दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से बने बाढ़ के हालात के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. यह वीडियो कार के अंदर से रिकॉर्ड किया गया है जिसमें दिल्ली जल बोर्ड का टैंकर बारिश के बीच सड़क के डिवाइडर पर लगे पेड़ों को पानी दे रहा है. इस वीडियो को हालिया बताकर शेयर किया जा रहा है.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि वीडियो हालिया नहीं बल्कि साल 2022 का है.
इस मॉनसून में दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में भारी बारिश देखने को मिल रही है. यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली के कई हिस्सों में पानी भर गया है. इस वजह से दिल्लीवासियों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी की किल्लत भी देखने को मिल रही है. इसी पृष्टभूमि में वीडियो वायरल हो रहा है.
मेजर सुरेंद्र पूनिया ने वेरीफाईड ट्विटर हैंडल से वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, “दिल्ली में बाढ़ आई हुई है,लगातार बारिश हो रही है लेकिन फिर भी केजरीवाल का जल बॉर्ड पेड़ों में पानी दे रहा है ..हद हो गई ये तो Common Sense नाम की भी कोई चीज़ होती है भाई.”
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
दिल्ली प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता अनुजा कपूर और किसान मोर्चा प्रवक्ता नवीन डागर ने भी वीडियो को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज करते हुए लिखा, “भारी बारिश में केजरीवाल का दिल्ली जल बोर्ड पेड़ो में पानी देता हुआ, कौन कहता है केजरीवाल काम नही करता.”
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
इसी दावे के साथ वीडियो को फ़ेसबुक पर भी शेयर किया जा रहा है.
पोस्ट यहां देखें.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वीडियो से कीफ़्रेम्स निकालकर रिवर्स इमेज सर्च पर चलाया तो 24 सितंबर, 2022 को यह वीडियो शॉर्ट्स के रूप में यूट्यूब पर अपलोड हुआ मिला.
इसके अलावा, हमें यही वीडियो बीजेपी नेताओं के 2022 में किए गए ट्वीट में भी मिला.
बीजेपी दिल्ली के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अपने 24 सितंबर, 2022 के ट्वीट में इसी वीडियो को शेयर किया था और कैप्शन दिया था – “बारिश में पौधों को पानी सिर्फ केजरीवाल जी ही दे सकते हैं”
24 सितंबर, 2022 को कई यूज़र्स ने केजरीवाल पर तंज करते हुए यह वीडियो शेयर किया था. यहां, यहां और यहां देखें.
हालांकि, बूम स्वतंत्र रूप से यह पता नहीं लगा सका कि वीडियो वास्तव में कब और कहां रिकॉर्ड किया गया था, लेकिन यह स्पष्ट करता है कि वीडियो वर्तमान में बाढ़ की स्थिति के दौरान दिल्ली का नहीं, बल्कि पिछले साल से इंटरनेट पर मौजूद है.