जनता दल सेक्युलर (Janata Dal Secular) की एक सदस्या की तस्वीर को सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ शेयर किया गया कि वो मुस्कान खान हैं - बुर्का पहने वो मुस्लिम छात्रा जो हाल ही में कर्नाटक में भगवा स्कार्फ़ पहने और 'जय श्री राम' का नारा लगाते लड़कों के एक समूह के ख़िलाफ़ खड़ी हुई थी.
हालांकि, बूम ने पाया कि पहली तस्वीर जनता दल (सेक्युलर) कर्नाटका की सदस्या नजमा नज़ीर चिक्कानाराले की है, जिन्होंने हमें यह पुष्टि की कि उनकी तस्वीर का दुरुपयोग किया गया है और मुस्कान खान के रूप में ग़लत पहचान की जा रही है.
नहीं, कर्नाटका के शिमोगा में भारतीय तिरंगा हटाकर भगवा झंडा नहीं लहराया गया है
कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद ने 8 जनवरी, 2022 को शैक्षणिक संस्थानों में मुस्लिम लड़कियों के हिजाब पहनने के विरोध में भगवा शॉल पहने छात्रों के रूप में राज्य में हिंसा और विरोध को जन्म दे दिया. कर्नाटक के मांड्या में PES कॉलेज के बाहर का एक वीडियो जल्द ही वायरल हो गया, जहां मुस्कान खान अकेले चल रही हैं और लड़कों का एक समूह भगवा शॉल पहने और 'जय श्री राम' का नारा लगा रहा है. जैसे ही वह चलती हैं, वो उन्हें परेशान करने वाले लड़कों के सामने 'अल्लाह-हू-अकबर' का नारा लगाती हैं..
वायरल तस्वीर के ग्राफ़िक को दक्षिणपंथी पेज क्रिएटली ने ट्वीट किया और लिखा 'लिबरल गैंग के प्रोपेगैंडा की बत्ती जलाओ..'.
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
इसी ग्राफ़िक को फ़ेसबुक पर भी व्यापक रूप से भ्रामक कैप्शन के साथ सेक्सिस्ट तुलना करते हुए शेयर किया जा रहा है.
पोस्ट यहां देखें. अन्य पोस्ट यहां देखें.
आगामी चुनाव से जोड़कर सालभर पुराना पश्चिम बंगाल का वीडियो शेयर किया गया
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि पहली तस्वीर में जो महिला हैं वह नजमा नज़ीर चिक्कनाराले है और जनता दल (सेक्युलर) कर्नाटका की सदस्या है, न कि कर्नाटका के मांड्या की छात्रा मुस्कान खान.
चिक्कनाराले वर्तमान में कर्नाटका में जनता दल सेक्युलर की सदस्या एवं पार्टी में एक समिति पर्यवेक्षक हैं और अब वे कॉलेज की छात्रा नहीं हैं. बूम ने चिक्कनाराले से संपर्क किया उन्होंने पुष्टि की कि "पहली तस्वीर में जो महिला बताई जा रही है, वह मेरी तस्वीर है. यह मेरे सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल से ली गई है और पुरानी है. हम जो पहनना चाहते हैं वह पहनने का संवैधानिक अधिकार हमें है."
चिक्कनाराले ने मई 2018 में अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर ये तस्वीर पोस्ट की थी, जिसे अभी कई दक्षिणपंथी हैंडल्स ने उठाया और गलत संदर्भ के साथ प्रचारित किया.
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चिक्कनाराले की कुछ अन्य पुरानी तस्वीरें और कुछ तस्वीरें के साथ छेड़छाड़ कर सोशल मीडिया पर दक्षिणपंथी हैंडल्स द्वारा शेयर की गईं, जिसमें उन्हें हिजाब पहनने के लिए ट्रोल किया गया.