
Claim
सोशल मीडिया पर पुलिस के लाठीचार्ज का वीडियो उत्तर प्रदेश में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन के दावे से वायरल है. फेसबुक यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, "उत्तर प्रदेश में वक्फ बिल के खिलाफ एकत्र हुए समुदाय विशेष के लोग, तुरंत उपचार किया गया..."
Fact
वायरल दावे की जांच के लिए हमने वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया, सर्च के दौरान हमें सुरेश चव्हाणके यूजर द्वारा फेसबुक पर 22 जनवरी 2020 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. इसमें यह वीडियो एनआरसी विरोधी रैली का बताया गया है.
संबंधित कीवर्ड से गूगल पर सर्च करने पर हमें उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सीएए-एनआरसी विरोधी प्रोटेस्ट के दौरान पुलिस लाठीचार्ज की मीडिया रिपोर्ट मिलीं. लाइव हिंदुस्तान द्वारा 20 दिसंबर 2019 को यूट्यूब चैनल पर प्रसारित वीडियो रिपोर्ट में वायरल विजुअल को देखा जा सकता है.
गोरखपुर में दिसंबर 2019 में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पत्थर चलने की घटना हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल और लाठीचार्ज किया था.
यह वीडियो नवंबर 2024 में संभल के मस्जिद सर्वे विवाद के दौरान भी गलत दावे से वायरल था तब भी बूम ने इसका फैक्ट चेक किया था.