आगामी चुनाव से जोड़कर सालभर पुराना पश्चिम बंगाल का वीडियो शेयर किया गया
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा ग़लत है. वीडियो असल में सालभर पुराना है और पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले से है.
आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से जोड़कर एक वीडियो सोशल मीडिया पर ग़लत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक नेता अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ गाड़ी में बैठकर जल्द से जल्द निकलने की कोशिश में हैं जबकि पीछे से लोग उन्हें दौड़ा रहे हैं. इस वीडियो को हालिया घटना बताकर शेयर किया गया है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा ग़लत है. वीडियो असल में सालभर पुराना है और पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले से है.
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टाइम्स मीडिया 24 नाम के फ़ेसबुक ने उत्तर प्रदेश चुनाव से जोड़कर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "इतना घमंड भी अच्छा नही जनता वोट देने के लिए पीछे रही है और नेताजी मुंह छुपा कर भाग रहे है. #UttarPradesh #UttarPradeshElections2022 #UttarPradeshElections"
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो के कीफ़्रेम पर रिवर्स इमेज चलाया तो 29 अप्रैल 2021 को संगबाद प्रतिदिन के यूट्यूब चैनल पर वीडियो का फ़ुल वर्ज़न अपलोड हुआ मिला.
वीडियो का टाइटल है 'बोलपुर से बीजेपी प्रत्याशी अनिर्बान गांगुली के काफिले पर बीरभूम के इलामबाजार में हमला'.
वीडियो में 28 सेकंड की समयावधि पर देखा जा सकता है कि सुरक्षाकर्मी अनिर्बान गांगुली को गाड़ी में बिठाते हैं और गाड़ी आगे बढ़ती है. इस बीच शोरगुल के साथ लोग उनके पीछे आते हैं और गाड़ी का पीछा करते हैं. इस दौरान एक व्यक्ति अनिर्बान की गाड़ी के पीछे वाले शीशे पर डंडे से हमला करता है और शीशा टूट जाता है.
खोज के दौरान हमें एबीपी आनंद की 29 अप्रैल 2021 की रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया है कि घटना बीरभूम, बोलपुर के इलामबाजार के धरमपुर की है जहां बीजेपी प्रत्याशी अनिर्बान गंगोपाध्याय की कार में तोड़फोड़ की गई. कथित तौर पर, बीजेपी के जवाबी हमले में 4 ज़मीनी कार्यकर्ता घायल हो गए थे.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि इलामबाजार में मतदाताओं को डराने-धमकाने के आरोप लगे थे. बीजेपी प्रत्याशी अनिर्बान गंगोपाध्याय के हवाले से रिपोर्ट में लिखा है कि "दमनपुर के एक बूथ पर हमारे 500 मतदाता, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं, वोट नहीं डाल सके. मैंने उन्हें कार में बिठाया और वोट देने ले गया. जैसे ही मैं बूथ से निकल रहा था, स्थानीय गुंडे खड़े हो गए और नारेबाजी करने लगे. पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया. उसी दौरान कार पर पत्थर फेंके गए."
हमने वायरल वीडियो और संबाद प्रतिदिन चैनल पर रिपोर्ट की गई घटना के वीडियो के बीच तुलनात्मक विश्लेषण किया है. नीचे देखें
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