राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) ने इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप (WhatsApp) को टक्कर देने के लिए एक देसी इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप 'संदेस' (Sandes) लांच किया है. इस ऐप को पहले सरकारी कर्मचारियों के लिए तैयार किया गया था, इसीलिए इस ऐप को गवर्नमेंट इंस्टेंट मैसेजिंग सिस्टम (GIMS) नाम दिया गया था, नया प्लेटफ़ॉर्म मौजूदा जिम्स (GIMS) का ही अपग्रेड है. लांच के बाद अब संदेस (Sandes) ऐप का इस्तेमाल सरकारी अधिकारी और आम भारतीय यूज़र्स दोनों कर सकते हैं.
क्या है ख़ासियत
संदेस (Sandes) ऐप का इस्तेमाल करते हुए यूज़र्स वॉट्सऐप और सिग्नल ऐप की तरह ही एक दूसरे को मैसेज़ भेज सकते हैं और रिसीव कर सकते हैं. गैज़ेट्स 360 के मुताबिक़, यूज़र्स मीडिया फ़ाइल्स भी शेयर कर सकते हैं. इसके अलावा ऐप में ग्रुप चैट का भी ऑप्शन मिलता है. यूज़र्स कांटेक्ट शेयर और मैसेज़ ब्रॉडकास्ट भी कर सकते हैं. संदेस ऐप पर यूज़र्स अपने शहर के मौसम की भी जानकारी ले सकते हैं. यानी वॉट्सऐप की तरह ही इस ऐप में यूज़र्स की ज़रूरतों का ध्यान रखा गया है.
डिजिटल वोटर आई.डी: बातें जो आपको जानना ज़रूरी हैं
कैसे करें डाउनलोड
फ़िलहाल संदेस ऐप गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर मौजूद नहीं है. ऐसे में ऐप को GIMS पोर्टल के ज़रिये डाउनलोड किया जा सकता है. यह एंड्राइड 5.0 या इससे लेटेस्ट वर्ज़न पर चलेगा. एप्पल iOS यूज़र्स के लिए यह एप्पल ऐप स्टोर पर उपलब्ध है. एप्पल यूज़र्स iOS 12.0 और उससे ऊपर के वर्ज़न पर संदेस ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं.
रजिस्टर कैसे करें
संदेस ऐप में रजिस्टर करने के लिए आपको GIMS पोर्टल पर जाकर मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी का उपयोग करना होगा. इसके बाद वेरिफ़िकेशन के लिए 6 अंकों का ओटीपी उसी मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी पर आता है. हालांकि, ईमेल आईडी सिर्फ सरकारी आईडी तक ही सीमित है. ऐप में केवल आधिकारिक @gov.in ईमेल का उपयोग किया जा सकता है. अगर आपके पास सरकारी डोमेन की ईमेल आईडी नहीं है तो आप अपने मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं.
संदेस ऐप वाट्सऐप से कैसे अलग है
संदेस ऐप मोबाइल नंबर के अलावा ईमेल आईडी का उपयोग करके साइन इन करने का विकल्प देता है. हालांकि, फ़िलहाल यह सुविधा केवल सरकारी अधिकारियों तक ही सीमित है. जबकि, वाट्सऐप पर केवल मोबाइल नंबर का उपयोग करके एक अकाउंट बना सकते हैं.
संदेस की प्रमुख विशेषताओं में से एक यह है कि यूज़र्स इस पर वेरीफ़ाइड अकाउंट बना सकते हैं, जो वाट्सऐप पर उपलब्ध नहीं है. यह मैसेजिंग ऐप यूज़र्स को 500MB तक के वीडियो या फ़ोटो शेयर करने की अनुमति देता है, जो वाट्सऐप से कहीं ज़्यादा है.
इसके अलावा यूज़र्स अपने डिवाइस पर चैट का बैकअप ले सकते हैं और ईमेल पर चैट का बैकअप ले सकते हैं. जबकि, वाट्सऐप पर यूज़र्स केवल एंड्रॉइड पर गूगल ड्राइव या आईओएस पर आईक्लाउड पर ही चैट का बैकअप ले सकते हैं.
हालांकि, इस सब के अलावा संदेस ऐप पर एक बड़ी कमी दिखती है, वो है नंबर बदलने पर अकाउंट डिलीट हो जाना. अगर यूज़र्स अपना मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी बदलते हैं तो उन्हें नया अकाउंट बनाना पड़ेगा, जबकि वाट्सऐप पर नंबर बदलने पर यूज़र्स को नया अकाउंट बनाने की ज़रूरत नहीं पड़ती.
अगर आपने ग़लती से हैंड सैनिटाइज़र निगल लिया है तो इन बातों का ध्यान ज़रूर रखें