जेल के अंदर से क़ैदियों की भाग जाने की कई रोमांचक कहानियाँ आपने सुनी होंगी जिसमें जेल की सुरक्षा को चकमा देकर क़ैदी रफ़ूचक्कर हो जाते हैं. 1994 में Frank Darabont निर्देशित Shawshank Redemption जैसी फ़िल्म आज भी सिनेप्रेमियों के दिलों में राज करती है जिसमें एक क़ैदी जेल के अंदर ही जुगाड़ करके सुरंग बनाता है और सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर भाग जाता है.
इसके अलावा फ़िल्मी दुनिया में जेल से भागने की कई रोमांचक कहानियाँ बनती रही हैं. लेकिन इस रोमांचक दास्तान को इज़राइल में क़ैदियों के एक समूह ने सच कर दिखाया है. 6 फ़िलिस्तीन क़ैदी जो इज़राइल की एक भारी तामझाम वाली सुरक्षा की जेल में बंद थे वो सुरंग बनाकर भाग निकले.
India Vs Eng: कौन है Daniel Jarvis उर्फ़ 'Jarvo 69' और क्यों है वो चर्चा में?
6 सितंबर की सुबह इज़रायल की Gilboa जेल के सुरक्षाकर्मियों के बीच तब खलबली मच गई जब उन्हें पता चला कि जेल से 6 क़ैदी ग़ायब है. Gilboa जेल इज़राइल के सबसे कड़ी सुरक्षा वाली जेलों में से एक मानी जाती है. सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक़ उन्हें जेल के कई विभागों से लगातार मैसेज और फ़ोन आने शुरू हुए कि जेल से कुछ कैदी ग़ायब हैं.
इसके बाद सुरक्षा अधिकारियों ने जेल के सभी बैरकों की तलाशी और जाँच पड़ताल शुरू की. अधिकारियों ने जाँच के दौरान जो पाया वो देखकर उनके होश उड़ गये. जेल बैरक के एक ट्वायलेट की सीट को काटकर उसके नीचे से एक लंबी सुरंग खोदी गई थी. इसी सुरंग की मदद से क़ैदी जेल से फ़रार हुए थे.
Al Jazeera की एक रिर्पोट में बताया गया कि जेल के किसी भी सुरक्षाकर्मी को भनक तक नहीं लगी कि कब इस सुरंग की प्लानिंग बनी और कैसे वो सारे लोग एक जगह इकट्ठा होकर इस घटना को अंजाम देने में सफल रहे.
ट्वायलेट की सीट को काटकर उसके नीचे से एक गहरी सुरंग को खोदना और बाहर मुख्य मार्ग में ले जाकर खोलना आसान काम नहीं है. रिपोर्ट में बताया गया कि जेल के सुरक्षा अधिकारियों का दावा है कि कोई व्यक्ति बाहर से उन क़ैदियों की मदद कर रहा था. हालाँकि सुरक्षा अधिकारी ने ये भी भरोसा जताया कि वे बचकर जा नहीं पायेंगे. लेकिन पिंजरे से आज़ाद पंछी को दोबारा पकड़ा जा सकेगा या नहीं ये तो वक्त ही बतायेगा.
इसी रिपोर्ट में बताया गया कि भागने वाले कैदियों में उत्तरी West Bank के शहर जेनिन में 'फतह' पार्टी के पूर्व नेता 46 वर्षीय Zakariye Zubeidi, साथ ही पांच फिलीस्तीनी 'Islamic Jihad' सदस्य शामिल थे. ये लोग 2000 के दशक में फिलिस्तीनी इंतिफादा के दौरान इजरायल पर घातक हमलों में शामिल होने के लिए उम्रकैद की सजा काट रहे थे.
लोकल मीडिया रिपोर्ट्स में बाक़ी क़ैदियों की पहचान इस प्रकार की गई: Monadel Yaqoub Nafe'at, 26, Yaqoub Qassem, Yaqoub Mahmoud Qadri 49, Ayham Nayef Kamamji, 35, और Mahmoud Abdullah Ardah, 46. मीडिया के अनुसार, इनमें से कम से कम चार लोग उम्रकैद की सजा काट रहे थे.
सुरंग से फ़िलिस्तीन क़ैदियों की फ़रारी की इस घटना के बाद इज़रायल और फ़िलिस्तीन के बीच ज़ुबानी कहासुनी भी शुरू हो गई है. फ़िलिस्तीन के विद्रोही समूह हमास ने इसे इज़रायल की सुरक्षा व्यवस्था की हार और मुँह पर तमाचा बताया तो बाक़ी फ़िलिस्तीन के अन्य समूह इसे विजय के तौर पर देख रहे हैं. वहीं इज़राइल के राष्ट्रपति Naftali Bennett ने फरारी की इस घटना को एक गंभीर मामला बताया और कहा कि सर्च ऑपरेशन की एक एक खबर का अपडेट वो खुद ले रहे हैं.
किसी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अब सर्च ऑपरेशन का रिज़ल्ट जो भी निकले लेकिन फ़िल्मी कारनामे को इज़रायल जैसी अति आधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस जेल में सुरंग बनाकर भागना वाक़ई आश्चर्यजनक और साहस भरा काम है.