प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कथित तौर पर नाथूराम गोडसे की मूर्ति का माल्यार्पण करते हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हो रही है | आपको बता दें की यह मूर्ति पूर्व-भारतीय जन संघ के नेता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता दीनदयाल उपाध्याय की है |
इस वायरल पोस्ट के साथ एक कैप्शन भी जिसमे लिखा है: प्रज्ञा गोडसे को देशभक्त बोलती है, डिवाइडर इन चीफ गोडसे की पूजा करते हैं, क्यूंकि हमारे देश में अब आतंकी देशभक्त कहलाते हैं |
आपको बता दें की गोडसे ने ही जनवरी 30,1948 को महात्मा गाँधी की गोली मार कर हत्या की थी |
ये, और ऐसे कई अन्य पोस्ट पिछले कुछ दिनों से वायरल हो रहे हैं | ऐसा खासकर भारतीय जनता पार्टी की भोपाल कैंडिडेट प्रज्ञा ठाकुर के उस बयान के बाद हो रहा है जिसमे उन्होंने नाथूराम गोडसे को सच्चे देशभक्त की उपाधि दी थी |
इन पोस्ट्स के आर्काइव्ड वर्ज़न्स यहां, यहां और यहां देखें |
हालांकि बाद में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने एक ट्वीट के माध्यम से अपने बयान पर माफ़ी मांगी थी |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ठाकुर के बयान को संज्ञान में लेते हुए कहा था की वो गाँधी का अपमान करने के लिए ठाकुर को कभी माफ़ नहीं कर पाएंगे | (इसके बारे में और यहां पढ़ें )
फ़ैक्ट चेक
बूम ने उस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च के सहारे खोजने की कोशिश की जिसमे मोदी एक मूर्ति के सामने हाथ जोड़ कर खड़े हैं और दावा किया गया है की मूर्ति गोडसे की है |
हमें यही तस्वीर 2017 में प्रकाशित कुछ रिपोर्ट्स के साथ नज़र आयी |
इंडिया टुडे के एक आर्टिकल के अनुसार यह तस्वीर भारतीय जनता पार्टी के सैतींसवे (37th) स्थापना दिवस - 2017 - के दौरान ली गयी थी | प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी भाजपा के अन्य नेताओं के साथ पार्टी हेडक्वार्टर्स (दिल्ली) में थें |
यहीं पर मोदी तथा अन्य नेताओं ने दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि दी थी और इसी तस्वीर को अब गोडसे बताकर वायरल किया जा रहा है |
ये सावरकर की तस्वीर है, ना की गोडसे की
एक अन्य पोस्ट में मोदी एक तस्वीर पर फ़ूल चढ़ाते नज़र आ रहे हैं | यहां भी यही दावा किया गया है की मोदी ने गोडसे की तस्वीर पर फ़ूल चढ़ाये हैं | आपको बता दें की यह तस्वीर गोडसे की नहीं विनायक दामोदर सावरकर की है |