2016 का सीरिया के अलेप्पो के पास सीरियाई विद्रोहियों के एक समूह द्वारा एक युवा लड़के का सिर काटने का भयानक वीडियो, इज़राइल और हमास संघर्ष से जोड़कर झूठे दावों के साथ फिर से वायरल हो रहा है.
नोट: आर्टिकल में हिंसा का ग्राफिक वर्णन है
फ़िलिस्तीनी उग्रवादी समूह 'हमास' द्वारा 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायली बलों को चकमा देकर बड़े पैमाने पर घात लगाकर किए गए हमले के बाद इजरायल के 700 से अधिक लोग मारे गए हैं और गाजा में 500 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. इज़रायल ने जवाबी हवाई हमले शुरू कर दिए हैं और उसके रक्षा मंत्री ने गाज़ा में पानी, भोजन, ईंधन और बिजली की आपूर्ति में कटौती करते हुए उसकी "पूर्ण घेराबंदी" का आदेश दिया है. कई पुराने और असंबंधित वीडियो को इस संघर्ष से जोड़कर साझा किया जा रहा है.
वीडियो में लाल पिकअप ट्रक के पीछे एक युवा लड़के का सिर काटे जाने के दृश्य दिखाए गए हैं, जबकि पृष्ठभूमि में 'अल्लाह हू अकबर' के नारे सुनाई दे रहे हैं. इसके बाद हत्यारा जीत के प्रतीक के रूप में कटे हुए सिर को उठा लेता है.
वीडियो का एक धुंधला संस्करण एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक दक्षिणपंथी यूज़र @MrSinha_ द्वारा पोस्ट किया गया जिसका कैप्शन है, "अल्लाह हू अकबर और फिर मासूम बच्चे का सिर काट दिया.. ये इंसान नहीं हैं, उनका विश्वास उन्हें जानवरों से भी बदतर बनाता है..." तथाकथित "धर्मनिरपेक्ष-उदारवादी" इन पिग्स का समर्थन कर रहे हैं? (इसे अपने जोखिम पर देखें) #IsraelUnderAttack #IslamIsTheProblem #HamasTerrorists"
बूम ने पहले भी इस यूज़र द्वारा सोशल मीडिया पर फैलाये गए फ़ेक न्यूज़ को फैक्ट चेक किया है.
बेहद हिंसात्मक होने के कारण वीडियो को यहां नहीं पोस्ट किया है.
इसी तरह के दावे से फ़ेसबुक पर कई पोस्ट्स मौजूद हैं.
फ़ैक्ट चेक
एक्स पोस्ट पर कई यूज़र्स ने इसे पुराना वीडियो बताया और कहा कि यह इज़राइल और हमास उग्रवादियों के बीच चल रहे युद्ध से संबंधित नहीं है. इसे एक संकेत के रूप में लेते हुए, हमने सम्बंधित कीवर्ड्स से सर्च किया. हमें मूल रूप से जुलाई, 2016 में प्रकाशित एक लेख मिला, जिसमें इसी वीडियो का स्क्रीनग्रैब था, इसमें सीरियाई लड़ाकों को सिर काटने से पहले लड़के के साथ पोज देते हुए दिखाया गया है. बैकग्राउंड में लाल पिक-अप ट्रक देखा जा सकता है.
लेख का शीर्षक इस प्रकार था, "अमेरिका समर्थित 'उदारवादी' विद्रोहियों ने अलेप्पो के पास एक बच्चे का सिर काटा". आगे कीवर्ड से खोजने पर, हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिन्होंने पुष्टि की कि यह घटना अलेप्पो के पास हंडारात में हुई थी, जहां एक सीरियाई आतंकवादी समूह के सदस्यों ने 11 साल के एक फिलिस्तीनी लड़के का सिर काट दिया था.
यूनाइटेड किंगडम के 'इंडिपेंडेंट' मीडिया पोर्टल द्वारा 20 जुलाई 2016 की एक समाचार रिपोर्ट में कहा गया कि संयुक्त राज्य अमेरिका, सीरियाई विद्रोहियों द्वारा लड़के को मार डालने के वीडियो की जांच कर रहा था.
रिपोर्ट के एक अंश में लिखा है, "सीरियाई विद्रोही समूह नूर अल-दीन अल-ज़िन्की के लड़ाकों - जिन्हें पहले अमेरिका से समर्थन प्राप्त था - ने कथित तौर पर अलेप्पो के पास युवा लड़के को पकड़ लिया, यह वही क्षेत्र है जहाँ सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद से लड़ने वाले मुख्य विपक्षी गुटों में से एक का शासन है. पहले के एक वीडियो में छह लड़ाकों को लड़के को पकड़ने के बारे में डींगें मारते हुए दिखाया गया है, उनका दावा है कि वह इस इलाके में अल-असद सरकार समर्थक गुट का एक लड़ाका था."
सीरियाई सरकार ने लड़के की पहचान हंडारात के फ़िलिस्तीनी शरणार्थी शिविर के एक युवक के रूप में की थी.
कथित तौर पर दो वीडियो सामने आए थे, जिसमें लड़ाकों द्वारा लड़के को बाल पकड़कर उसे थप्पड़ मारते हुए दिखाया गया था. बाद में जारी किए गए दूसरे फुटेज में एक विद्रोही लड़के का सिर काटते हुए दिख रहा है. सीरियाई गृहयुद्ध में शामिल इस्लामी विद्रोही समूह नूर अल-दीन अल-ज़ेंकी ने तब कहा था कि वे वीडियो की जांच करेंगे और हत्या को एक 'व्यक्तिगत गलती' कहा था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और जांच की जा रही है.
लेबनानी आउटलेट अलमनार ने बताया कि बच्चे को एक अस्पताल से पकड़कर लाया गया था और नूर अल दीन अल ज़ेंकी के कमांडर के भाई की हत्या के बाद प्रतिशोध के प्रतीक के रूप में उसकी हत्या कर दी गई थी. रिपोर्ट में हमलावर की पहचान उमर साल्खो के रूप में की गई है, जो आतंकवादी संगठन के कमांडरों में से एक है.
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