सोशल मीडिया पर कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ़ मोहम्मद खान का भाषण देता हुआ एक वीडियो काफ़ी वायरल है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि उन्होंने दिल्ली के शाहीन बाग़ इलाक़े में पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज और बदसलूकी भी की जिसके कारण उन्हें गिरफ़्तार भी किया गया. आगे शाहीन बाग़ को देशद्रोहियों का गढ़ बताते हुए कहा गया है कि उनकी सभा में 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के नारे भी लगाए गए.
वायरल वीडियो में कांग्रेस नेता आसिफ़ खान को लाल रंग के स्पीकर के साथ भाषण देते हुए देखा जा सकता है जिसमें वह भीड़ के सामने बिहार और बिहारियों से सम्बंधित बातचीत कर रहे हैं. इसी बीच एक पुलिसकर्मी उन्हें भाषण रोकने को कहता है जिसके बाद आसिफ़ खान उसे धक्का देते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी करना शुरू कर देते हैं. इसके बाद भीड़ भी तेज आवाज़ में नारे लगाते हुए पुलिसकर्मियों के साथ उलझती दिखती है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि उनकी सभा में 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के नारे नहीं बल्कि 'आसिफ़ भाई ज़िंदाबाद' के नारे लगाए हैं.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,'शाहीन बाग में कांग्रेस नेता आसिफ मोहम्मद खान की गुंडागर्दी, दिल्ली पुलिस के SI से सरेआम की गाली-गलौज और हाथापाई। पुलिस के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में आसिफ मोहम्मद खान हुए गिरफ़्तार, सभा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए'.
ट्विटर पर भी ये वीडियो 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के नारे के दावे से वायरल है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले संबधित कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर सर्च किया तो 26 नवंबर 2022 की हिन्दुतान और आज तक आदि की कई न्यूज़ रिपोर्ट्स सामने आयीं. रिपोर्ट्स में कथित तौर पर दावा किया गया कि आसिफ़ खान ने पुलिसकर्मी के साथ गाली-गलौज एवं हाथापाई की. इसके चलते उनके विरुद्ध आईपीसी की धारा 186 और 353 के तहत मामला दर्ज़ किया गया. किसी भी रिपोर्ट में 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' के नारे लगने का ज़िक्र नहीं था.
अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आसिफ़ मोहम्मद खान की बेटी नगर निगम का चुनाव लड़ रही है जिसके लिए वह प्रचार कर रहे थे उसी दौरान शाहीन बाग़ में तैय्यब मस्ज़िद के पास ये घटना हुई. जब पुलिसकर्मी ने सभा को लेकर क़ानूनी अनुमति के बारे में पूछा तो आसिफ़ खान भड़क गए और पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी एवं उसे अपशब्द कहने लगे. बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया. 4 दिसंबर को नगर निगम चुनाव का मतदान होना है और 7 दिसंबर को परिणाम आएंगे.
इसके बाद हमने और सर्च किया तो न्यूज़ 24 का 26 नवंबर 2022 का ट्वीट किया हुआ वीडियो मिला वह वायरल वीडियो के समान है. बूम ने पूरी वीडियो को ग़ौर से सुना लेकिन कहीं भी 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे नहीं सुनाई दिए. वीडियो के बीच में 'आसिफ़ भाई ज़िंदाबाद अथवा आसिफ़ खान ज़िंदाबाद' के नारे सुने जा सकते हैं.
और अधिक पुख्ता करने के लिए बूम ने दिल्ली पुलिस से सम्पर्क किया तो डीसीपी ईशा पांडे ने बताया कि, 'वहां कोई 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' का नारा नहीं लगाया गया, 'आसिफ़ खान ज़िंदाबाद' का नारा लगाया गया है. हालाँकि पुलिस से दुर्व्यवहार के कारण उनके विरुद्ध मुक़दमा दर्ज़ किया गया'.
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