सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी कैमरा का वीडियो ख़ूब वायरल है. इस वीडियो में एक शख़्स अपने पद का धौंस दिखाते हुए टोल टैक्स देने से बचता नज़र आता है, वहीं एक टोल प्लाज़ा कर्मी हर हाल में टोल टैक्स देने और कानून और नियमों का पाठ पढ़ाते नज़र आ रहा है. सोशल मीडिया यूज़र्स इस वीडियो को हाल के दिनों में हुई घटना के रूप में शेयर कर रहे हैं. यूज़र्स उस शख़्स को जज बताते हुए उनपर निशाना साध रहे हैं, और टोल प्लाज़ा कर्मी की वाहवाही कर रहे हैं.
बूम ने पाया कि टोल टैक्स को लेकर हुई बहस का यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि साल 2021 की कई मीडिया रिपोर्ट्स में मौजूद है.
क्या पंजाब के लोगों ने गुजरात जाकर 'आप' को वोट न देने की अपील की? फ़ैक्ट चेक
फ़ेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन दिया, "कमाल कर दिया टोल प्लाजा वालों ने जज साहिब को सिखा दिया न्याय का पाठ, 80 रूपये के लिए जज साहब की हालत खराब कर दी। एक- एक बात लाजवाब थी."
पोस्ट यहां देखें.
हालिया बताकर शेयर किया गया वीडियो फ़ेसबुक पर बड़े पैमाने पर वायरल है.
शाहरुख खान की पुरानी तस्वीर हालिया मुंबई एयरपोर्ट पर रोके जाने की बताकर वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की सत्यता जांचने के लिए संबंधित कीवर्ड की मदद से खोजबीन शुरू की तो मार्च 2021 की कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह वीडियो और इससे जुड़ी रिपोर्ट्स मिलीं.
15 मार्च 2021 को प्रकाशित एबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट में यही वीडियो मौजूद है. रिपोर्ट में बताया गया है कि वीडियो उत्तर प्रदेश के बरेली और मुरादाबाद के बीच टोल प्लाज़ा का है. टोल प्लाज़ा पर जैसे ही गाड़ी रुकती है, ड्राईवर बूथ संचालक को पहचान पात्र सौंप देता है. ऑपरेटर उसे भुगतान में छूट के पात्र नहीं होने के बारे में बताता है.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि कार में बैठे शख्स सुपरवाइजर को बुलाता है और आईडी चेक करते है. इसके बाद, वहां टोल मेनेजर आता है और कार के अंदर बैठा उससे कहता है कि वो एडीजे है. लेकिन फिर भी मैनेजर उन्हें बिना टोल टैक्स दिए जाने से मना कर देता है.
टोल मैनेजर नियमों का हवाला देते हुए कहता है कि हाईकोर्ट जज के लिए टोल टैक्स देने में छूट है लेकिन आप ज़िला जज कोर्ट में हैं. ऐसे में उन्हें 80 रुपये का टोल टैक्स देना ही होगा.
क्राइम तक के यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई 17 मार्च 2021 की वीडियो रिपोर्ट के अनुसार, टोल प्लाज़ा मैनेजर का नाम सर्वेश शर्मा है.
रिपोर्टर से बात करते हुए सर्वेश शर्मा वायरल वीडियो के बारे में बताते हैं कि वो काफ़ी पुराना वीडियो है.
"उस गाड़ी में अपर ज़िला अधिशाषी अधिवक्ता थे. उन्होंने टोल टैक्स में छूट मांगी थी जबकि वो छूट में नहीं आते. उन्हें जूनियर ने मना किया. उसके बाद मैं गया. उन्होंने न्यायालय को कंसीडर करने की बात कही, वो व्यक्ति विशेष हैं न्यायालय नहीं. अधिवक्ता न्यायालय नहीं होते हैं," सर्वेश शर्मा ने क्राइम तक को बताया.
उन्होंने आगे कहा कि उस वीडियो तोड़-मरोड़ के सोशल पर एडिट करके ग़लत तरीक़े से पेश किया गया. एक व्यक्ति ने उसपर जज साहब लिख दिया. जोकि न्यायालय के मान में हानि पहुँचाने जैसा है. यह ऐसा मामला है नहीं जिस तरह पेश किया गया है. यह काफ़ी पुरानी घटना है.
नवभारत टाइम्स की 16 मार्च 2021 की रिपोर्ट में वायरल वीडियो के बारे में बताया गया है कि यह मध्य प्रदेश के भिंड ज़िले का है, और वीडियो सितंबर 2020 का है. यह वीडियो भिंड ज़िले में स्थित बरही टोल प्लाज़ा का है.
हमारी अब तक की जांच से पुष्टि हो जाती है कि वायरल वीडियो हालिया नहीं बल्कि पुराना है. हालांकि, बूम स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं करता कि वास्तव में वीडियो कब का है.
टीएमसी-भाजपा के बीच झड़प का पुराना वीडियो गुजरात के मोरबी से जोड़कर वायरल