सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ में मौजूद लोग हाथ में तलवार लेकर एक सड़क पर आगे बढ़ रहे हैं. वीडियो में एक ऑडियो भी मौजूद है, जिसमें भड़काऊ बातें कही जा रही है. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि “बिहार में मुसलमानों ने हिंदुओं के ख़िलाफ़ हिंसा का आह्वान किया है”.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह से फ़र्ज़ी है. बिहार के डेहरी ओन सोन में निकले मुहर्रम जुलूस का यह वीडियो 2017 से ही इंटरनेट पर मौजूद है. वीडियो में भड़काऊ ऑडियो को अलग से जोड़ा गया है.
वायरल वीडियो क़रीब 1 मिनट 39 सेकेंड का है. वीडियो में लोग हाथों में तलवार लेकर सड़कों पर आगे बढ़ते हुई दिखाई दे रहे हैं. इस दौरान वीडियो में मौजूद कुछ लोगों के हाथों में इस्लामिक झंडे को भी देखा जा सकता है.
वीडियो को मेघ अपडेट्स ने अपने वेरिफ़ाईड ट्विटर हैंडल से अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ साझा किया है, जिसका हिंदी अनुवाद है “वायरल वीडियो को बिहार का बताया जा रहा है, जहां मुसलमानों को तलवार लेकर भारत के बिहार राज्य में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का आह्वान करते देखा जा सकता है”.
वहीं फ़ेसबुक पर भी यह वीडियो अंग्रेज़ी कैप्शन के साथ ही वायरल है, जिसे आप यहां देख सकते हैं.
फ़ेसबुक पर वायरल वीडियो से जुड़े अन्य पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले वीडियो को ध्यान से देखा तो हमें MAH Factory के यूट्यूब चैनल का लोगो दिखाई दिया. इसलिए हमने इस वीडियो को उक्त यूट्यूब चैनल पर ख़ोजा तो हमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मिला.
MAH Factory के यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो 14 मार्च 2020 को अपलोड किया गया था. वीडियो के टाइटल के अनुसार, यह बिहार के रोहतास जिले के डेहरी ओन सोन में निकले मुहर्रम जुलूस का दृश्य है. यूट्यूब वीडियो के क़रीब 30 सेकेंड से उन्हीं दृश्यों और ऑडियो को देखा एवं सुना जा सकता है, जो वायरल वीडियो में मौजूद है.
चूंकि इस यूट्यूब चैनल पर वीडियो के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं थी. इसलिए हमने अभी तक प्राप्त जानकारियों के आधार पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें यह वीडियो एक अन्य यूट्यूब अकाउंट से 2017 में अपलोड किया हुआ मिला. इस वीडियो के टाइटल में यह बताया गया था कि यह वीडियो 2017 में डेहरी ओन सोन के बारह पत्थर में निकले मुहर्रम जुलूस का है.
हालांकि इस वीडियो में वायरल वीडियो वाला ऑडियो मौजूद नहीं था, बल्कि इसमें लाउडस्पीकर पर एक व्यक्ति को भीड़ को आगे की ओर थाना चौक की तरफ बढ़ने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है. साथ ही वीडियो में क़रीब 53 सेकेंड पर लाउडस्पीकर के सहारे सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के अध्यक्ष गुड्डू चौधरी का नाम पुकारते हुए भी सुना जा सकता है. ऑडियो में मौजूद शोरगुल वीडियो में मौजूद दृश्यों के साथ मेल भी खा रहे हैं, जो इसके वास्तविक होने की भी तस्दीक करते हैं.
इस वीडियो में हमें सड़क के दोनों तरफ़ मौजूद कुछ दूकानों जैसे कामधेनु स्वीट्स, हाज़ी क्लोथ स्टोर के साइन बोर्ड भी दिखे. इसलिए हमने गूगल मैप्स की सहायता से इन दुकानों को पता लगाया तो हमें यह बिहार के रोहतास जिले के डेहरी ओन सोन में मिला.
इतना ही नहीं हमें वीडियो में बारह पत्थर लिखा हुआ एक साइन बोर्ड भी दिखा था, हमने जब मैप्स पर ही उक्त जगह को खोजा तो पाया कि यह इलाका भी डेहरी ओन सोन में ही है. आप नीचे मौजूद तस्वीर के माध्यम से इसे आसानी से समझ सकते हैं.
हमने इस दौरान गुड्डु चौधरी से भी संपर्क किया, जिनका नाम लाउडस्पीकर से पुकारा जा रहा था. उन्होंने हमें बताया कि यह वीडियो डेहरी ओन सोन में ही निकले मुहर्रम जुलूस का है. हालांकि इस दौरान उन्होंने यह साफ़ नहीं किया कि वायरल वीडियो किस साल के मुहर्रम जुलूस के दौरान का है.
हमारी अभी तक की जांच में यह साफ़ हो गया कि वायरल वीडियो बिहार के रोहतास जिले के डेहरी ओन सोन में निकले मुहर्रम जुलूस के दौरान का है. वीडियो में भड़काऊ ऑडियो को अलग से जोड़ा गया है. हालांकि हम यह पता नहीं लगा पाए कि वीडियो वास्तव में कब का है.