पहलवान साक्षी मलिक और आप सांसद संजय सिंह ने कुछ चोटिल लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर इस दावे से शेयर की हैं कि “यह बीते मंगलवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के दौरान की है”.
हालांकि, बूम ने जांच में पाया कि वायरल हो रही इन तस्वीरों में एक तस्वीर साल 2019 की है, वहीं दूसरी तस्वीर 2021 में करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के दौरान की है.
बीते 6 जून को हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सूरजमुखी की फ़सल पर एमएसपी की मांग कर रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इस लाठीचार्ज में कई किसान घायल हो गए. वहीं पुलिस ने आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी को भी गिरफ़्तार कर लिया. इसके अलावा कई अन्य किसानों पर भी मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं कांग्रेस और आईएनएलडी समेत हरियाणा की सभी विपक्षी पार्टियां लाठीचार्ज को लेकर सरकार पर हमलावर हो गई हैं.
वायरल हो रही तस्वीरों में एक तस्वीर घायल सिख व्यक्ति की है, जिसके पीठ पर चोट के गहरे निशान दिखाई दे रहे हैं. वहीं दूसरी तस्वीर में एक युवक के सिर से खून बहता हुआ दिखाई दे रहा है. इसके अलावा इनमें चार तस्वीरों वाला एक कोलाज भी शामिल है.चार तस्वीरों में दो तस्वीर एक अन्य सिख व्यक्ति की है. इसके अलावा स्ट्रेचर पर लेटे हुए एक घायल युवक और जख्मी हाथ की तस्वीर मौजूद है.
पहलवान साक्षी मलिक ने अपने ट्विटर अकाउंट से इन सभी छह तस्वीरों को हालिया बताकर शेयर किया है. साक्षी मलिक ने ट्वीट के साथ मौजूद कैप्शन में लिखा है, “किसानों ने सिर्फ़ अपनी फसलों की एमएसपी माँगी थी. लेकिन क्रूर तंत्र ने उन्हें लाठियाँ और गिरफ़्तारियाँ दीं. किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी की गिरफ़्तारी की हम निंदा करते हैं, उनकी जल्द रिहाई हो. आंदोलन में शहीद हुए किसान की खबर ने आँखें नम कर दी हैं”.
वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी दो तस्वीरों को हाल का बताकर शेयर किया है.
इसके अलावा इन तस्वीरों को फ़ेसबुक पर भी काफ़ी शेयर किया गया है.
फ़ैक्ट चेक
तस्वीर 1
नीले रंग की पगड़ी पहने और पीठ पर गहरे चोट वाले सिख व्यक्ति की तस्वीर की पड़ताल बूम ने साल 2021 में भी की थी, तब इसे दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलनों से जोड़कर शेयर किया जा रहा था.
जांच में मिले साक्ष्यों के अनुसार यह तस्वीर दिल्ली के ऑटो ड्राईवर सरबजीत सिंह की है, जो 2019 में दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ हुई मारपीट में घायल हो गए थे. 16 जून 2019 को ऑटो चालक सरबजीत सिंह और उसके 15 साल के बेटे की दिल्ली पुलिस के कुछ कर्मचारियों से बहस हो गई थी. जिसके बाद पुलिस ने बर्बर तरीके से सरबजीत सिंह और उसके बेटे की पिटाई की थी. हालांकि, पुलिस का यह आरोप था कि सरबजीत सिंह ने तलवार से उनलोगों को डराने की कोशिश की थी.
तस्वीर 2
बूम ने सिर से खून बह रहे युवक की तस्वीर की पड़ताल के लिए रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें पत्रकार मंदीप पूनिया के द्वारा 29 अगस्त 2021 को किया गया एक ट्वीट मिला. ट्वीट में यह तस्वीर मौजूद थी. मंदीप पूनिया ने ट्वीट के साथ मौजूद कैप्शन में बताया था कि “यह तस्वीर रविंदर की है,जिसे साल 2021 के करनाल के बसताड़ा टोल प्लाज़ा पर हुए लाठीचार्ज में चोट लगी थी”.
हालांकि, हम अपनी जांच के दौरान 4 तस्वीरों वाले वायरल कोलाज का पता नहीं लगा पाए.
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