बर्मिंघम में मुस्लिमों द्वारा मंदिर जलाने के फ़र्ज़ी दावे से वीडियो वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा ग़लत है. वीडियो बर्मिंघम के एक सुपरमार्केट में आग लगने का है. और कार पार्किंग विवाद को लेकर लोगों के बीच मारपीट हुई थी.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक इमारत आग की लपटों से घिरी हुई है, और सामने कई लोग आपस में लड़ाई करते नज़र आ रहे हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि इंग्लैंड के बर्मिंघम में नवरात्रि उत्सव के दौरान मुसलमानों ने एक हिंदू मंदिर में आग लगा दी और हिन्दुओं के साथ मारपीट की.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो बर्मिंघम के एक सुपरमार्केट में आग लगने का है. और स्थानीय पुलिस के अनुसार, कार पार्किंग विवाद को लेकर लोगों के बीच मारपीट हुई थी.
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गौरतलब है कि दुबई में आयोजित एशिया कप क्रिकेट मैच में 28 अगस्त को भारत के हाथों पाकिस्तान की हार के बाद ब्रिटेन के लेस्टर शहर में हिन्दू-मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच हिंसा भड़क उठी थी. हिंसा के कारण ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग ने भारतीय समुदाय के ख़िलाफ़ हमले की निंदा करते हुए एक आधिकारिक बयान जारी किया था. लेस्टर शहर में हिन्दू-मुस्लिम समुदाय के बीच हिंसा की ख़बरों के बीच यह वीडियो वायरल हो रहा है.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन दिया, "बर्मिंघम में नवरात्रि के पावन अवसर पर पहले मंदिर जलाया गया फिर हिंदुओं को मारा गया जब पुलिस बचाव के लिए पोहोची तो पुलिस को भी पीटा गया . बताने की जरूरत नहीं है की हमला किस मजहब के लोगो ने किया हैं."
पोस्ट यहां देखें.
एक अन्य यूज़र ने नवरात्रि के दौरान मुसलमानों द्वारा जलाए गए बर्मिंघम मंदिर और हिन्दुओं की पिटाई के दावे से वीडियो को शेयर किया और इस घटना को पीएफ़आई पर भारत सरकार द्वारा की गई कार्यवाई के लिए हिन्दुओं पर हमले को बदले की कार्यवाई बताया.
पोस्ट यहां देखें.
इसी वीडियो को ट्विटर पर अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ शेयर किया गया है कि बर्मिंघम में नवरात्रि के अवसर पर मुस्लिमों ने मंदिर में आग लगा दी और हिन्दुओं के साथ मारपीट की.
बूम को अपने व्हाट्सएप टिपलाइन नंबर (7700906588) पर भी सत्यता जांचने के लिए यही वीडियो प्राप्त हुआ.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने संबंधित कीवर्ड के मदद से वीडियो को खोजा तो हमें यह बर्मिंघम लाइव के 20 सितंबर 2022 के ट्वीट में मिला.
इस वीडियो रिपोर्ट में बताया गया है कि बर्मिंघम के एलम रॉक रोड में ज़ीनत सुपरमार्केट में आग लग गई. यह घटना 19 सितंबर की शाम को घटित हुई.
इस वीडियो रिपोर्ट में 30 सेकंड की समयावधि पर वायरल वीडियो के उसी हिस्से को देखा जा सकता है. हालांकि, रिपोर्ट में झगड़े के कारण के बारे में जानकारी नहीं दी गई.
इस संबंध में रिपोर्ट्स खोजने पर हमें बर्मिंघम लाइव की ही रिपोर्ट मिली.
रिपोर्ट के मुताबिक़, आग पर दमकल गाड़ियों ने काबू पा लिया गया. लेकिन एहतियात आसपास की सड़कों और रिहायशी इलाकों को बंद कर दिया गया था.
इसी घटना पर मिरर की रिपोर्ट यहां पढ़ें.
हमें अपनी जांच के दौरान वेस्ट मिडलैंड्स फायर सर्विस का एक ट्वीट में मिला जिसमें ज़ीनत सुपरमार्केट में आग लगाने का कारण बताया गया है. ट्वीट के अनुसार, साल्टली में सुपरमार्केट में 'एक्सीडेंटली' आग लगी थी, जब कूड़ा-करकट की आग इमारत में फैल गई.
इसके अलावा, वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस ने भी अपने ट्वीट में स्पष्ट किया था कि वायरल वीडियो बर्मिंघम के एक सुपरमार्केट में आग लगने की घटना दिखाता है.
पार्किंग विवाद को लेकर हुई लड़ाई
बर्मिंघम लाइव की एक रिपोर्ट में वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस के एक प्रवक्ता के हवाले से बताया गया है कि घटनास्थल पर घेराबंदी के कारण लड़ाई शुरू हुई थी. इस घटना पर मिरर ने भी बर्मिंघम लाइव के हवाले से रिपोर्ट प्रकाशित की थी. वीडियो में लोग एक दूसरे को घूंसे मारते और लात मारते नज़र आते हैं. वीडियो के बीच में एक जगह तरबूज को हथियार के रूप में भी इस्तेमाल करते हुए देखा जा सकता है.
जांच के दौरान हमें एक ट्विटर यूज़र के ट्वीट के जवाब में वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस का रिप्लाई मिला, जिसमें बताया गया कि लड़ाई कुछ कारों की पार्किंग के मुद्दे से जुड़ी थी और यह एक अलग घटना थी.
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