नेपाल में युवाओं के व्यापक विरोध प्रदर्शन ने देश में राजनीतिक संकट को जन्म दे दिया है. इसी बीच सोशल मीडिया पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प का एक वीडियो वायरल हो रहा है.
वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह नेपाल के 'Gen Z' प्रोटेस्ट के दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा सेना के जवानों पर किए गए पथराव का वीडियो है.
बूम ने फैक्ट चेक चेक में पाया कि वायरल वीडियो इंडोनेशिया के मेडान शहर का है. वहां सांसदों के भत्ते के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच झड़प के दौरान एक डिलीवरी राइडर की मौत हो गई थी. इसके बाद 29 अगस्त 2025 को गुस्साए लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया था.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल?
वायरल हो रहा वीडियो लगभग 30 सेकंड का है, जिसमें प्रदर्शनकारी सुरक्षाकर्मियों पर लाठी-डंडे और पत्थर से हमला करते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं सुरक्षाकर्मी बचने के लिए शील्ड के पीछे छिपते दिखाई दे रहे हैं.
फेसबुक जैसे माध्यमों पर यूजर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिख रहे हैं, 'नेपाल में रात पर संसद जलती रही…सेना के जवानों की भी ऐसे ही कुटाई चलती रही…Gen-Z को क्या ऐसी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता चाहिए?' (आर्काइव लिंक)
पड़ताल में क्या मिला:
वीडियो इंडोनेशिया का है
हमने पाया कि वीडियो में पुलिस की शील्ड पर इंडोनेशियाई भाषा में 'Polisi' लिखा हुआ है, जो इशारा करता है कि वीडियो संभवतः इंडोनेशिया का है. रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें एक फेसबुक पोस्ट में यही वीडियो मिला, जिसके कैप्शन में भी इसे इंडोनेशिया का बताया गया था. (आर्काइव लिंक)
एक इंस्टाग्राम पोस्ट में इसी तरह की एक तस्वीर को शेयर करते हुए बताया गया कि इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में कथित रूप से एक पुलिस वाहन की टक्कर से एक मोटरसाइकिल डिलीवरी राइडर की मौत के बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई. (आर्काइव लिंक)
29 अगस्त को हुई थी घटना
संबंधित कीवर्ड की मदद से हमें इस घटना से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट मिलीं, जिनमें वायरल वीडियो से मिलती-जुलती तस्वीरें मौजूद थीं. इंडोनेशियाई वेबसाइट Detiknews की एक रिपोर्ट के अनुसार, 29 अगस्त को उत्तरी सुमात्रा के मेडान शहर में क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि परिषद (DPRD) के बाहर प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हो गई और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके.
आगे हमें इस घटना से संबंधित टाइम्स ऑफ इंडिया, न्यू दिल्ली टाइम्स, Euro News, Citrus County Chronicle, वॉशिंगटन पोस्ट और एसोसिएटेड प्रेस की भी रिपोर्ट मिली.
इंडोनेशिया के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन
असल में इंडोनेशिया में सांसदों के भत्ते बढ़ाए जाने को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी थी, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए. राजधानी जकार्ता में 28 अगस्त को संसद के पास हुए प्रदर्शन के दौरान झड़प में कथित तौर पर पुलिस के बख्तरबंद वाहन की टक्कर से अफ्फान कुर्नियावान नाम के एक डिलीवरी राइडर की मौत हो गई.
घटना के अगले दिन गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने सेंट्रल जकार्ता में पुलिस मोबाइल ब्रिगेड के मुख्यालय तक मार्च निकाला. कुछ प्रदर्शनकारी परिसर में घुसने की कोशिश करने लगे, पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस का सहारा लिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने भी पुलिस पर पथराव किया.
सांसदों के भत्ते बढ़ाए जाने के विरोध में सिर्फ राजधानी ही नहीं बल्कि इंडोनेशिया के अन्य शहरों में भी प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें देखने को मिली थीं.
गूगल मैप पर हुई लोकेशन की पुष्टि
इसके अलावा हम इस जगह को जियो लोकेट करने में भी सक्षम थे. हमने पाया कि गूगल मैप के स्ट्रीट व्यू में वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य मौजूद हैं, जिससे पुष्टि होती है कि यह लोकेशन इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा के मेडान इलाके में स्थित है.
बूम इससे पहले भी इंडोनेशिया में हुए एक अन्य विरोध प्रदर्शन के वीडियो का फैक्ट चेक कर चुका है, जिसे सोशल मीडिया पर गलत तरीके से नेपाल का बताया जा रहा था.


