एक पुरानी वीडियो क्लिप - जो कम से कम अप्रैल 2020 से है - फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल है कि दिल्ली में हो रहे किसान आंदोलन में शराब बंट रही है.
वायरल वीडियो में एक शख़्स कार के अंदर शराब कुछ लोगों के गिलास में भर रहा है. शराब लेने कई लोगों की भीड़ है.
किसान पिछले कई महीनों के केंद्र द्वारा लागू तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं. वे इन कानूनों का निरस्तीकरण चाहते हैं.
क्या छुट्टी पर आते ही किसान आंदोलन में पिता से मिलने पहुंचा सेना का जवान?
इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है: "किसान आंदोलन. शराब का मुफ़्त वितरण."
(इंग्लिश में: "Farmers protests. Free liquor distribution")
एक ट्विटर यूज़र रेणुका जैन ने इस वीडियो को साझा किया और फ़र्ज़ी दावा किया. रेणुका जैन द्वारा फ़ैलाई फ़र्ज़ी ख़बरों को बूम ने पहले भी खारिज किया है. यहां पढ़ें.
ऐसी ही एक फेसबुक पोस्ट नीचे देखें और इसका आर्काइव्ड वर्शन यहां देखें.
कपिल देव ने नहीं दिया यह बयान, वायरल पोस्ट का दावा फ़र्ज़ी है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि वायरल हो रही क्लिप अप्रैल 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है एवं किसान आंदोलन से नहीं है. यह वीडियो तब से इंटरनेट पर है जब किसान कानून भारतीय लोकसभा में नहीं आये थे.
यह कानून लोकसभा में 17 सितम्बर 2020 और राज्यसभा में 20 सितम्बर 2020 को पारित हुए थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इन्हे 27 सितम्बर 2020 को मजूरी दी थी.
यह वीडियो सोशल मीडिया पर पहली बार अप्रैल 2020 में पोस्ट किया गया था, बिल्स पारित होने के महीनों पहले.
बूम ने इस वीडियो के कीफ़्रेम्स के साथ रिवर्स इमेज किया और 11 अप्रैल 2020 को फ़ेसबुक पर अपलोड यही वीडियो मिला. कई पोस्ट्स में इसे अपलोड किया गया था.
बूम स्वतंत्र रूप से वीडियो के पीछे का सन्दर्भ नहीं बता सकता पर इसके किसान आंदोलन के शुरू होने से पहले के होने की पुष्टि की जा सकती है.