नेपाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में उमड़ी भीड़ के दावे से इंडोनेशिया का वीडियो वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो इंडोनेशिया के पाटी में 13 अगस्त 2025 को हुए एक प्रदर्शन का है.

नेपाल में युवाओं के व्यापक विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है. इसी बीच सोशल मीडिया पर नेपाल सरकार के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान उमड़ी भीड़ के दावे से एक असंबंधित वीडियो वायरल हो रहा है.
बूम ने फैक्ट चेक चेक में पाया कि वायरल वीडियो इंडोनेशिया में हुए एक विरोध प्रदर्शन से जुड़ा है. यह घटना 13 अगस्त को पाटी जिले के रीजेंट कार्यालय के बाहर हुई थी, जहां प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने गेट तोड़ने की कोशिश की थी. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा था.
सोशल मीडिया पर क्या है वायरल
नेपाल की राजनीतिक हलचल के बीच फेसबुक पर प्रदर्शन का एक वीडियो शेयर किया गया और इसे नेपाल में विरोध प्रदर्शन के दौरान उमड़ी बेकाबू भीड़ का बताया गया. करीब 20 सेकंड के इस वीडियो में प्रदर्शनकारी एक बड़े गेट को तोड़ने की कोशिश करते दिख रहे हैं, जबकि पुलिस उन पर पानी की बौछार कर हालात पर काबू पाने की कोशिश करती नजर आ रही है. आर्काइव लिंक
पड़ताल में क्या मिला
1. वीडियो इंडोनेशिया का है
गौर से देखने पर हमने पाया कि वीडियो में पुलिस की वर्दी पर इंडोनेशियाई भाषा में 'Polisi' लिखा हुआ है साथ ही इसमें इंडोनेशिया के राष्ट्रीय झंडे भी साफ नजर आ रहे हैं.
आगे रिवर्स इमेज सर्च और संबंधित कीवर्ड सर्च की मदद से हमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते विजुअल के साथ इस घटना से जुड़ीं कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं. Kumparan नाम के एक इंडोनेशियाई न्यूज चैनल पर यह वीडियो 13 अगस्त 2025 को शेयर किया गया था जो बताता है कि यह नेपाल में हुए हालिया प्रदर्शनों से पहले का वीडियो है.
इसके इंडोनेशियाई भाषा के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, 13 अगस्त 2025 को इंडोनेशिया के मध्य जावा स्थित पाटी रीजेंट (जिला प्रमुख) कार्यालय के बाहर यह विरोध प्रदर्शन उस वक्त उग्र हो गया, जब सुबह 11 बजे ( वेस्टर्न इंडोनेशिया टाइम जोन) के करीब प्रदर्शनकारियों ने गेट तोड़ने की कोशिश की. पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. स्थिति के बेकाबू होने पर पत्रकारों को रीजेंट कार्यालय के भीतर शरण लेनी पड़ी.
2. पाटी रीजेंट के इस्तीफे की मांग को लेकर हुआ था प्रोटेस्ट
बीबीसी इंडोनेशिया और सीएनएन इंडोनेशिया की रिपोर्ट में बताया गया कि पाटी में हजारों लोग रीजेंट सुदेवो के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए. उन्होंने सुदेवो और पुलिस पर मिनरल वाटर की बोतलें और टूटी हुई टाइल्स फेंकी. इस प्रदर्शन के दौरान करीब 33 लोग घायल हुए थे.
टाइम्स इंडोनेशिया और एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, पाटी निवासियों का यह प्रदर्शन पाटी रीजेंट की नीतियों, विशेष रूप से ग्रामीण और शहरी भूमि एवं भवन कर (PBB-P2) की दरों में 250 प्रतिशत तक की वृद्धि के विरोध में शुरू हुआ था.
हालांकि यह नीति रद्द कर दी गई. नीति के रद्द हो जाने के बावजूद उनके अहंकारी बयानों ने जनता के आक्रोश को बढ़ावा दिया और परिणामस्वरुप लोगों ने रीजेंट के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.
3. गूगल मैप ने भी की लोकेशन की पुष्टि
स्पष्टीकरण के लिए हमने इस जगह को जियो लोकेट किया. हमने पाया कि गूगल मैप के स्ट्रीट व्यू में भी वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य देखे जा सकते हैं, जिससे पुष्टि होती है कि यह लोकेशन इंडोनेशिया के पाटी में स्थित है, नेपाल में नहीं.
नेपाल में विरोध प्रदर्शन: क्या है पूरा मामला
नेपाल में सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुआ युवाओं का आंदोलन, जिसे 'Gen Z' प्रोटेस्ट कहा गया, एक देशव्यापी जनआंदोलन में तब्दील हो गया. सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को युवाओं ने अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताया.
सोशल मीडिया बैन के साथ-साथ देश में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और भाई‑भतीजावाद जैसे मुद्दों को लेकर हुआ यह प्रदर्शन धीरे‑धीरे उग्र होता गया. इस दौरान संसद, प्रधानमंत्री कार्यालय समेत अन्य सरकारी भवनों को निशाना बनाया गया.
हिंसक झड़पों में अब तक लगभग 19 लोगों की मौत हो चुकी है. बढ़ते दबाव के चलते प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है और सरकार ने सोशल मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंध को भी वापस ले लिया है.




