HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

अयोध्या में दीपोत्सव समारोह के रूप में शेयर की गई पुरानी तस्वीरें

बूम ने पाया कि वायरल तस्वीरें 2019 की हैं और अयोध्या में 12 लाख दीये जलाने के हाल के गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड से संबंधित नहीं हैं.

By - Srijit Das | 9 Nov 2021 10:59 AM IST

एक नदी तट पर रखे मिट्टी के कई दीयों को दिखाने वाली तीन तस्वीरों के एक सेट को भ्रामक रूप से हाल ही में अयोध्या में मनाये गए दीपोत्सव (Deepotsav celebrations) 2021 से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर तस्वीरें इस दावे के साथ वायरल हैं कि यह दिखाती है कि कैसे अयोध्या (Ayodhya) ने इस अवसर पर 12 लाख दीये जलाने के लिए गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record) में प्रवेश किया.

बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल तस्वीरों के साथ किया गया दावा भ्रामक हैं. वायरल तस्वीरें दो साल पुरानी हैं.

श्रीलंका से आये बौद्ध अवशेष का वीडियो सीता द्वारा इस्तेमाल की गई शिला के रूप में वायरल

न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार, 12 लाख दीयों में से, 9,51,000 दीये अयोध्या में सरयू नदी के तट पर दीपोत्सव के अवसर पर जलाए गए थे, जबकि 50,000 दीये राम मंदिर स्थल पर जलाए गए थे और बाकी अन्य मंदिरों में जलाए गए थे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट किया कि यूपी पर्यटन ने अयोध्या में 9 लाख से अधिक दीये जलाकर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. 3 नवंबर को उत्तर प्रदेश सरकार और डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय (अखिल भारतीय) के साथ पर्यटन विभाग ने दीपोत्सव 2021 के दौरान विश्व रिकॉर्ड में प्रवेश किया था.

बंगाली में तस्वीरों के साथ कैप्शन का अनुवाद है, " रामनगरी अयोध्या को 9 लाख 51 हजार दीपों से सजाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है. जय श्री राम."

(मूल कैप्शन बांग्ला में: বিশ্বরেকর্ড করে ৯ লাখ ৫১ হাজার প্রদীপে সেজে উঠেছে রামনগরী অযোধ্যা জয় শ্রী রাম)


पोस्ट यहां देखें 

 बीते हफ़्ते शाहरुख़ खान और त्रिपुरा हिंसा से जोड़कर वायरल रहीं पांच मुख्य फ़र्ज़ी ख़बरें

फ़ैक्ट चेक 

बूम ने तस्वीरों को रिवर्स इमेज पर सर्च किया और पाया कि वे पुरानी हैं और अयोध्या में हाल ही में हुए दीवाली समारोह से संबंधित नहीं हैं.

पहली तस्वीर

हमें यही तस्वीर 27 अक्टूबर, 2019 को प्रकाशित द टाइम्स ऑफ इंडिया के लेख में मिली. तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है, "शनिवार को अयोध्या में दीपोत्सव समारोह के दौरान भक्तों ने सरयू के तट पर (दीये) मिट्टी के दीये जलाए."


दूसरी तस्वीर

दूसरी तस्वीर 27 अक्टूबर, 2019 को प्रकाशित द क्विंट की रिपोर्ट में देखी जा सकती है.

तस्वीर के साथ कैप्शन में बताया गया है, "अयोध्या में एक नया इतिहास रचा गया क्योंकि दीवाली की पूर्व संध्या पर सरयू नदी के तट पर रिकॉर्ड 6 लाख मिट्टी के दीपक जलाए गए." तस्वीर का श्रेय द क्विंट की अस्मिता नंदी को दिया गया है.


तीसरी तस्वीर

26 अक्टूबर, 2019 को प्रकाशित एक हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में इस तस्वीर को एक कैप्शन के साथ प्रकाशित किया गया था, "राम की पैड़ी में हजारों लोगों को देखा गया, जो गुलाबी बैंगनी रंग में जगमगा रहा था। (धीरज धवन / एचटी फ़ोटो)".


रिपोर्ट के मुताबिक़, ''अयोध्या में गुरुवार को तीन दिवसीय दीपोत्सव समारोह की शुरुआत हुई. दूसरे दिन गुप्तार घाट और भजन स्थल पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इंडोनेशिया और नेपाल के कलाकारों ने रामलीला की.''

शादीशुदा जोड़े की तस्वीरें नेल्लोर के फ़र्ज़ी 'लव जिहाद' के रूप में वायरल

Tags:

Related Stories