सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फ़ुटेज का वीडियो क्लिप वायरल है जिसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये मामला लव जिहाद (love jihad) का है. वायरल वीडियो बिहार के गोपालगंज का बताया जा रहा है जिसमें एक लड़का बीच सड़क में ही एक लड़की के ऊपर गंभीर रूप से चाकू से हमला करता दिखाई दे रहा है.
वीडियो में बहुत सारे लोग सड़क में दिखाई दे रहे हैं. लड़की सड़क पर गिर जाती है इसके बाद भी लड़का चाकू से दोबारा हमला करता है. वीडियो के अंत में एक व्यक्ति लड़की को बचाता हुआ दिखाई दे रहा है.
फ़ारूक़ अब्दुल्लाह को भजन गाते दिखाता पुराना वीडियो फ़र्ज़ी दावे से वायरल
इस वीडियो को फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन में लिखा, "गोपालगंज, बिहार: छेड़खानी का विरोध करने पर आठवीं की हिन्दू छात्रा को एक मुसलमान असरफ अली पुत्र गुड्डा ने दिन-दहाड़े चाकुओं से छलनी किया,13 सेकेंड में 8 बार चाकू से वार किया।।
एक और यूज़र ने वीडियो को इसी दावे से शेयर किया.
वीडियो ट्विटर पर भी इसी दावे के साथ खूब वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
बूम ने वायरल वीडियो के बारे में जानकारी के लिये गूगल कीवर्ड सर्च किया तो पाया कि इस घटना पर काफ़ी खबरें हैं. दैनिक भास्कर की एक ख़बर के मुताबिक़ गोपालगंज में छेड़खानी का विरोध करने पर एक एक युवक ने छात्रा को चाकू मारा. ख़बर के मुताबिक़ लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई थी जिसे पटना के PMCH में भर्ती कराया गया. बाद में पुलिस को सूचना मिली तो सीसीटीवी फ़ुटेज से आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ़्तार किया गया.
'आमिर खान के तलाक से परेशान उनकी बेटी' के दावे से वायरल तस्वीर का सच क्या है?
इस ख़बर में आरोपी की पहचान प्रतापपुर निवासी असरफ अली के पुत्र गुड्डा के रूप में की गई है. आज तक की ख़बर के मुताबिक़ ये लड़का पीड़िता को छेड़ता था. इससे तंग आकर लड़की के घरवालों ने लड़के के परिजनों से शिकायत भी की. लेकिन लड़के ने छात्रा को परेशान करना जारी रखा. इसी बीच एक दिन लड़की अपनी सहेलियों के साथ स्कूल से घर लौट रही थी. वहीं लड़का इस लड़की का इंतज़ार करते हुए खड़ा था. लड़की को आते देख उसने चाकू से हमला कर दिया. ये देख लड़की की 2 सहेलियां वहां से भाग गईं.
क्या वाराणसी में पीएम मोदी के ख़िलाफ़ लोगों ने नारेबाज़ी की? फ़ैक्ट-चेक
वायरल पोस्ट में लिखा है कि असरफ ने लव जिहाद के चलते ये हमला किया जबकि ये हमला असरफ के बेटे गुड्डा ने किया था.
बूम ने लव जिहाद को एंगल की पुष्टि के लिये गोपालगंज के माझागढ़ थाने में इस घटना के संदर्भ से वायरल दावे के बारे में पता किया. थानाध्यक्ष विशाल आनंद ने बूम को बताया कि वायरल दावा ग़लत है इस घटना में कोई भी लव जिहाद का एंगल नहीं है. लड़का और लड़की दोनों ही मुस्लिम समुदाय से थे. इसमें किसी भी तरह का कोई साम्प्रदायिक एंगल नहीं है.