आज यानी 7 फ़रवरी 2021 को सुबह उत्तराखंड के चमोली ज़िले में एक ग्लेशियर फ़ट गया. इससे धौलीगंगा नदी में अचानक बाढ़ आई जिससे निचले इलाकों में लोग फ़ंसे हैं. यह घटना रैणी गांव में हुई है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर किये गए एक ट्वीट के मुताबिक़ कथित तौर पर नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (NTPC) के 140 और ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट साइट पर करीब 17 लोग गायब हैं.
चमोली से हरिद्वार तक हाई अलर्ट घोषित किया गया है. रावत ने इसी दौरान डिजास्टर ऑपरेशन्स से जुड़े आपातकाल संपर्क नंबर ट्वीट किये हैं.
समाचार रिपोर्ट्स के मुताबिक़, गंगा नदी की स्त्रोत 6 नदियों में से एक धौली गंगा में भारी बढ़ आई. इसका कारण था 7 फ़रवरी को चमोली ज़िले के जोशीमठ में एक ग्लेशियर का फ़टना. ख़बरों के मुताबिक़ रैणी गांव में स्थित ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट के 150 वर्कर्स लापता हैं.
इसी दौरान मौके पर आपातकाल टीमें पहुंच चुकी हैं और राहत कार्य शुरू है. मुख्य मंत्री के एक ट्वीट के मुताबिक़ अब तक दो शव पाए गए हैं.
जोशीमठ में 30 बिस्तरों वाला अस्पताल भी तैयार किया गया है ताकि ज़ख्मी लोगों का इलाज़ हो सके.
रावत के एक ट्वीट में उन्होंने बताया है कि स्थित कण्ट्रोल में है. "वर्तमान में कोई अतिरिक्त जल प्रवाह नहीं बताया जा रहा है और कहीं भी बाढ़ की स्थिति नहीं है। प्रभावित स्थल से पानी नंदप्रयाग से आगे निकल गया है और नदी सामान्य स्तर से 1 मीटर ऊपर बह रही है। अलकनंदा के किनारे बसे गांवों से कोई नुकसान नहीं हुआ है," ट्वीट का अनुवाद.
तपोवन - जो सबसे प्रभावित क्षेत्र है - में जारी राहत कार्य के वीडियो चमोली पुलिस ने ट्वीट किये हैं.