सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल है, जिसमें एक व्यक्ति एक पत्रकार के द्वारा सवाल पूछने अपनी पत्नी की हत्या करने को स्वीकार करता है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि "मुस्लिम व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि वह हिन्दू थी". वीडियो में वह व्यक्ति यह भी कहता हुआ नज़र आ रहा है कि उसने ‘इस्लाम की इज्जत की खातिर’ अपनी पत्नी का मर्डर किया.
हालांकि बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है. पीड़िता और आरोपी दोनों ही मुस्लिम हैं.
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फ़ेसबुक पर यह वीडियो अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ वायरल वायरल है, जिसका हिंदी अनुवाद है "वह कितने गर्व से कह रहा है कि उसने अपनी पत्नी को हिन्दू होने के कारण मार दिया".
फ़ेसबुक पर अन्य यूज़र्स ने भी इस वीडियो को शेयर किया है जिसे यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा तो पाया कि पत्रकार के माइक पर “इंसाफ 24” लिखा हुआ है. यूट्यूब सर्च में हमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन “इंसाफ 24 न्यूज Live” नाम के चैनल पर मिला. यूट्यूब चैनल पर 28 अप्रैल 2023 को अपलोड किए गए वीडियो के शुरूआती हिस्से से ही वायरल वीडियो वाले दृश्यों को देखा जा सकता है.
इसी चैनल पर हमें 4 मई 2023 को अपलोड किया गया एक और वीडियो भी मिला. वीडियो में उसी पत्रकार ने मृतका के परिवारवालों से भी बात की थी. इस दौरान मृतका के पिता ने लड़की के हिंदू होने के दावे का खंडन करते हुए रिपोर्टर को बताया था कि “वह मुस्लिम हैं और उनकी बेटी का नाम यास्मीन ख़ातून था”.
हमें इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी मिली. रिपोर्ट में मृतका की पहचान दरभंगा जिले के हायाघाट निवासी अब्दुल गफ्फार की पुत्री यास्मीन खातून के रूप में की गई थी. वहीं उसके पति का नाम महबूब आलम बताया गया था, जो समस्तीपुर जिले के बंगरा थाना क्षेत्र का रहने वाला है.
जांच में हमें बिहार पुलिस की वेबसाइट पर इस घटना की एफ़आईआर कॉपी भी मिली. एफ़आईआर में मृतका यास्मीन खातून के पिता अब्दुल गफ्फार की तरफ़ से दिया गया शिकायत पत्र भी मौजूद था. शिकायत पत्र में अब्दुल गफ्फार ने अपने दामाद महबूब आलम और उसके परिवार वालों के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज करते हुए साफ़ लिखा है कि “उनकी बेटी की शादी करीब सात महीने पहले मुस्लिम रीति रिवाज से हुई थी”.
हमें अपनी जांच को और पुख्ता बनाने के लिए बंगरा थाना के सब इंस्पेक्टर अविनाश कुमार से भी संपर्क किया. अविनाश कुमार ने बूम के साथ बातचीत में वायरल दावों का खंडन करते हुए कहा कि “पीड़िता और आरोपी दोनों ही मुस्लिम हैं. लड़की का नाम यास्मीन खातून था और उसके पिता का नाम अब्दुल गफ्फार है”.
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