सोशल मीडिया पर एक महिला का समुदाय विशेष के लिए भड़काऊ भाषण देते हुए वीडियो शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये महिला मुस्लिम है.
इस 3 मिनट 35 सेकेंड के वीडियो में एक महिला हिंदुओं को सावधान करते हुए एक धर्म विशेष के खिलाफ बोलती नजर आ रही है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फ़र्जी है. वीडियो में बोलती महिला अंजली आर्या हैं, जो हिंदू समुदाय से आती हैं. अंजली ने बूम को बताया कि वह हरियाणा के घरौंडा क्षेत्र की रहने वाली हैं और शर्मा परिवार से आती हैं. उन्होंने आगे बताया कि वायरल वीडियो हालिया नहीं हैं, ये कोरोना के दूसरे या तीसरे फेज के दौरान हरियाणा के 'टिकरी ब्राह्मण' गांव में एक कार्यक्रम के दौरान का वीडियो है.
लेकिन सोशल मिडिया पर यूजर्स इनके मुस्लिम होने के दावे को सच मानकर यह वीडियो शेयर कर रहे हैं.
फेसबुक पर एक यूजर ने शेयर करते हुए लिखा, "ब्राह्मण सभा के कार्यक्रम में एक मुस्लिम महिला हिंदुओं को सावधान कर हुई."
फेसबुक पर अन्य यूजर्स ने भी वीडियो को सेम दावे के साथ शेयर किया है. यहां, यहां देखें.
X पर भी यूजर्स इसे ऐसे ही दावों के साथ शेयर कर रहे हैं. यहां, यहां देखें.
फैक्ट चेक
वीडियो को देखने के बाद हमने उससे संबंधित और पोस्ट ढूंढने शुरू किए. इस प्रक्रिया में फेसबुक पर सेम वीडियो के साथ एक पोस्ट मिला, जिसपर लिखा था, "अंजली आर्या, वैदिक प्रवक्ता को अवश्य सुनिए." आगे हमने X पर वायरल वीडियो के कमेंट सेक्शन की पड़ताल की, जिसमें एक यूजर ने लिखा था, "ये अंजली आर्या हैं, आर्य समाज की प्रवक्ता हैं ये."
यहां से हिंट लेते हुए हमने अंजली आर्या से संबंधित कीवर्ड्स सर्च करने शुरू किए. इस दौरान हमें दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में वायरल वीडियो के महिला से मिलती-जुलती तस्वीर मौजूद थी. इसमें अंजली आर्या के गरोठ नगर में आर्य समाज श्री राम कथा के आयोजन का जिक्र था.
आगे हमने यूट्यूब पर सर्च किया तो हमें अंजली आर्या के वक्तव्य देते कई वीडियोज मिले, जो वायरल वीडियो की महिला से मैच करते हैं. हमें विदुषी अंजली आर्या के नाम से उनका ऑफिसियल यूट्यूब हैंडल भी मिला, जिसपर अंजली आर्या के ढेरों वीडियोज मौजूद हैं. इन वीडियोज में वायरल वीडियो का भी एक शॉर्ट्स शामिल है.
हमने पुष्टि के लिए यूट्यूब पर मिले नम्बर के जरिए अंजली आर्या से भी संपर्क किया. अंजली ने बूम को बताया कि " मैं मुस्लिम नहीं, हिंदू हूं. मैं हरियाणा के करनाल नगरपालिका के घरौंडा की निवासी हूं. मैं सनातन धर्म से जुड़ी हुई हूं. मेरे जीवन का उद्देश्य है सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करना. मुझे बचपन से ही ये संस्कार मिले हैं, मेरी रामकथाएं होती हैं." वीडियो के संदर्भ में पूछने पर उन्होंने बूम को बताया कि "हो सकता है यह किसी तरह का स्टंट हो. लगभग कोरोना के दूसरी या तीसरी लहर के समय हरियाणा के 'टिकरी ब्राह्मण' गांव में मेरा ये कार्यक्रम हुआ था, यह वीडियो वहीं का है."
इससे स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में मौजूद महिला कोई मुस्लिम नहीं बल्कि एक हिंदू, अंजली आर्या हैं.