भारतीय अभिनेता और मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रत्याशी अरुण गोविल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. दावा किया जा रहा है कि उन्होंने अपने एक वाल्मीकि कार्यकर्ता के घर पर उनके दलित होने की वजह से भोजन नहीं किया.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि दावा झूठा है. घटना के दूसरे वीडियो में अरुण गोविल कार्यकर्ता के घर पर खाना खाते हुए दिख रहे हैं.
गौरतलब है लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है.
एक फेसबुक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'मेरठ से बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल बीजेपी कार्यकर्त्ता जो वाल्मिकी समाज से आता है उनके घर खाना खाने गए लेकिन दूर से खाने को प्रणाम कर लिए और खाने को छुआ तक नहीं'
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के एक्स हैंडल ने भी इसी दावे के साथ यह वीडियो शेयर किया है.
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए दावे से संबंधित कीवर्ड्स से गूगल पर सर्च किया. हमें इसी घटना की कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. रिपोर्ट्स में वीडियो और स्क्रीनशॉट भी शामिल हैं.
अमर उजाला की 13 अप्रैल 2024 को पब्लिश न्यूज रिपोर्ट में बताया गया कि मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल ब्रह्मपुरी के भगवतपुरा इलाके में एक दलित परिवार के यहां पहुंचे थे. इस दौरान घर की महिलाओं ने आरती उतार कर उनका स्वागत किया. अरुण गोविल ने उनके घर पर खाना भी खाया था.
News18 UP Uttarakhand के यूट्यूब चैनल पर इसी घटना की वीडियो रिपोर्ट में अरुण गोविल को अन्य लोगों के साथ बैठकर खाना खाते हुए देखा जा सकता है.
वायरल वीडियो में दिख रहे घर के दृश्य न्यूज18 के वीडियो से मेल खाते हैं. वीडियो में अरुण गोविल थाली में परोसा हुआ खाना (रोटी-सब्जी) खाते दिख रहे हैं.
अरुण गोविल ने अपने एक्स अकाउंट पर भी इसी घटना का वीडियो शेयर किया था. उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'भगवतपुरा में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बूथ अध्यक्ष श्रीमती नीतू जाटव जी के आवास पर भोजन तथा पार्षद श्री अरुण मचल वाल्मीकि जी के आवास पर चाय पर चर्चा कार्यक्रम हुआ.' वीडियो में उन्हें खाना खाते हुए देखा जा सकता है.
अरुण गोविल ने रामानंद सागर के फेमस धारावाहिक (टीवी शो) रामायण (1987-1988) में भगवान राम का किरदार निभाया था.