सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें बड़ी मात्रा में नोटों की गड्डियां अलमारी और बिस्तर पर पड़ी नज़र आ रही हैं. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि 250 करोड़ रुपये (नगदी) उत्तर प्रदेश के कानपुर में बीजेपी नेता के घर से इनकम टैक्स के छापे में बरामद हुए हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो दिसम्बर 2021 का है और इसका बीजेपी से कोई सम्बन्ध नहीं है.
अभी हाल ही में झारखण्ड में कांग्रेस सांसद धीरज साहू के यहां रेड में भारी मात्रा में नगदी बरामद हुई थी. जिसके बाद पीएम मोदी सहित बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस और धीरज साहू पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. इसी से जोड़ते हुए सोशल मीडिया यूज़र्स पीएम मोदी और बीजेपी के इस वीडियो पर शांत रहने को लेकर कटाक्ष करते हुए इसको शेयर कर रहे हैं.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "कानपुर भाजपा नेता के घर से मिली ये नकदी 250 करोड़, अब पीएम मोदी और पात्रा जी चुप क्यों हैं ?"
इसी दावे से इस वीडियो को अन्य यूज़र्स ने भी फ़ेसबुक पर शेयर किया है.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भी वीडियो शेयर करते हुए यूज़र्स ने इसे बीजेपी नेता से जोड़कर शेयर किया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो से कीफ्रेम निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो 25 दिसंबर 2021 की एबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट मिली जिसमें वीडियो से मिलता-जुलता दृश्य देखा जा सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, कानपुर के व्यापारी पीयूष जैन के यहां रेड में भारी मात्रा में नगदी बरामद हुई.
रिपोर्ट्स में सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (सीबीआईसी) के अध्यक्ष विवेक जौहरी के हवाले से कहा गया कि कानपुर में 'त्रिमूर्ति फ्रेगरेंस' से संबंधित कई स्थानों पर की गई तलाशी के दौरान 150 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई. यह सीबीआईसी के इतिहास में सबसे बड़ी वसूली है.
आगे हमें न्यूज़ एजेंसी एएनआई का 24 दिसंबर 2021 का एक ट्वीट मिला जिसमें वायरल वीडियो का हिस्सा देखा जा सकता है. ट्वीट के अनुसार, "सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स" के अध्यक्ष विवेक जौहरी के अनुसार, कानपुर में व्यापारी पियूष जैन के घर पर छापेमारी में लगभग 150 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं, जिनकी गिनती अभी भी जारी है."
अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, "आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि यूपी के एक कारोबारी के घर पर टैक्स छापे में अब तक 150 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं. परफ्यूम उद्योग से जुड़े कानपुर के पीयूष जैन के परिसरों पर छापेमारी की गई. अधिकारी छापेमारी के दौरान ताले लगे 80 टिन बक्से और 100 कंटेनर लाए. नकदी गिनने के लिए अधिकारी अब तक आठ नोट गिनने वाली मशीनें ला चुके हैं."
आगे बताया गया कि पीयूष जैन के बेटे प्रत्यूष जैन को डीजीजीआई अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया है. नकदी के बंडलों को प्लास्टिक कवर में लपेटकर दो बड़ी अलमारियों में भर दिया गया था. इस वीडियो में वायरल वायरल वीडियो से मिलते-जुलते सभी दृश्य देखे जा सकते हैं.
हमने पियूष जैन के बीजेपी से किसी तरह के सम्बन्ध को लेकर पड़ताल की. हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें पियूष जैन को बीजेपी नेता या उससे जुड़ा हुआ सदस्य बताया गया हो. इंडियन एक्सप्रेस की 24 दिसंबर 2021 की रिपोर्ट में बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनों ने इसे एक-दूसरे से सम्बंधित बताया था. यूपी बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पियूष जैन को समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ बताया था जिसके जवाब में समाजवादी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने इस बिजनेसमैन को बीजेपी का करीबी कहा था. हालाँकि आधिकारिक तौर पर इसकी कोई पुष्टि नहीं हो सकी थी.
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