सोशल मीडिया पर मेघालय का बताकर एक वीडियो वायरल हो रहा जिसमें एक बस खाई में गिरती हुई दिखाई दे रही है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि मेघालय में बस ड्राइवर ने चाय पीने के लिए बस रोकी और बिना इंजन बंद किये एवं बिना हैंड ब्रेक लगाए चला गया. इसके बाद बस चलती हुई खाई में जा गिरी.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो मेघालय का नहीं बल्कि इंडोनेशिया के सेंट्रल जावा प्रान्त का है.
केरल में बीजेपी विधायक की पिटाई के फ़र्ज़ी दावे से पुराना वीडियो वायरल
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने इस वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, "मेघालय : ड्राइवर चाय पीने के लिए गया,बस का इंजन चालू था, वह हैंड ब्रेक लगाना भूल गया,फिर क्या बस पास की खाई में जा गिरी".
फ़ेसबुक पर अन्य कई यूज़र्स ने वीडियो को मेघालय का बताते हुए शेयर किया है, जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो से स्क्रीनग्रैब निकालकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो इस घटना को कवर करती हुई इंडोनेशियन मीडिया वेबसाइट ट्रिब्यून न्यूज़ की 7 मई 2023 की रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, 'ओइंडिज सेरट गांव, उत्तरी सर्पोंग, तांगेरांग के निवासियों के एक समूह को ले जा रही टूर बसों में से एक पार्किंग के दौरान अचानक खाई में गिर गई जिसमें एक व्यक्ति के मृत्यु की सूचना है. यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना रविवार (7/5/2023) को बोजोंग जिले के रेम्बुल गांव में हुई, जो सेंट्रल जावा में तेगल टूरिज्म ऑब्जेक्ट के जार का स्थान है'.
9 मई 2023 की एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में भी घटना को इंडोनेशिया के सेंट्रल जावा प्रान्त की बताया गया है जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु और 30 से अध्क लोग घायल हो गए हैं. रिपोर्ट में घटना 7 मई 2023 की बतायी गयी है.
हादसे का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है. कुछ लोगों का कहना है कि बच्चे हैंडब्रेक के पास खेल रहे थे और उनसे गलती से वह खुल गई जिस कारण हादसा हुआ. हालाँकि सीएनएन इंडोनेशिया के मुताबिक स्थानीय पुलिस इससे इंकार किया है और असल कारण जानने के लिए अभी जांच चल रही है.
एक यूट्यूब चैनल पर भी यह वीडियो मिला. वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखी जानकारी के अनुसार यह घटना इंडोनेशिया के सेंट्रल जावा प्रान्त में हुई. हादसे के समय बस में 50 यात्री थे जिसमें से 30 घायल हो गए और एक की मृत्यु हो गई. हादसे का कारण ब्रेक फेल होना बताया गया है.
उपरोक्त पड़ताल से स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो इंडोनेशिया में हुए हादसे का है, भारतीय राज्य मेघालय से इसका कोई सम्बन्ध नहीं है.
फ्रांस में पर्यावरण कार्यकर्ताओं को घसीटकर सड़क से हटाने का वीडियो सांप्रदायिक दावे से वायरल