सोशल मीडिया पर न्यूज एंकर अंजना ओम कश्यप का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वह डॉ राहिल चौधरी द्वारा बनाए गई आंखों की दवा का प्रचार कर रही हैं और दावा कर रही हैं कि यह विशेष सोडा ड्रिंक सिर्फ सात घंटे में किसी भी तरह के दृष्टि दोष से छुटकारा दिला सकता है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो फेक है. मूल वीडियो क्लिप में AI जनरेटेड वॉइस का इस्तेमाल कर इसे एडिट किया गया है. असली वीडियो यूट्यूबर रणवीर इलाहबादिया के पॉडकास्ट का है, जिसमें डॉ राहिल चौधरी आंखों से संबंधित तमाम समस्याओं पर चर्चा कर रहे हैं. इसमें कहीं भी वह ऐसी किसी दवा या सोडा ड्रिंक का प्रचार नहीं कर रहे हैं जैसा कि दावे में बताया गया है.
आपको बताते चलें कि डॉ. राहिल चौधरी नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं और वर्तमान में वह 'आई7 हॉस्पिटल' के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं.
वीडियो के पहले हिस्से में आजतक की न्यूज एंकर अंजना ओम कश्यप डॉ राहील द्वारा बनाए गए एक ड्रिंक के बारे में बताती हुए कहती हैं, "अच्छी खबर है. भारत में दृष्टिहीनता और दृष्टि कमजोर होने की समस्या का अंत हो चुका है. डॉ राहिल चौधरी ने फार्मास्यूटिकल कंपनियों का सबसे बड़ा गंदा राज उजागर कर दिया है, जिसे वे 77 सालों से लोगों से छुपाते आ रहे थे.... डॉ राहिल चौधरी ने इस सरल तरीके की खोज की है, जो मात्र सात घंटे में आपकी दृष्टि को 60 प्रतिशत तक बहाल कर सकता है... "
आगे डॉ राहिल अपना परिचय देते हुए कहते हैं, "मैं 27 साल से नेत्र विज्ञान और आंखों की बीमारियों का अध्ययन कर रहा हूं. मैंने इंडोनेशिया में 770 से ज्यादा वैज्ञानिक प्रयोग किए हैं.... वास्तव में दृष्टि गिरने का कारण आपकी जीवनशैली, अंधेरे में पढ़ना, फोन, उम्र, या जेनेटिक्स नहीं है. असली कारण शरीर में सोडियम 77 की कमी है..."
वह आगे कहते हैं, 'इसे महंगी दवाओं या ऑपरेशन से ठीक नहीं किया जा सकता. लेकिन मैंने इसका समाधान ढूंढ़ लिया है. साधारण सोडा पेय के माध्यम से अब तक पांच लाख से अधिक मरीजों ने अपनी दृष्टि को 100 परसेंट तक बहाल किया है और वह भी मात्र 7 घंटे में. यह विधि वैज्ञानिक और क्लीनिकल परीक्षणों द्वारा प्रमाणित की जा चुकी है..."
फेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'सर्वश्रेष्ठ दृष्टि बहाली उपाय! निकट दृष्टि दोष, मोतियाबिंद और ग्लूकोमा से अलविदा कहें! आंखों की बीमारियों को रोकता है! आंखों के तनाव को कम करने और आंखों के सूखापन को दूर करने में मदद करता है! उम्र से संबंधित दृष्टि की गिरावट का विरोध करता है!.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: मूल वीडियो एक पॉडकास्ट का है
वायरल वीडियो को देखने पर हमने पाया कि अंजना ओम कश्यप या डॉ राहिल के होठों के मूवमेंट उनकी बातों से बिलकुल मेल नहीं खाते. आगे रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हम डॉ राहिल के मूल वीडियो तक पहुंचे. यह वीडियो रणवीर इलाहबादिया के पॉडकास्ट के दौरान का है, जिसमें वह रणवीर से आंखों से संबंधित तमाम समस्याओं पर बातचीत कर रहे हैं.
इस वीडियो में राहील कहीं भी दावे में बताई गई सोडा ड्रिंक के बारे में कोई चर्चा नहीं करते नजर आते.
नीचे हमने वायरल वीडियो और रणवीर इलाहबादिया के यूट्यूब पर मिले वीडियो के विजुअल्स की तुलना की है.
वायरल वीडियो में AI जनरेटेड वॉइस है
आगे हमने AI डिटेक्टर टूल Truemedia.org पर वीडियो की जांच की. इस टूल द्वारा वीडियो के वॉइस के एआई जनरेटेड होने की संभावना 100 प्रतिशत बताई गई.
पुष्टि के लिए हमने वीडियो की आवाज को AI डिटेक्टर टूल Hivemoderation.com पर भी सर्च किया. इस टूल ने भी वीडियो के वॉइस के एआई जनरेटेड होने की संभावना 99 प्रतिशत बताई.
बूम इस तरह के फर्जी वीडियो का फैक्ट चेक इससे पहले भी कर चुका है, जिसमें रजत शर्मा, अमिताभ बच्चन समेत तमाम हस्तियों को आर्थराइटिस या डायबिटीज की दवा का प्रचार करते हुए दिखाया गया था. रिपोर्ट यहां और यहां पढ़ी जा सकती है.