उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की पुलिस और मीडिया कर्मियों के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब पुलिस दोनों को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जा रही थी. घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग में हमलावरों को पुलिस द्वारा पकड़े जाने के दौरान "जय श्री राम" के नारे लगाते हुए दिखाया गया है.
इस दोहरे हत्याकांड का वीडियो सार्वजनिक होते ही सोशल मीडिया पर दावा किया जाने लगा कि “जय श्रीराम” नारे लगाए जाने वाले फुटेज फ़र्ज़ी हैं, और ऐसा कोई नारा नहीं लगाया गया था. साथ ही यह भी कहा गया है कि प्रत्यक्षदर्शी पुलिस अधिकारियों और मीडिया कर्मियों द्वारा इसकी पुष्टि की गई है.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि वायरल दावा ग़लत है. हमने कई वीडियो रिकॉर्डिंग देखीं, जिनमें पत्रकारों और मीडिया आउटलेट्स द्वारा की गई रिकॉर्डिंग भी शामिल थी, और पाया कि हमलावरों ने "जय श्री राम" के नारे लगाए थे. घटनास्थल पर मौजूद पत्रकारों ने बूम को पुष्टि की कि विवादित नारे लगाए गए थे.
गौरतलब है कि अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की शनिवार रात उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब पुलिस दोनों को मेडिकल जांच के लिए काल्विन अस्पताल ले जा रही थी. इस घटना के वीडियो में तीन हमलावर, जो मीडियाकर्मी के रूप में आये थे, दोनों भाइयों को गोली मारते हुए नज़र आ रहे हैं. हमलावरों ने मौक़े पर ही ख़ुद को पुलिस के हवाले कर दिया.
उत्तर प्रदेश बीजेपी के सोशल मीडिया को-कन्वीनर शशि कुमार ने ट्विटर पर हत्या के बाद लगाये गए नारों पर सवाल उठाते हुए लिखा, “"अतीक शूट आउट का एक वीडियो जय श्री राम के नारों के साथ प्रसारित किया गया है. खबरदार रहें कि यह फ़ेक और डब किया हुआ है. वहां मौजूद पुलिस और मीडिया कर्मियों ने इसका खंडन किया है. कुछ शुरुआती वीडियो भी इस बात को साबित करते हैं.”
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
ट्विटर यूज़र सुनंदा रॉय नाम ने अपने वेरीफाईड हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, “कई लोग फ़र्ज़ी वीडियो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि अतीक अहमद हत्याकांड के तीनों आरोपी जय श्री राम के नारे लगा रहे हैं. कोई नारा नहीं लगा. मैं दोहराती हूं कि कोई नारे नहीं लगाए गए. उन लोगों से सावधान रहें जो अपना प्रोपेगैंडा चलाने के लिए फ़ेक न्यूज़फैला रहे हैं.”
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें. इसी दावे के साथ किये गए अन्य ट्वीट यहां देखें.
हमें फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ किया गया पोस्ट मिला.
पुलिसकर्मी से दुर्व्यवहार करती नशे में धुत लड़कियों का यह वीडियो स्क्रिप्टेड है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ़ की हत्या को कवर करने वाली न्यूज़ रिपोर्ट्स की खोजबीन की. इस दौरान हमें कई रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें हमलावरों के द्वारा "जय श्री राम" के नारे लगाए जाने का ज़िक्र किया गया था.
टाइम्स नाउ ने इस घटना पर एक रिपोर्ट प्रकाशित करते हुए हेडलाइन दी, "अतीक अहमद के हमलावरों ने पत्रकारों के रूप में पोज़ किया, जय श्री राम के नारे लगाए: हत्यारों की पहचान उजागर."
वहीं, हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है, "हमलावरों के दिल दहलाने वाले वीडियो में, हमलवारों को अतीक अहमद और अशरफ़ की हत्या करने के बाद "जय श्री राम" के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है."
हिंदुस्तान टाइम्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो रिपोर्ट अपलोड की, जिसमें हत्या के फुटेज मौजूद हैं. इस वीडियो में "जय श्री राम" के नारे स्पष्ट रूप से सुने जा सकते हैं. हिंदुस्तान टाइम्स ने आगे वीडियो में कैप्शन के साथ इसकी पुष्टि भी की है.
इस घटना के दूसरे अन्य वीडियो की खोजबीन के दौरान हमें पत्रकार सचिन गुप्ता द्वारा पोस्ट किया गया एक और वीडियो मिला, जिसमें "जय श्री राम" के नारे भी सुने जा सकते हैं. सचिन गुप्ता ने कैप्शन में लिखा, “अतीक अहमद और अशरफ़ की हत्या करने के बाद आरोपियों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाये और हाथ उठाकर सरेंडर कर दिया.”
सचिन गुप्ता ने घटना का एक और वीडियो पोस्ट किया. इस वीडियो में हत्या के ठीक बाद के दृश्य दिखाए गए हैं, जिसमें पुलिस हत्यारों को पकड़ रही है. इस वीडियो में हमलावरों को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करते हुए "जय श्री राम" के नारे लगाते हुए स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है.
सचिन गुप्ता ने कैप्शन में आरोपी को कोट करते हुए लिखा, " सरेंडर करते हैं... जय श्री राम."
बूम को जांच के दौरान मीडिया आउटलेट न्यूज़18 उत्तर प्रदेश का एक लाइव वीडियो रिकॉर्डिंग भी मिला. इस फुटेज में गोलीबारी ख़त्म होने के तुरंत बाद "जय श्री राम" के नारे सुने जा सकते हैं.
इस मामले पर अधिक जानकारी के लिए बूम ने प्रयागराज के एसपी दीपक भूकर से संपर्क किया, जिसमें उन्होंने न तो पुष्टि की और न ही ख़ारिज किया कि नारे लगाए गए थे. उन्होंने कहा, "हम स्पष्ट रूप से नहीं जानते कि इस तरह के नारे लगाए गए थे या नहीं.”
यूपी तक ने "जय श्रीराम" नारे का ज़िक्र करते गवाह के बयान को सेंसर किया
हमें अपनी जांच के दौरान यूपी तक का एक वीडियो भी मिला, जिसमें रिपोर्टर चश्मदीदों से बात करते हुए नज़र आता है. वीडियो में रिपोर्टर चश्मदीदों से घटना का पूरा विवरण जानने की कोशिश करता है. इस दौरान वहां मौजूद लोग हमलावरों द्वारा “जय श्रीराम” नारे लगाये जाने का ज़िक्र करते हैं.
हालांकि, यूपी तक ने उस हिस्से को सेंसर कर दिया जहां चश्मदीद नारे का ज़िक्र करता है. उस हिस्से में केवल “बीप” सुनाई देता है.
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