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रोज़मर्रा

अफ़ग़ानिस्तान में रॉयटर्स फ़ोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीक़ी मारे गये

दानिश सिद्दीक़ी अफ़ग़ानिस्तान और तालिबान के बीच स्पिन बोल्डक में अफ़ग़ान-पाक सीमा क्रासिंग पर चल रहे संघर्ष को कवर कर रहे थे.

By - BOOM | 16 July 2021 3:36 PM GMT

अफ़ग़ानिस्तान (Afghanistan) में पुलित्ज़र पुरस्कार (Pulitzer Prize) विजेता और रॉयटर्स (Reuters) के मुख्य फ़ोटोग्राफर दानिश (Danish Siddiqui) सिद्दीक़ी की मौत हो गई है. दानिश कंधार में अफ़ग़ान बलों और तालिबान के बीच हुई झड़प को कवर कर रहे थे. वो 38 साल के थे.

अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने इस ख़बर की पुष्टि करते हुए कहा कि स्पिन बोल्डक (Spin Boldak) के एक बाज़ार क्षेत्र में तालिबान बलों के ख़िलाफ़ गोलाबारी के दौरान दानिश सिद्दीक़ी और एक वरिष्ठ अफ़ग़ान अधिकारी मारे गए.

दानिश सिद्दीक़ी अफ़ग़ानिस्तान और तालिबान के बीच स्पिन बोल्डक में अफ़ग़ानिस्तान-पाकिस्तान सीमा क्रासिंग पर चल रही झड़प को कवर कर रहे थे.

13 जुलाई को एक ट्विटर थ्रेड में, सिद्दीक़ी ने वीडियो और तस्वीरों की एक श्रृंखला में कंधार में झड़प के दृश्य साझा किये थे.

एक अफ़ग़ान कमांडर के हवाले से रॉयटर्स ने कहा कि दानिश सिद्दीकी उस इलाक़े के दुकानदारों से बात कर रहे थे जब तालिबान ने फिर से हमला किया.

उनके बयान के अनुसार, सिद्दीकी ने रायटर को सूचित किया था कि शुक्रवार को उनके हाथ में छर्रे की चोट लगी थी और तालिबान के इलाक़े से हटने के बाद उनका इलाज किया गया था.

दानिश सिद्दीकी ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के एमसीआरसी से मास्टर्स इन मास कम्युनिकेशन किया था. फ़ोटोजर्नलिज़्म में जाने से पहले उन्होंने एक न्यूज़ चैनल के साथ एक संवाददाता के रूप में काम किया था.

उन्होंने 2010 में रॉयटर्स बतौर एक इंटर्न के तौर पर जॉइन किया था. तब से वो आर्गेनाईज़ेशन में एक फ़ोटो जर्नलिस्ट के रूप में काम कर रहे थे.

रॉयटर्स में अपने समय के दौरान दानिश सिद्दीक़ी ने नेपाल में 2015 के भूकंप, इराक़ी बलों और इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के बीच मोसुल की लड़ाई, रोहिंग्या शरणार्थी संकट, श्रीलंका में 2019 ईस्टर बम विस्फ़ोट, 2020 के दिल्ली दंगों, नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ प्रोटेस्ट, हांगकांग प्रोटेस्ट और भारत में चल रही कोरोना महामारी को कवर किया.

दानिश सिद्दीक़ी ने 6 अन्य रॉयटर्स फ़ोटोग्राफरों के साथ रोहिंग्या शरणार्थी संकट का डॉक्यूमेंटेशन करने वाली अपनी सीरीज़ के लिए 2018 में फ़ीचर फ़ोटोग्राफी के लिए प्रतिष्ठित पुलित्ज़र पुरस्कार जीता.






देश-विदेश के पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर दानिश सिद्दीकी को श्रद्धांजलि दी.








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