HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

वाराणसी में दलित युवकों को निर्वस्त्र कर पिटाई करने का गलत दावा वायरल

बूम को मध्य प्रदेश पुलिस ने बताया कि यह राज्य के खरगोन जिले की एक पुरानी घटना का वीडियो है, इसमें किसी भी तरह का जातीय एंगल नहीं था.

By - Rohit Kumar | 18 Nov 2024 6:58 PM IST

नदी घाट पर निर्वस्त्र होकर में स्नान कर रहे कुछ लोगों की भीड़ द्वारा पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. यूजर्स इस वीडियो को लेकर दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी में तथाकथित ऊंची जाति के लोगों ने महादेव मंदिर के दर्शन करने गए निचली जाति के लोगों की पिटाई कर दी है. 

बूम ने पाया कि वीडियो 10 सितंबर 2024 की रात मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के महेश्वर में हुई एक घटना का है. नर्मदा नदी के तट पर कुछ लोग निर्वस्त्र अवस्था में नहा रहे थे, इससे नाराज होकर कुछ स्थानीय लोगों ने उनकी पिटाई कर दी थी. पुलिस ने बूम से बातचीत में किसी भी तरह के जातीय एंगल से इंकार किया है.

फेसबुक पर एक यूजर ने इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'उत्तरप्रदेश के काशी में महादेव मंदिर के दर्शन करने गए *** समाज के लोगों को ऊंची जाति के लोगों ने नंगा कर पीटा. बंटोगे तो कटोगे की असलियत ये है कि हिंदू बनोगे तो नंगे कर के पीटे जाओगे? निंदनीय और शर्मनाक अरे भाई मुझको यह नहीं समझ में आता की क्यों जा रहे हैं यह लोग जब इनको जाति देखकर मंदिर में एंट्री करनी है तो समझदारी से कम लेना चाहिए.'

(आर्काइव लिंक)

एक्स (आर्काइव लिंक) पर एक अन्य यूजर ने लिखा, 'उत्तरप्रदेश के काशी में महादेव मंदिर के दर्शन करने गए *** समाज के लोगों को ऊंची जाति के लोगों ने नंगा कर पीटा. बंटोगे तो कटोगे का नारा सिर्फ वोट लेने के लिए है बाकी इस नारे की असलियत देखिए.'


फैक्ट चेक

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में तथाकथित ऊंची जाति के लोगों द्वारा महादेव मंदिर के दर्शन करने गए निचली जाति के लोगों को निर्वस्त्र कर उनकी पिटाई कर देने का दावा गलत है. वायरल वीडियो सितंबर 2024 का मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के महेश्वर में हुई एक घटना का है. 

वायरल वीडियो सिंतबर 2024 का मध्य प्रदेश का है

बूम ने वीडियो की पड़ताल के लिए दावे से संबंधित कीवर्ड्स से गूगल पर सर्च किया. हमें सितंबर 2024 की कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं, जिसमें यह वीडियो भी था.

आजाद हिन्दुस्तान लाइव नाम के यूट्यूब चैनल पर 12 सितंबर 2024 की रिपोर्ट में बताया गया कि यह घटना 10 सितंबर 2024 की रात 8 बजे मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की है. जिले के महेश्वर में नर्मदा नदी के तट पर निर्वस्त्र होकर नहा रहे कुछ लोगों की स्थानीय लोगों ने पिटाई कर दी.


Full View


दैनिक भास्कर, स्थानीय मीडिया आउटलेट DHAMNOD SAMACHAR और MP TEZ KHABAR पर भी इस खबर को देखा जा सकता है.

अक्टूबर 2024 में यह वीडियो इसी गलत दावे से वायरल होने पर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के एक्स हैंडल पर इसका खंडन किया गया था.  तब समाजवादी पार्टी के नेता रामलोटन निषाद ने इसको लेकर गलत दावा किया था कि वीडियो काशी का है. 

#UPPFactCheck- यह वीडियो काशी, उत्तर प्रदेश का न होकर मध्य प्रदेश के खरगौन जिले के महेश्वर मे स्थित नर्मदा नदी के तट का है।

जातीय द्वेष का मामला नहीं है

बूम ने अधिक स्पष्टिकरण के लिए विस्तार न्यूज के स्थानीय रिपोर्टर भरत पटेल से बात की. उन्होंने बताया, "दरअसल कुछ बाहरी लोग शराब के नशे में निर्वस्त्र होकर घाट पर नहा रहे थे, इसलिए आस-पास के स्थानीय लोगों ने उनके साथ मारपीट की थी. यह  घटना किसी भी तरह से जातीय द्वेष से जुड़ी नहीं है."

बूम ने महेश्वर थाने से भी संपर्क किया. थाने के एक अधिकारी ने बूम से कहा, "यह पुरानी घटना है. इस घटना में किसी भी तरह का जाति या धर्म का कोई ऐंगल नहीं है. निर्वस्त्र होकर स्नान करने की वजह से स्थानीय लोगों ने मारपीट की थी."

Tags:

Related Stories