सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग एक ट्रक जिसपर म्यूजिक चल रहा है पर डंडों से हमला कर रहे हैं साथ ही अन्य कई लोग पत्थरबाजी करते हुए दिख रहे हैं. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के दावे से वायरल इस वीडियो के माध्यम से दूसरे धर्म को निशाना बनाते हुए हिंदुओं को कायर कहा जा रहा है. वीडियो को ऐसे कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है जैसे किसी अन्य धर्म के लोगों ने हमला किया हो.
बताया जा रहा है कि बिलासपुर सदर बाजार की सड़क से माँ दुर्गा का विषर्जन करने जा रहे हिंदुओं पर तलवार, लाठी-डंडे, रॉड से माँ दुर्गा के मूर्ति पर हमला हुआ और हिंदुओं पर पत्थरबाजी की गई. बिना नाम लिए दूसरे धर्म को निशाना बनाते हुए लोग पुलिस-प्रशासन को भी कोस रहे हैं.
बूम को बिलासपुर पुलिस ने बताया कि झगड़ा पहले विसर्जन करने को लेकर दो पूजा समिति के सदस्यों के बीच हुआ था. इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. झगड़ा करने वाले एक ही धर्म के हैं.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा,'बिलासपुर की इतिहास में पहली बार इस तरह क्रूरता, बिलासपुर सदर बाजार की सड़क से माँ दुर्गा विषर्जन करने जा रहे हिन्दुओ पर तलवार लाठी डंडे रॉड से हमला माँ दुर्गा के मूर्ति पर हमला हिन्दुओ पर पत्थरबाजी ...आधे घण्टे तक बीच सड़क पर आतंक का तांडव होता रहा और चाक चौबंद की बात करने वाले पुलिस कर कर्मचारी नदारद रहे ...अब तो गहरी नीद से जाग जाओ हिन्दुओ.'
फ़ेसबुक पर यह वीडियो इसी तरह के दावों के साथ काफ़ी वायरल है.
ट्विटर पर भी यह वीडियो वायरल है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले संबंधित कीवर्डस के साथ पड़ताल शुरू की तो कई रेपोर्ट्स सामने आयीं. दैनिक भास्कर की तीन दिन पुरानी रेपोर्ट्स के मुताबिक छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दुर्गा विसर्जन के दौरान शनिचरी बाजार और कुदुदंड दुर्गोत्सव पूजा समिति के बीच जमकर मारपीट हो गई. झड़प के बाद भीड़ ने जमकर पथराव कर वाहनों में तोड़फोड़ भी की.
विवाद के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कराया जिसमें पहले पक्ष से अभिजीत तिवारी ने हिमांशु राय, शैलेष, पारस सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराया वहीं दूसरे पक्ष से शैलेष कश्यप ने नवीन तिवारी, विजय गुप्ता और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायी. रिपोर्ट में कहीं भी दूसरे किसी धर्म-समुदाय के लोगों के शामिल होने का जिक्र नहीं था.
अमर उजाला की 7 अक्टूबर 2022 की रिपोर्ट में भी दो पूजा समितियों के बीच झगड़ा बताया गया और दोनों पक्षों के आरोपियों के नाम भी हिन्दू समुदाय से थे.
इसी घटना पर न्यूज़ एजेंसी एएनआई (ANI) का ट्वीट मिला जिसमें बिलासपुर एएसपी राजेन्द्र जायसवाल का बयान था. बयान के मुताबिक,'दो दुर्गा पूजा समितियों के सदस्यों के बीच इस बात को लेकर हाथापाई हो गई कि कौन सी पार्टी पहले विसर्जन के लिए जाएगी. संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है और पूछताछ चल रही है. दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.'
इसके बाद बूम ने एएसपी राजेन्द्र जायसवाल से संपर्क किया तो उन्होंने बताया,'घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. दोनों गुट हिंदू समुदाय से हैं. विभिन्न पूजा समितियों के जुलूस पहले विसर्जन को लेकर आपस में झगड़ गए. हमने घटना से जुड़े 17 लोगों को हिरासत में लिया है. सभी हिन्दू हैं.'
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