HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
फ़ैक्ट चेक

बंगाल बाल-तस्करी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन की दो साल पुरानी फ़ोटो फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल

यह फ़ोटो 17 बच्चों की तस्करी के ख़िलाफ़ हो रहे प्रदर्शन की है न की किसी गिरफ़्तारी की

By - Saket Tiwari | 8 Jun 2019 6:19 PM GMT

फ़ेसबुक पर एक फ़ोटो वायरल हो रही है जो किसी न्यूज़ आर्टिकल की कटिंग की तरह एडिट की गयी है | उसमें दावा किया जा रहा है की बंगाल पुलिस ने एक औरत को इसलिए हिरासत में लिया क्योंकि उसने अपने पति 'श्री राम' सिन्हा का नाम पुकारा था | आपको बता दें की यह फ़र्ज़ी दावा है |

दरअसल अभी कुछ दिनों से ममता बनर्जी पर भाजपा जय श्री राम नाम से प्रहार कर रही है | वो इसलिए क्योंकि कुछ दिनों पहले ममता बनर्जी के एक दौरे के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे लगाए जिससे ममता बनर्जी ने अपना आपा खो दिया | इस घटना के बाद से सोशल मीडिया पर ममता बनर्जी को लेकर कई मीम्स बनाए गए और उनका कई तरह से मज़ाक बनाया गया | यह पोस्ट भी कुछ इसी तरह का दावा करती है की बंगाल पुलिस ने महज़ श्री राम सुनकर ही एक औरत को गिरफ़्तार कर लिया | यह न्यूज़ क्लिप फाक्सी नामक वेबसाइट का है जो सोशल मीडिया में गलत संदर्भ में वायरल हो रहा है |

व्यंग एवं फेक न्यूज़ वेबसाइट फाक्सी ने एक लेख लिखा की महज़ अपने पति का नाम लेने से एक महिला को गिरफ्तार किया गया | आप इस आर्टिकल को यहाँ पढ़ सकते है | फाक्सी व्यंगात्मक लेख लिखता है और डिस्क्लेमर में लिखता है की इन आर्टिकल्स को सच न माने | हालांकि इस पोस्ट में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया गया है की यह व्यंग है बल्कि कैप्शन में लिखा है: "विनाश काले विपरीत बुद्धि"

यह पोस्ट आप नीचे देख सकते है और इसका आर्काइव्ड वर्शन यहाँ देख सकते हैं |

Full View

फ़ैक्ट चेक

बूम ने इस तथ्य को जांचना शुरू किया तो पाया की जो तस्वीर इस पोस्ट में उपयोग की गयी है वो हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा ली गयी तस्वीर है | रिवर्स इमेज सर्च कर यह पता चला की इस तस्वीर को 1 मार्च 2017 में लिया गया था | फ़ोटो में दिख रही महिला एक्टिविस्ट है जो बाल तस्करी का विरोध कर रही है | यह तस्वीर उस दौरान के विरोध प्रदर्शन की है जब बाल-तस्करी (child trafficking) में शामिल होने के चलते भाजपा लीडर जूही चौधरी को सी.आई.डी ने गिरफ़्तार किया | आपको बता दें की फ़ोटो में विरोध प्रदर्शन बाल तस्करी का है न की भाजपा कार्यकर्ता की गिरफ़्तारी का | जब यह तस्करी का मामला खुला तब कई एक्टिविस्ट रोड पर उतरे और तस्करी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने लगे |

हिंदुस्तान टाइम्स के आर्टिकल का स्क्रीनशॉट आप नीचे देख सकते हैं | इस मामले में हिंदुस्तान टाइम्स की कवरेज आप यहाँ और यहाँ पढ़ सकते हैं | बाल-तस्करी के बारे में और अधिक पढ़ने के लिए यहाँ, यहाँ और यहाँ पढ़ें |

भाजपा लीडर जूही कहाँ गिरफ़्तार की गई?

जूही पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में 17 बच्चों की तस्करी के मामले में शामिल थी जो फरवरी 2017 में हुआ था | पुलिस और सी.आई.डी ने जूही को दार्जीलिंग में भारत और नेपाल की सीमा पर गिरफ़्तार किया | जूही चौधरी को पूछताछ के लिए पिंटेल गांव ले जाया गया जहाँ सी.आई.डी ने एक अस्थाई कैंप लगाया था |
चौधरी को गिरफ़्तार करने के पीछे चांदना चक्रबोर्ती का हाथ था जिसे पुलिस ने इस मामले के चलते पहले गिरफ़्तार किया था | चांदना ने ही पुलिस के सामने चौधरी पर आरोप लगाए थे |

क्या है द फाक्सी?

यह एक वेबसाइट है जो व्यंगात्मक लेख प्रकाशित करता है | हालांकि यह वेबसाइट इस बात का दावा नहीं करती की यह लेख सच है या सच्चाई से कोई नाता रखते हैं | वेबसाइट ने साफ़ साफ़ लिखा है की "यह एक व्यंग वेब पोर्टल है | इस वेबसाइट पर जो भी लेख हैं वो काल्पनिक हैं | पढ़ने वालों को सलाह है की इन्हें वास्तविक एवं सच न मानें"

Related Stories