सोशल मीडिया पर एक वीडियो अभिनेता अमिताभ बच्चन की वॉइसओवर के दावे के साथ वायरल है. वीडियो को शेयर करते हुए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अमिताभ बच्चन ने आखिर देश के हालात पर चुप्पी तोड़ी है और लोगों की आंखें खोलने के लिए यह वीडियो बनाया है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. वायरल वीडियो में अमिताभ बच्चन की एआई जनरेटेड वॉइस का इस्तेमाल किया गया है.
वीडियो में सुना जा सकता है, 'कहां है मानवता इस देश में जहां बच्चियों को पत्थरों से कूच कर मार दिया जाता हो. जहां आतंकवादियों को समर्थन खुलेआम किया जाता हो. दुश्मन देश के लिए जिंदाबाद के नारे लगाए जाते हो. जहां संविधान से पहले मजहब को माना जाता हो. जिस देश में खुद भगवान राम के अस्तित्व पर ही सवाल उठाया गया हो.'
आगे इसमें कहा जाता है, 'वह देश विश्व में एक परिवार के रूप में कितना सफल हो पाएगा. यहां जिसने अपने धर्म को निभाया वह आज 57 देशों में है और जिसने भाईचारा और मानवता निभाया वह आज अपने ही देश में अस्तित्व को बचाने में लगे हैं.'
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'अमिताभ जी ने आखिरकार चुप्पी तोड़ी और हमारी आंखें खोलने के लिए यह वीडियो बनाया, क्योंकि अभी भी देर नहीं हुई है.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर भी यह वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फैक्ट चेक
सोशल मीडिया पर एक वीडियो अमिताभ बच्चन की वॉइस के दावे के साथ वायरल है. बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है.
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने जब इसे गौर से देखा तो हमें वीडियो में 'Appu Patel BJP' का वाटरमार्क दिखा. इसकी मदद से हमने जब इसे फेसबुक पर सर्च किया तो हमें Appu Patel BJP नाम का एक फेसबुक पेज मिला. इस पेज पर इस तरह के और भी वीडियो मिले, जिसमें 'Appu Patel BJP' वाटरमार्क का इस्तेमाल किया गया था और अलग-अलग क्लिप को जोड़कर वीडियो बनाया गया था.
हालांकि, वायरल वीडियो Appu Patel BJP फेसबुक पेज पर नहीं था.
इसके बाद हमने पड़ताल के लिए अमिताभ बच्चन के सभी सोशल मीडिया अकांउट को भी खंगाला, लेकिन हमें कहीं भी इस तरह का कोई वीडियो नहीं मिला. गूगल पर सर्च करने पर हमें इससे जुड़ी कोई मीडिया रिपोर्ट भी नहीं मिली.
फिर हमने हमने वीडियो की जांच एआई डिटेक्टर टूल Truemedia.org से की. यहां वीडियो में इस्तेमाल की गई वॉइस के 100 फीसदी एआई जनेरेटेड होने की संभावना जताई गई.
साथ ही हमने इसकी जांच एआई वॉइस डिटेक्टर टूल Loccus.ai से भी की. यहां भी वीडियो में इस्तेमाल की गई वॉइस के एआई जनेरेटेड होने की संभावना जताई गई.
इसके अलावा हमने पाया कि वायरल वीडियो में इस्तेमाल की गई क्लिप को अलग अलग जगहों से लेकर जोड़ी गई है. (वीडियो में इस्तेमाल की गई क्लिप यहां और यहां देखें.)