास पीयूष उर्फ़ शानू नाम के एक युवक ने हाथ में चाक़ू लेकर अपनी परिचित एक युवती को धमकाने का प्रयास किया. युवती इस दौरान अपनी सहेली के साथ मौजूद थी. युवक उस युवती से शादी करना चाहता था लेकिन वह राजी नहीं थी जिसकी वजह से उसने युवती को धमकाया.
हालांकि इस दौरान युवती की सहेली ने युवक को समझाने का भी प्रयास किया लेकिन वह नहीं माना. इसी दौरान वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने इस घटना का वीडियो बना लिया, जो वायरल हो गया. वीडियो वायरल होते ही एम.आई.जी. थाने की पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया. युवती द्वारा कोई शिकायत नहीं दर्ज किए जाने के बाद पुलिस ने अवैध हथियार रखने के आरोप में युवक को गिरफ़्तार कर लिया.
जांच के दौरान ही हमें मध्यप्रदेश पुलिस की वेबसाइट पर इस घटना की एफ़आईआर रिपोर्ट मिली. एफ़आईआर के मुताबिक़ आरोपी का पूरा नाम पीयूष रावत है और उसके पिता का नाम भरत सिंह रावत है, जो इंदौर के एम.आई.जी. कॉलोनी इलाक़े का ही रहने वाला है.
इस दौरान हमने अपनी जांच को और पुख्ता करने के लिए एम.आई.जी. थाने जिस परदेशीपुरा क्षेत्र में आता है वहां के एसीपी भूपेंद्र सिंह से भी संपर्क किया. एसीपी ने हमें जानकारी देते हुए बताया कि हमने सोमवार शाम को सूचना मिलने के बाद आरोपी को पकड़ा था. पूछताछ के दौरान उसने युवती को अपनी प्रेमिका बताया था लेकिन युवती की तरफ़ से इस मामले में किसी भी तरह की शिकायत नहीं दर्ज कराई गई. जिसके बाद हमने सार्वजनिक स्थान पर छुरा लहराने के आरोप में आर्म्स एक्ट के तहत उस युवक को गिरफ़्तार कर लिया और बाद में उसे जेल भेज दिया गया. साथ ही उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए यह भी बताया कि आरोपी का नाम पीयूष रावत और उसका संबंध हिंदू धर्म से है.
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