HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय के नाम से वायरल इस वीडियो का सच क्या है

यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि क्लिप में नागरिकता संशोधन बिल के मुद्दे पर विचार प्रकट करता व्यक्ति कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय है.

By - Mohammad Salman | 1 March 2021 7:06 PM IST

नागरिकता संशोधन बिल (CAB) के समर्थन में अपनी बात रखते एक व्यक्ति की वीडियो फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल है. वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि क्लिप में नागरिकता संशोधन बिल (अब नागरिकता संशोधन क़ानून- CAA) के मुद्दे पर विचार प्रकट करता व्यक्ति कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय (Anil Upadhyay) है.

बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है. वीडियो में जो व्यक्ति दिख रहा है वो कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय नहीं, बल्कि मोहन चंद्र पाण्डेय (Mohan Chandra Pandey) है. उनका किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है.

बेला चाओ: फ़ासिस्ट-विरोधी जड़ों से निकला गीत जो आंदोलनों की आवाज़ बन गया है

2 मिनट 50 सेकंड की वीडियो क्लिप की शुरुआत में एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति, जिसे कांग्रेसी विधायक बताया जा रहा, से कैब के संबंध में सवाल पूछता है. इसके जवाब में कोट-पैंट, सफ़ेद शर्ट और टाई पहने वह व्यक्ति जवाब देते हुए केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करने की बात करते हैं और विरोध कर रहे लोगों और विपक्षीय दलों को घेरते हैं.

इस वीडियो क्लिप को फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए विजेंद्र सिंह चौधरी ने दावा किया कि "कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय अनजाने में कह गया पर सही बोल दिया."

Full View

पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें


पोस्ट यहां देखें और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.

वाम दलों की 2019 में हुई रैली की तस्वीर हालिया बताकर वायरल

फ़ैक्ट चेक

बूम पहले भी कांग्रेसी विधायक अनिल उपाध्याय से जोड़कर शेयर किये गए दावों का खंडन कर चुका है.

करीब दो साल पहले रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल ने एक क्लिप चलाते हुए दावा किया था कि कांग्रेस पार्टी के विधायक अनिल उपाध्याय ने प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की तारीफ़ की. तब हमने इस दावे की जांच में पाया था कि वीडियो में पीएम मोदी का बखान करता युवक कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय नहीं, बल्कि मोहन चंद्र पाण्डेय है.

रिपब्लिक भारत के दावे की जांच के दौरान हमें एक ट्वीट मिला था, जिसमें मोहन पाण्डेय नामक ट्विटर यूज़र ने रिपब्लिक चैनल को टैग करते हुए कहा था कि "महोदय, सुबह 7.14 बजे आपका टीवी समाचार मुझे एक वायरल वीडियो में अनिल उपाध्याय के रूप में दिखाया, जबकि मैं एक आम आदमी मोहन पांडेय हूं. मैं आपकी प्रशंसा करता हूं और आपके चैनल को पसंद करता हूं. मुझे आशा है कि आप इस गलती को सुधारेंगे और उपकृत करेंगे. सादर प्रणाम"

तब हमने मोहन चंद्र पाण्डेय से संपर्क किया था, जिसमें उन्होंने हमें बताया था कि उनके कई वीडियोज़ वायरल हो चुके हैं. कुछ वीडियो में कहा गया कि वो दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी हैं, कांग्रेस नेता सचिन पायलट के ससुर हैं, और कुछ लोगों ने मुझे मोदी की प्रशंसा करते हुए पाकिस्तानी नागरिक कहा है.

"मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि मैं मोहन चंद्र पांडे नाम का एक आम आदमी हूं जो एक कंपनी में ज़ोनल सेल्स मैनेजर के रूप में काम करता है और ये वीडियो मेरे हैं जहां मैं मोदी के लिए अपना समर्थन दिखा रहा हूं." मोहन चंद्र पाण्डेय ने बूम को बताया था.

इसके अलावा वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर हम पाते हैं कि वीडियो की शुरुआत में जो युवक नागरिकता संशोधन बिल के संदर्भ में उनसे सवाल पूछता है वो उन्हें 'पाण्डेय जी' कहकर संबोधित करता है.

हमने मोहन चंद्र पाण्डेय का फ़ेसबुक अकाउंट चेक किया तो हमें 17 दिसंबर 2019 को अपलोड की गई उनकी वही वीडियो मिली, जो वर्तमान में वायरल है.

Full View

दूध में मिलावट करते युवक का पुराना वीडियो साम्प्रदायिक दावे के साथ वायरल

Tags:

Related Stories